सामाजिक दायित्वो में बच्चो का स्वास्थ्य और पोषण महत्वपूर्ण – राजेन्द्र शुक्ल
प्रभारी मंत्री ने उजाला कार्यक्रम के तहत वितरित किये एल.ई.डी. बल्ब, जिला स्तरीय स्नेह सरोकार सम्मेलन और उजाला योजना का शुभारंभ
प्रदेश के ऊर्जा एवं खनिज साधन जनसंपर्क मंत्री तथा सतना जिले के प्रभारी मंत्री राजेन्द्र शुक्ल ने कहा कि सामाजिक दायित्वो और सरोकारो के अंतर्गत बच्चो का पोषण विकास और उनका स्वास्थ्य महत्वपूर्ण विषय है। जिले को कुपोषण मुक्त बनाने की दिशा में कोई भी व्यक्ति स्नेहपूर्वक इनके पोषण की जिम्मेदारी निभाकर बच्चो के स्वास्थ्य के प्रति अपना योगदान दे सकता है। प्रभारी मंत्री श्री शुक्ल रविवार को टाउन हाल सतना में ग्राम उदय से भारत उदय अभियान के अंतर्गत आयोजित जिला स्तरीय स्नेह सरोकार सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे। इस मौके पर उन्होने जिले के कम वजन वाले कुपोषित बच्चो को गोद लेकर उन्हे कुपोषण की परिधि से बाहर लाने वाले व्यक्तियो संस्थाओ को सम्मानित किया। इसी प्रकार भारत सरकार की उजाला दक्ष योजना अंतर्गत हितग्राहियो को एल.ई.डी. बल्ब का वितरण कर जिले में योजना का शुभारंभ किया। इस अवसर पर महापौर ममता पाण्डेय, जिला पंचायत अध्यक्ष सुधा सिंह, कलेक्टर नरेश पाल, जिला पंचायत सदस्य उमेश प्रताप सिंह, राजेश्वरी पटेल, प्रभा बागरी, रामदीन वर्मा, जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक के अध्यक्ष रत्नाकर चतुर्वेदी, पार्षद भगवती प्रसाद पाण्डेय, मीरा सिंह भी उपस्थित रहे।
स्नेह सरोकार सम्मेलन को संबोधित करते हुये प्रभारी मंत्री राजेन्द्र शुक्ल ने कहा कि यह गौरव की बात है कि सतना जिले के कम वजन वाले सभी कुपोषित 3152 बच्चो को ग्राम उदय अभियान के अंतर्गत 2800 लोगो ने गोद लेकर उन्हे कुपोषण से मुक्त बनाने का संकल्प लिया है। उन्होने कहा कि अटल बाल मिशन अभियान को गंभीरतापूर्वक संचालित कर किसी भी बच्चे को कुपोषित नही रहने दिया जायेगा। इस अवसर पर उन्होने सद्गुरू सेवा संघ ट्रस्ट को कुपोषण मुक्त बनाने के लिये मझगवां विकासखण्ड का एक पूरा गॉव गोद लिये जाने पर तथा सहायक प्राध्यापक क्रांति राजौरिया द्वारा सात बेटियो को पढाने की जिम्मेदारी लिये जाने पर अभिनंदन किया। प्रभारी मंत्री ने उजाला योजना के अंतर्गत एल.ई.डी.बल्बो का वितरण भी किया। उन्होने कहा कि जिले के 28 विद्युत वितरण केन्द्रो पर एल.ई.डी. बल्ब के वितरण की व्यवस्था की जा रही है इसके साथ ही जिले की सभी राशन दुकानो पर एल.ई.डी.बल्ब रियायती दर पर विक्री के लिये उपलब्ध कराये जायेगे ताकि ज्यादा से ज्यादा लोग इनका लाभ ले सके।
कलेक्टर नरेश पाल ने कहा कि महिला बाल विकास विभाग द्वारा स्नेह सरोकार कार्यक्रम के तहत उत्साह और सजगता से कार्य किया गया है। इसके साथ ही एन.आर.सी. मे स्वीकृत बेड के अनुसार कुपोषित बच्चो को भर्ती कराने का भी अच्छा कार्य हुआ है जिससे हाल की स्थितियो में भर्ती कुपोषित बच्चो का प्रतिशत 72 से बढकर 115 प्रतिशत हो गया है। ग्रामोदय अभियान की जानकारी देते हुये कलेक्टर ने बताया कि सतना जिले में सडक बनाने की वाली एजेंसी एवं सीमेन्ट प्रतिष्ठानो के सहयोग से 49 तालाब निर्माण का कार्य किया जा रहा है। यह कार्य यदि शासकीय मद से किया जाता तो चार से सवा चार करोड की लागत आनी थी। इसी प्रकार सतना नदी की साफ-सफाई और मैहर में टमस नदी की साफ-सफाई का भी कार्य जनसहयोग से प्रारंभ किया गया। ग्रामोदय अभियान के तहत 17 हजार किसानो के खेतो से मिट्टी के सेम्पल परीक्षण हेतु लिये गये है तथा आंगनवाडी और स्कूल मे पढने वाले सभी बच्चो के नेत्र परीक्षण की तीन वर्षीय कार्ययोजना भी तैयार की गई है। कार्यक्रम को जिला पंचायत अध्यक्ष सुधा सिंह, जिला पंचायत सदस्य उमेश प्रताप सिंह ने भी संबोधित किया। कार्यक्रम के प्रांरभ में कार्यक्रम अधिकारी जिला महिला बाल विकास प्रतिभा पाण्डेय ने स्नेह सरोकार सम्मेलन के विषय वस्तु की जानकारी दी। कार्यक्रम का शुभारंभ प्रभारी मंत्री श्री शुक्ल ने दीप प्रज्जलन और कन्यापूजन के साथ किया। कार्यक्रम में स्नेह सरोकार सम्मेलन के तहत कम वजन के बच्चो को पालन पोषण के लिये गोद लेने वाले व्यक्तियो एवं समाजसेवियो को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया।