मुख्यमंत्री ने वीडियो कान्फ्रेंसिंग से कोविड नियंत्रण के संबंध में दिए निर्देश गरीब की रोजी रोटी पर संकट न आए और किसी की जान भी न जाए ऐसी व्यवस्था करें – मुख्यमंत्री
रीवा 24 दिसम्बर 2021. वीडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कोरोना संक्रमण रोकने तथा कोरोना पीडि़तों के उपचार के व्यवस्थाओं की समीक्षा की। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश के 18 जिलों में कोरोना के नए प्रकरण मिले हैं। हमारे पड़ोस में महाराष्ट्र और गुजरात राज्यों में तेजी से इसका प्रसार हो रहा है। दिल्ली में भी कई प्रकरण रोज मिल रहे हैं। इनसे ही प्रदेश के महानगरों में संक्रमण की शुरूआत होती है जो तेजी से पूरे प्रदेश में फैलती है। पिछले दो वर्षों के अनुभवों के आधार पर कोरोना की तीसरी लहर को सीमित रखने के लिए सभी कलेक्टर अभी से प्रबंध करें। नाइट कफ्र्यू के संबंध में निर्देश जारी कर दिए गए हैं। सार्वजनिक स्थलों पर मास्क के अनिवार्य उपयोग, फिजिकल दूरी बनाए रखने तथा लगातार बड़ी संख्या में जांच पर विशेष ध्यान दें। नगरीय निकाय तथा पुलिस विभाग रोको टोको अभियान पुन: शुरू करे। जिले की स्थिति के अनुसार आवश्यक प्रतिबंध लागू करें। गरीब की रोजी-रोटी पर संकट न आए और किसी कोरोना पीडि़त की जान भी न जाए ऐसी व्यवस्था करें।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना के उपचार के लिए आवश्यक प्रबंधों की तत्काल समीक्षा करें। सभी जिलों में बेडों की संख्या पर्याप्त रहे। ऑक्सीजन की नियमित आपूर्ति की व्यवस्थाएं सुनिश्चित कर लें। कोरोना पीडि़तों के उपचार के लिए दवाओं, उपकरणों तथा अन्य आवश्यक सामग्रियों की भी कलेक्टर पूरी व्यवस्था करा लें। कोरोना संकट से निपटने में आपदा प्रबंधन दल का सराहनीय योगदान रहा है। इनके साथ कलेक्टर बैठक आयोजित करके दल को पुन: सक्रिय करें। यदि कोरोना का संकट आता है तो जनता के सहयोग से उस संकट से निपटने के उपाय किए जाएंगे। कलेक्टर निजी अस्पताल संचालकों के साथ भी बैठक करके कोरोना के उपचार के संबंध में निर्देश दें। कोरोना के उपचार के लिए उन्हीं निजी अस्पतालों को मान्य किया जाएगा जो सार्थक एप के माध्यम से जानकारी दर्ज करने के लिए पंजीकृत हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी प्रभारी मंत्री भी अपने प्रभार के जिलों में कोरोना से बचाव और उपचार की समस्त व्यवस्थाओं की समीक्षा कर लें। यदि स्वयं उपस्थित होना संभव न हो तो वर्चुअल माध्यम से बैठक में शामिल होकर स्थिति की समीक्षा करें। कोविड उपचार योजना की अवधि 31 मार्च 2022 तक बढ़ा दी गई है। वीडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से मुख्य सचिव श्री इकबाल सिंह बैस ने कहा कि सभी जिले संदिग्ध कोरोना पीडि़तों के नमूनों की जांच लक्ष्य के अनुसार करें। रेलवे स्टेशन, हवाई अड्डे तथा बस स्टैण्ड जैसे संवेदनशील स्थलों में कोरोना की जांच पुन: शुरू कराएं। किसी व्यक्ति के पॉजिटिव पाए जाने पर होम आइसोलेशन अथवा हास्पिटल में भर्ती कराकर उपचार की सुविधा दें। साथ ही उसकी कान्टेक्ट ट्रेसिंग अवश्य कराएं। सिनेमा हॉल, सरकारी तथा निजी कार्यालयों एवं बड़े प्रतिष्ठानों में उन्हीं व्यक्तियों को प्रवेश दें जिन्होंने वैक्सीन की दोनों डोज लगवा ली हैं। बैठक में अतिरिक्त मुख्य सचिव मोहम्मद सुलेमान ने प्रजेंटेशन के माध्यम से प्रदेश, देश एवं विश्व में कोरोना की वर्तमान स्थिति के संबंध में विवरण प्रस्तुत किया।
कलेक्ट्रेट के एनआईसी केन्द्र से रीवा संभाग के कमिश्नर अनिल सुचारी, अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक केपी व्यंकटेश्वर राव, डीआईजी अनिल सिंह कुशवाह, कलेक्टर डॉ. इलैयाराजा टी, पुलिस अधीक्षक नवनीत भसीन, डीन मेडिकल कॉलेज मनोज इंदुरकर, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. बीएल मिश्र, उप संचालक स्वास्थ्य डॉ. एनपी पाठक तथा डॉ. संजीव शुक्ला एवं उप संचालक सतीश निगम उपस्थित रहे।