हर गरीब को हर माह खाद्यान्न उपलब्ध कराना हमारी नैतिक जिम्मेदारी है – संचालक खाद्य
खाद्यान्न का समय पर उठाव तथा शत-प्रतिशत वितरण करायें – संचालक खाद्य
रीवा 17 मार्च 2021. कलेक्ट्रेट के मोहन सभागार में आयोजित बैठक में संचालक खाद्य तरूण पिथोड़े ने सार्वजनिक वितरण प्रणाली से खाद्यान्न वितरण की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि खाद्य सुरक्षा योजना के तहत हर गरीब को हर माह तय मात्रा में खाद्यान्न उपलब्ध कराना हमारी नैतिक जिम्मेदारी है। इसके लिये कलेक्टर, खाद्य विभाग, सहकारिता, नागरिक आपूर्ति निगम तथा वेयरहाउस सामूहिक रूप से उत्तरदायी हैं। किसी भी स्तर पर यदि चूक होती है तो गरीब को खाद्यान्न के लिये भटकना पड़ता है। खाद्यान्न का समय पर आवंटन करके शत-प्रतिशत उठाव एवं वितरण करायें। इसमें किसी भी तरह की लापरवाही सहन नहीं की जायेगी। खाद्यान्न वितरण से जुड़ी दुकान स्तर तक की हर जानकारी कलेक्टर लॉगइन तथा इससे जुड़े अधिकारियों की लॉगइन से पोर्टल पर कभी भी देखी जा सकती है। कलेक्टर इसके माध्यम से हर सप्ताह समीक्षा करें। लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों तथा परिवहनकर्ताओं पर कड़ी कार्यवाही करें।
बैठक में संचालक ने कहा कि इस वर्ष प्रदेश में खाद्य सुरक्षा योजना के सभी नवीन परिवारों का शत-प्रतिशत सत्यापन कर दिया गया है, जिससे अपात्र परिवारों के नाम पृथक हो गये हैं। कलेक्टर पात्र परिवारों के नाम जोड़ने तथा अपात्र के नाम काटने की कार्यवाही लगातार करें। आधार सीडिंग का कार्य 97 प्रतिशत पूरा हो गया है। शेष तीन प्रतिशत परिवारों की भी आधार सीडिंग करा दें। हर माह अन्न उत्सव के माध्यम से निर्धारित तिथि में खाद्यान्न का वितरण करायें। रीवा जिले में अन्न उत्सव से 40 प्रतिशत हितग्राहियों को खाद्यान्न एक ही दिन में वितरित करने का शानदार कार्य किया गया है। अन्य जिले भी इसका अनुसरण करें। समय पर उचित मूल्य दुकानों में खाद्यान्न पहुंचेगा तो वितरण भी समय पर होगा।
संचालक ने कहा कि सार्वजनिक वितरण प्रणाली की जिला तथा विकासखण्ड स्तर की निगरानी समितियों की नियमित बैठक आयोजित करें। दुकान स्तर की समिति के सदस्यों को भी सक्रिय करें। दुकान में खाद्यान्न पंहुचने पर निगरानी समिति के सदस्यों की उपस्थिति में भण्डारित करायें। खाद्यान्न का पारदर्शिता से वितरण होने पर शिकायतें अपने आप घट जायेंगी। जिन सेल्समैनों के पास दो या इससे अधिक दुकानें हैं उनमें अतिरिक्त दुकानों में खाद्यान्न वितरण की जिम्मेदारी स्वसहायता समूहों को सौपें। रीवा संभाग में 83.83 प्रतिशत नवीन पात्र परिवारों को खाद्यान्न वितरण किया गया है। जो परिवार तीन माह से खाद्यान्न का उठाव नहीं कर रहे हैं उनके नाम काटने की कार्यवाही करें। संचालक खाद्य ने खाद्यान्न के शत-प्रतिशत ऑनलाइन वितरण के भी निर्देश दिये।
बैठक में संचालक नागरिक आपूर्ति निगम अभिजीत अग्रवाल ने कहा कि वन नेशन वन राशन कार्ड की व्यवस्था लागू हो गई है। राशन कार्ड पोर्टबिलिटी का लाभ उपभोक्ताओं को दें। यदि अन्य किसी जिले का राशनकार्डधारी आपके जिले में राशन की मांग करता है तो उसे खाद्यान्न प्रदान करें। इसके लिये संबंधित दुकानों को अतिरिक्त आवंटन दें। उन्होंने कहा कि वन समितियों तथा सहकारी उपभोक्ता भंडार के बैंक खाता संख्या की जानकारी जिला आपूर्ति अधिकारी तत्काल उपलब्ध करायें जिससे उन्हें कमीशन की राशि जारी की जा सके। बैठक में हितग्राहियों के सत्यापन, सीएम हेल्पलाइन के प्रकरणों के निराकरण, नवीन परिवारों को खाद्यान्न पर्ची जारी करने, आंगनवाड़ी एवं छात्रावासों को खाद्यान्न आवंटन की भी समीक्षा की गई। बैठक में रीवा संभाग के प्रभारी कमिश्नर एवं कलेक्टर रीवा डॉ. इलैयाराजा टी, प्रभारी कमिश्नर शहडोल संभाग अमर सिंह, दोनों संभागों के सभी जिलों के कलेक्टर, खाद्य, नागरिक आपूर्ति निगम, वेयरहाउस, सहकारिता तथा जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक के अधिकारी उपस्थित रहे।
खरीदी केन्द्रों में सभी जानकारी प्रदर्शित करें – प्रबंध संचालक नागरिक आपूर्ति निगम
उपार्जित गेंहू के भण्डारण की उचित व्यवस्था करायें – संचालक खाद्य
रीवा 17 मार्च 2021. रबी उपार्जन की संभागीय समीक्षा बैठक कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित की गई। बैठक में रीवा संभाग तथा शहडोल संभाग में उपार्जन तैयारियों की समीक्षा की गई। प्रबंध संचालक नागरिक आपूर्ति निगम अभिजीत अग्रवाल तथा संचालक खाद्य तरूण पिथोड़े ने उपार्जन की बिन्दुवार समीक्षा की एवं अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिये। बैठक में प्रभारी कमिश्नर रीवा संभाग एवं कलेक्टर रीवा डॉ. इलैयाराजा टी, प्रभारी कमिश्नर शहडोल संभाग अमर सिंह, कलेक्टर सतना अजय कटेसरिया, कलेक्टर सीधी रवीन्द्र चौधरी, कलेक्टर सिंगरौली आरआर मीणा, कलेक्टर शहडोल सतेन्द्र सिंह, कलेक्टर अनूपपुर चन्द्रमोहन सिंह, कलेक्टर उमरिया संजीव श्रीवास्तव तथा खाद्य अधिकारी एवं उपार्जन से जुड़े अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।
बैठक में प्रबंध संचालक नागरिक आपूर्ति निगम श्री अग्रवाल ने कहा कि सभी खरीदी केन्द्र में उपार्जन से जुड़ी आवश्यक जानकारियां अनिवार्य रूप से प्रदर्शित करायें। खरीदी केन्द्रों में किसान द्वारा लाये गये गेंहू को वाहन से उतारने तथा उसे साफ करने की राशि किसान द्वारा वहन की जायेगी। गेंहू की भराई-तुलाई एवं परिवहन के लिये वाहनों में चढ़ाने की मजदूरी समिति द्वारा वहन की जायेगी। किसानों को खरीदी के लिये एसएमएस दिये जायेंगे जो सात दिनों तक मान्य रहेंगे। गोदाम स्तर पर अधिक से अधिक खरीदी केन्द्र बनायें, जिससे परिवहन की समस्या न रहे। खरीदे गये गेंहू का तत्काल परिवहन करायें। उपार्जित गेंहू तथा परिवहन किये गये गेंहू की प्रतिदिन समीक्षा करें। जिस किसान से पहले गेंहू लिया गया है समिति से उस गेंहू का उठाव होने पर ही अगले किसान के परिवहन की पर्ची जारी होगी।
बैठक में प्रबंध संचालक नागरिक आपूर्ति ने कहा कि सभी कलेक्टर उपार्जन के तैयारियों की समीक्षा कर लें। दोनों संभागों में एक अप्रैल से गेंहू का तथा चना, सरसों एवं मसूर का 22 मार्च से उपार्जन शुरू होगा। उपार्जन 15 मई तक किया जायेगा। तय समय-सीमा में ही शत-प्रतिशत उपार्जन करने का प्रयास करें। गेंहू के गुणवत्ता नियंत्रण के लिये जिला स्तरीय तथा खण्डस्तरीय समिति गठित कर दें। केवल अच्छी गुणवत्ता के गेंहू की ही खरीद करें। खरीदी केन्द्रों में ही सर्वेयर एवं गुणवत्ता नियंत्रक तैनात करें जिससे अमान्य गेंहू मौके पर ही किसानों को लौटाया जा सके। गेंहू उपार्जन में स्वीकृति पत्रक मोबाइल एप के माध्यम से जारी किया जायेगा। समितियों को अनुमानित खरीदी के अनुसार बारदाना उपलब्ध कराया जा रहा है। जिला तथा संभाग स्तर पर 15 प्रतिशत अतिरिक्त बारदाना उपलब्ध रहेगा। उन्होंने कहा कि किसान ने जिस केन्द्र में मैपिंग करायी है वहीं पर खरीद की जायेगी। इसका परिवर्तन कलेक्टर की अनुमति के बाद ही किया जाय।
बैठक में संचालक खाद्य ने कहा कि उपार्जित गेंहू तथा अन्य अनाजों के भण्डारण की उचित व्यवस्था करायें। निजी क्षेत्र में गोदाम निर्माण को प्रोत्साहित करें। रीवा में चाकघाट, सीधी में कुसमी, सिंगरौली में तीन तहसीलों, अनूपपुर में राजेन्द्र ग्राम तथा अन्य भण्डारण विहीन क्षेत्रों में गोदाम निर्माण के तत्काल प्रस्ताव प्रस्तुत करें। उपार्जन की निगरानी के लिये उड़नदस्तों का गठन कर लें। गेंहू का उपार्जन पूरी पारदर्शिता से किया जायेगा। गत वर्ष गेंहू और इस वर्ष धान का उपार्जन बहुत शानदार तरीके से किया गया। इसके लिये कलेक्टर तथा उपार्जन से जुड़े अधिकारी बधाई के पात्र हैं।
बैठक में बताया गया कि रीवा संभाग में 316 केन्द्रों तथा शहडोल संभाग में 84 केन्द्रों में उपार्जन किया जायेगा। उपार्जन के लिये रीवा संभाग में एक लाख 86 हजार 720 किसानों ने पंजीयन कराया है। यह गत वर्ष से 26.4 प्रतिशत अधिक है। गत वर्ष की तुलना में पंजीकृत गेंहू के रकबे में भी 15.2 प्रतिशत वृद्धि हुई है। शहडोल संभाग में 32 हजार 300 किसानों ने पंजीयन कराया है जो गत वर्ष से 15.4 प्रतिशत अधिक है। इस संभाग में रकबे में 7.7 प्रतिशत वृद्धि हुई है। इस वर्ष रीवा संभाग में 11.75 लाख टन तथा शहडोल संभाग में 1.57 लाख टन गेंहू उपार्जन का अनुमान है।