सुशासन दिवस पर आयोजित आयुष मेला का विधानसभा अध्यक्ष ने किया शुभारंभ
रीवा 25 दिसम्बर 2022. सुशासन दिवस के उपलक्ष्य में शासकीय आयुर्वेद महाविद्यालय एवं आयुष विभाग के तत्वाधान में आयुष मेला आयोजित किया गया। स्थानीय पद्मधर पार्क में आयोजित एक दिवसीय मेले का प्रदेश के विधानसभा अध्यक्ष श्री गिरीश गौतम ने शुभारंभ किया।
इस अवसर पर अपने उद्बोधन में विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि आयुर्वेद चिकित्सा को जनजागरण से ही सर्वमान्य बनाया जा सकता है। यह चिकित्सा प्रद्धति हमारी सबसे प्राचीन चिकित्सा पद्धति है जो देश की सबसे मजबूत चिकित्सा पद्धति थी। हमारी विद्या के स्वकेन्द्रित होने से यह पद्धति विलुप्त हो रही है और हमें इस पर विश्वास नहीं रहा अत: जरूरत इस बात की है कि लोगों को जागरूक किया जाय और वह इसका महत्व समझें और इस पर विश्वास करें। उन्होंने कहा कि अमरकंटक व चित्रकूट क्षेत्र में महत्वपूर्ण औषधीय पौधे हैं। उनके संरक्षण के साथ हमें अपने आसपास के उपयोगी अमृत रूपी औषधीय पौधों को बचाना होगा क्योंकि इनसे ही आयुर्वेद को बचाया जा सकता है। श्री गौतम ने आयुर्वेद चिकित्सकों से अपेक्षा की कि अपनी विधा का महत्व समझे, लोगों में विश्वास पैदा करें और अपने अनुभव को जनभाषा में आगे बढ़ाये। उन्होंने कहा कि इस चिकित्सा पद्धति में एक्शन होता है रियेक्शन नहीं। इससे बेहतर कोई चिकित्सा पद्धति नहीं हो सकती।
इससे पूर्व आयुर्वेद महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. दीपक कुलश्रेष्ठ ने स्वागत उद्बोधन देते हुए बताया कि आयुर्वेद के प्रचार-प्रसार के लिये सुशासन दिवस का चयन किया गया। जनसेवा आरोग्य सेवा के उद्देश्य से यह आयुष मेला आयोजित किया गया है। जिसके माध्यम से लोगों को इस चिकित्सा पद्धति के लिये जागरूक करते हुए चिकित्सकों द्वारा उपचार भी किया जायेगा।
उल्लेखनीय है कि एक दिवसीय आयुष मेले में आयुर्वेद, होम्योपैथी, यूनानी चिकित्सा पद्धतियों की विशेषताओं को प्रदर्शित किया गया। मेले में लगाये गये स्टालों में विभिन्न रोगों का इलाज भी चिकित्सकों द्वारा किया गया। योग एवं प्राणायाम का भी प्रत्यक्षीकरण किया गया। इस अवसर पर अपर कलेक्टर शैलेन्द्र सिंह, जिला आयुष अधिकारी डॉ. शारदा मिश्रा, एसडीएम हुजूर अनुराग तिवारी, तहसीलदार आरपी त्रिपाठी, श्री रामनरेश तिवारी निष्ठुर, श्री पुष्पेन्द्र गौतम सहित चिकित्सक तथा स्थानीय जन उपस्थित रहे।