आरती, अरदाश, अजान और प्रार्थना के बाद की जायेगी मतदान की अपील
आरती, अरदाश, अजान और प्रार्थना के बाद की जायेगी मतदान की अपील
रीवा 04 नवम्बर 2023. रीवा तथा मऊगंज जिले के सभी आठ विधानसभा क्षेत्रों में 17 नवम्बर को प्रात: 7 बजे से शाम 6 बजे तक मतदान कराया जायेगा। प्रत्येक मतदाता को मतदान के लिए प्रेरित करने के प्रयास किये जा रहे हैं। इस क्रम में कलेक्ट्रेट सभागार में धर्मगुरूओं एवं धार्मिक स्थलों के प्रमुखों के साथ बैठक आयोजित की गयी। बैठक में अपर कलेक्टर शैलेन्द्र सिंह ने कहा कि सभी धर्मगुरू अपने अनुयायी से मतदान की अपील करें। सभी को मतदाता जागरूकता की शपथ के प्रति दी जा रही है। धार्मिक कार्यक्रमों के बाद सभी उपस्थित व्यक्तियों को मतदाता जागरूकता की शपथ दिलाये। मंदिरों में प्रार्थना तथा आरती के बाद एवं मस्जिदों में अजान और नमाज के बाद उपस्थितों को मताधिकार के उपयोग के लिए प्रेरित करें। इसी तरह सभी चर्च एवं गुरूद्वारों में रविवार को होने वाली प्रार्थना सभा एवं अरदाश में भी मतदाता जागरूकता की शपथ दिलायी जाय। समाज का हर व्यक्ति अपने धर्मगुरूओं की बातों को बहुत अधिक मनता है। धर्मगुरूओं द्वारा की गयी मतदान की अपील कारगर होगी।
बैठक में सहायक कलेक्टर एवं प्रभारी अधिकारी स्वीप सोनाली देव ने कहा कि सभी धार्मिक स्थलों में मतदाताओं को जागरूक करने के लिए पोस्टर और बैनर लगा दिये जायेंगे। धर्मगुरूओं तथा धार्मिक स्थल से जुड़े व्यक्तियों का व्हाट्सएप ग्रुप है तो उसमें भी मतदान करने की अपील आवश्य करें। धार्मिक स्थलों में सभी आयोजनों के दौरान लोगों को निर्भय और निष्पक्ष होकर मतदान के लिए प्रेरित करें। सबके सहयोग से हम अधिक से अधिक मतदाताओं को मतदान के लिए प्रेरित कर सकेंगे। शिक्षण संस्थानों के माध्यम से भी मतदाता जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। बैठक में विभिन्न समुदायों के धर्मगुरूओं ने मतदाता जागरूकता के संबंध में उपयोगी सुझाव दिये। बैठक में सुझाव दिया गया कि मतदान के दिन व्यवसायिक प्रतिष्ठान बंद रहते हैं। इसे अवकाश का दिन मानकर लोग सैरसपाटे पिकनिक में निकल जाते हैं। इससे मतदान जैसी महत्वपूर्ण जिम्मेदारी निभाने से पीछे रह जाते हैं। इस लिए मतदान दिवस 17 नवम्बर को शहर के आसपास के पर्यटन स्थल आमजनता के लिए पूरे तरह से बंद रखे जाय। बैठक में सहायक नोडल अधिकारी स्वीप आशीष द्विवेदी ने मतदाता जागरूकता के संबंध में किये जा रहे प्रयासों की विस्तार से जानकारी दी। बैठक में गायत्री शक्तिपीठ, शहर की विभिन्न मस्जिदों, गुरूद्वारों, चर्च, मंदिरों एवं धार्मिक स्थलों के प्रतिनिधि बड़ी संख्या में उपस्थित रहे।