सुपर स्पेशलिटी हास्पिटल गरीबों के लिए उपचार का बड़ा सहारा बना है – श्री शुक्ल
रीवा 12 मार्च 2022. सुपर स्पेशलिटी हास्पिटल के कार्यों की समीक्षा बैठक हास्पिटल के सभाकक्ष में आयोजित की गई। बैठक में पूर्व मंत्री एवं विधायक रीवा श्री राजेन्द्र शुक्ल ने कहा कि सुपर स्पेशलिटी हास्पिटल की स्थापना गरीबों को नि:शुल्क विशेषज्ञ डॉक्टरों की सुविधा देना था। इस उद्देश्य में यह अस्पताल सफल हो रहा है। प्रदेश के तीनों सुपर स्पेशलिटी हास्पिटलों में उपचार देने में रीवा सुपर स्पेशलिटी हास्पिटल प्रथम स्थान पर है। इसमें अब तक एक हजार से अधिक एंजियोग्राफी की जा चुकी हैं। इनमें से 900 से अधिक आयुष्मान कार्डधारी गरीब रोगियों की हैं। इसके अलावा भी हास्पिटल में किडनी, ह्मदय रोग तथा अन्य रोगों का सफलतापूर्वक उपचार किया जा रहा है। हास्पिटल की व्यवस्थाएं और अधिक बेहतर बनाएं। आयुष्मान योजना से डॉक्टरों को मिलने वाली प्रोत्साहन राशि का एक सप्ताह में वितरण करें। डॉक्टरों को आयुष्मान योजना मद में 10 प्रतिशत तथा नॉन आयुष्मान रोगियों के उपचार में 20 प्रतिशत प्रोत्साहन राशि देने का प्रावधान है।
विधायक श्री शुक्ल ने कहा कि गत बैठक में सुपर स्पेशलिटी हास्पिटल में शाम के समय पेड ओपीडी शुरू करने का निर्णय लिया गया था। इसके लिए राशि निर्धारित कर इस सुविधा को शुरू कराएं। सुपर स्पेशलिटी हास्पिटल के संचालन के लिए आउटसोर्स से रिक्त पदों की पूर्ति कराएं तथा व्यवस्थाएं बनाए रखने के लिए संजय गांधी हास्पिटल में उपलब्ध कर्मचारियों को भी इसमें तैनात करें। हास्पिटल की छोटी-छोटी कठिनाईयों तथा कमियों को दूर करके इसे विन्ध्य का सर्वश्रेष्ठ हास्पिटल बनाएं। इस हास्पिटल के खुल जाने के बाद बड़े शहरों में उपचार के लिए जाने वाले कई गंभीर रोगी अब यहीं उपचार करा रहे हैं। उन्होंने कहा कि मेडिकल कॉलेज के डीन कोविड संक्रमण काल में सेवा देने वाले सभी वार्ड ब्वॉयों कों पुन: हास्पिटल में तैनात करें। जिन कर्मचारियों ने कोविड के संकट काल में हास्पिटल को सेवाएं दी उन्हें भर्ती के समय प्राथमिकता दें।
बैठक में रीवा संभाग के कमिश्नर अनिल सुचारी ने कहा कि हास्पिटल के रिक्त पदों में शीघ्र भर्ती की कार्यवाही की जाएगी। अधीक्षक इस संबंध में तत्काल प्रक्रिया आरंभ करें। कमिश्नर ने मेडिकल कालेज के डीन तथा अधीक्षक को सुपर स्पेशलिटी हास्पिटल की उपचार सुविधाओं, साफ-सफाई व्यवस्था, दवा वितरण तथा जांच सुविधाओं की लगातार निगरानी के निर्देश दिए। बैठक में कलेक्टर मनोज पुष्प, मेडिकल कॉलेज के डीन डॉ. देवेश सारस्वत, अधीक्षक डॉ. अक्षय श्रीवास्तव तथा चिकित्सकगण उपस्थित रहे।