सड़क दुर्घटनाओं को रोकने के लिए लोगों को लगातार जागरूक करना आवश्यक – कलेक्टर

सड़क दुर्घटना रोकने के लिए वाहन चालकों को किया जाएगा जागरूक – पुलिस अधीक्षक

रीवा 24 मई 2022. नव गठित जिला सड़क सुरक्षा समिति की बैठक कलेक्ट्रेट के बाणसागर सभागार में आयोजित की गई। बैठक की अध्यक्षता करते हुए कलेक्टर मनोज पुष्प ने कहा कि रीवा जिले में आधुनिक वाहनों और अच्छी सड़कों की सुविधा तेजी से बढ़ी है। यातायात के नियमों की अनदेखी करने तथा वाहन चलाते समय लापरवाही बरतने से वाहन दुर्घटनाएं हो रही हैं। जिले में दोनों हाइवे में कई स्थान ब्लैक स्पॉट बनगए हैं। सड़क दुर्घटनाओं को रोकने के लिए लोगों को जागरूक करना आवश्यक है। जिले भर में वाहन चालकों, वाहन मालिकों तथा आमजनों को जागरूक करने के लिए लगातार कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। इसमें विभिन्न विभागों के साथ-साथ सामाजिक संगठनों, ट्रक-बस एसोसिएशनतथा सार्वजनिक परिवहन से जुड़े अन्य संगठनों का भी सहयोग लिया जाएगा।
कलेक्टर ने कहा कि जिले में वाहन दुर्घटनाओं पर नियंत्रण के लिए सड़क सुरक्षा कार्य योजना शीघ्र ही बनाई जाएगी। इसमें वाहन दुर्घटना को रोकने के सभी सुझावों को शामिल किया जाएगा। लगातार निरीक्षण और समझाइश से वाहन चालकों को दो पहिया वाहन चलाते समय हेलमेट के अनिवार्य रूप से उपयोग एवं चार पहिया वाहन में सीटबेल्ट के उपयोग के लिए प्रेरित किया जाएगा। वाहन दुर्घटनाके शिकार व्यक्तियों को सहायता देने वालों के लिए गुड सेमेरिटन योजना लागू है। यदि कोई व्यक्ति दुर्घटना पीड़ित की मदद करता है तो उसे पांच हजार रुपए की प्रोत्साहन राशि दी जाएगी। इस संबंध में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी आवश्यक कार्यवाही कर कलेक्टर कार्यालय को हर माह प्रतिवेदन प्रस्तुत करें।

बैठक में पुलिस अधीक्षक नवनीत भसीनने कहा कि वाहन दुर्घटना का सबसे बड़ा कारण लापरवाही पूर्वक वाहन चलाना है। वाहनचालकों के प्रशिक्षण तथा नियमित स्वास्थ्य जांच किया जाना आवश्यक है। यातायात नियमों का पालन सुनिश्चित करने के लिए वाहन चालकों को जागरूक किया जाएगा। ट्रक एसोसिएशन,बस एसोसिएशन तथा अन्य संगठनों के सहयोग से जागरूकता कार्यक्रम चलाया जाएगा। जिले के जिन स्थलों में बार-बार सड़क दुर्घटनाएं होती हैं वहाँ भी जन जागरूकता कार्यक्रम चलाया जाएगा। हेलमेट के उपयोग तथा चार पहिया वाहन में सीटबेल्ट के उपयोग की सतत निगरानी की जाएगी। वाहन दुर्घटना का प्रमुख कारण तेज गति से वाहन चलाना है। आधुनिक सिस्टमके जरिए जिले भर में तेज गति से वाहन चलाने वालों पर प्रतिदिन जुर्माना किया जारहा है। पुलिस अधीक्षक ने सभी वाहनों में रेडियम स्टीकर लगाने, ट्रैक्टर तथा ट्रालियों में रेडियम स्टीकर लगाने, टोल प्लाजा की सुविधाओं की लगातार निगरानी एवं वाहन विक्रेताओं के साथ दुर्घटना रोकने के संबंध में चर्चा करने का सुझाव दिया।

बैठक में यातायात प्रभारी सूबेदार दिलीप तिवारी ने बैठक में जिला सड़क सुरक्षा समिति के कार्यों की विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने बताया कि समिति हर 15 दिवस में सड़क दुर्घटनाओं की समीक्षा करेगी। साथ ही वाहन दुर्घटना रोकने के लिए राज्य सड़क सुरक्षा नीति के प्रावधानों एवं माननीय सुप्रीम कोर्ट की ऑनरोड सेफ्टी समिति द्वारा दिए गए निर्देशों का पालन सुनिश्चित कराएगी। बैठक में हाइवे में अवैध रूप से डिवाइडर में बनाए गए कट्स बंद करने, दुर्घटना संभावित स्थलों में सड़कों के सुधार, एंबुलेंसों की संख्या में वृद्धि तथा गुड सेमेरिटन योजना के प्रचार-प्रसार का सुझाव दिया गया। बैठक में अपर कलेक्टर शैलेन्द्र सिंह,अधीक्षण यंत्री नगर निगम शैलेन्द्र शुक्ला, परिवहन अधिकारी मनीष त्रिपाठी, कार्यपालन यंत्री लोक निर्माण विभाग केके गर्ग तथा अन्य संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे।

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