रीवा अल्ट्रा मेगा सौर लिमिटेड और दिल्ली मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन के बीच करार
आज नई दिल्ली में रीवा अल्ट्रा मेगा सौर लिमिटेड और दिल्ली मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन के बीच करार किया गया। रीवा जिले में स्थापित होने वाली 750 मेगावॉट की सौर परियोजना को 250 मेगावॉट के रूप में 3 भाग में विकसित किया जा रहा है। इसके अंतर्गत प्रत्येक भाग के लिये विक्रेता इकाई द्वारा परियोजना के व्यावसायिक संचालन के लिये 25 वर्ष के लिये दिल्ली मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन के साथ बिजली खरीदने के समझौता हस्ताक्षरित किये गये।
करार के अनुसार दिल्ली मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन प्रतिवर्ष प्रत्येक विक्रेता इकाई से कम से कम 121 मिलियन यूनिट खरीदने के लिये प्रतिबद्ध होगा। इस प्रकार तीनों विकासक इकाई से प्रतिवर्ष 363 मिलियन यूनिट बिजली खरीदेगा। इस बिजली खरीद समझौते में किसी भी टाइम ब्लॉक में दिल्ली मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन 150 मेगावॉट बिजली का उपयोग करेगा। यह व्यवस्था न्यूनतम समय निर्धारण द्वारा सम्पादित की जायेगी। कॉर्पोरेशन को प्रदत्त बिजली की उपलब्धता सुनिश्चित की जायेगी।
प्रस्तावित बिजली की दर निविदा एवं रिवर्स ऑक्शन की प्रक्रिया द्वारा सुनिश्चित की जायेगी। प्रस्तावित बिजली की दर पहले कांट्रेक्ट वर्ष पर लागू होगी। इसके बाद साल दर साल प्रस्तावित विद्युत दर में 5 पैसे की वृद्धि होगी, जो 15वें साल के अंत तक लागू होगी। प्रस्तावित बिजली की दर 5 रुपये 43 पैसे से अधिक होने पर दिल्ली मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन के पास यह अधिकार रहेगा कि वह इस बिजली खरीद समझौते को सम्पादित न करे।
रीवा में दुनिया का सबसे बड़ा सोलर प्लांट 750 मेगावॉट क्षमता का लगाया जा रहा है। इसके लिये रीवा अल्ट्रा मेगा सौर लिमिटेड का गठन किया गया है। दिल्ली में आज हुए समझौते को नवीन एवं नवकरणीय ऊर्जा विभाग के प्रमुख सचिव श्री मनु श्रीवास्तव और दिल्ली मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन के प्रबंध संचालक श्री मंगु सिंह द्वारा हस्ताक्षरित किया गया।