रीवा जिला सुकन्या समृद्धि योजना में देश में प्रथम
रीवा 19 अगस्त 2021. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान को सुकन्या समृद्धि योजना ने नया आयाम दिया है। पोस्ट आफिस के माध्यम से लागू इस योजना में नवजात से लेकर 10 वर्ष तक की प्रत्येक बेटी का बचत खाता पोस्ट आफिस में खोला जाता है। यह सर्वाधिक 7.8 प्रतिशत ब्याज देने वाला बचत खाता है। रीवा जिले में कलेक्टर डॉ. इलैयाराजा टी ने महिला एवं बाल विकास विभाग के माध्यम से 10 वर्ष तक की हर बेटी के पोस्ट आफिस में खाते खोलने का अभियान शुरू किया। अभियान में स्कूल शिक्षा विभाग का भी सहयोग लिया गया। सही रणनीति और उचित प्रयासों के माध्यम से केवल 22 दिनों में रीवा जिले में 90 हजार 324 बेटियों को सुकन्या समृद्धि योजना से लाभान्वित किया गया। इन सभी के पोस्ट आफिस में खाते खोलकर पासबुक इनके अभिभावकों को प्रदान कर दी गई है। पूर्व में इस योजना में पोस्ट आफिस द्वारा 31 हजार 393 खाते खोले गये थे। शिक्षा विभाग के सहयोग से 14 हजार 227 छात्राओं के पोस्ट आफिस में खाते खोले गये। वर्तमान में 15 अगस्त तक रीवा जिले में एक लाख 34 हजार 947 बेटियों के सुकन्या समृद्धि के खाते निर्धारित राशि जमा कराकर खोले गये हैं। संख्या की दृष्टि से रीवा जिले ने तमिलनाडु के थिरूवल्लर जिले को पीछे छोड़ते हुये पूरे देश में सुकन्या समृद्धि योजना में प्रथम स्थान प्राप्त किया है। यह बेटियों की आर्थिक आजादी और आत्मनिर्भरता की ओर बढ़ाया गया रीवा का अभूतपूर्व कदम है।
रीवा जिले में सुकन्या समृद्धि योजना से 85 हजार बेटियों के पोस्ट आफिस में खाते खोलने का लक्ष्य निर्धारित किया गया था। कलेक्टर डॉ. इलैयाराजा टी द्वारा हर सप्ताह योजना की समीक्षा की गई। महिला एवं बाल विकास विभाग के प्रत्येक परियोजना अधिकारी तथा पर्यवेक्षक से कलेक्टर लक्ष्य पूर्ति के संबंध में कठिनाईयों के बारे में स्वयं चर्चा करके समाधान करते थे। योजना से जुड़े अधिकारियों और कर्मचारियों का व्हाट्सएप ग्रुप बनाकर खाता खोलने की प्रगति की समीक्षा की गई। जिसके परिणाम स्वरूप केवल 22 दिनों की छोटी अवधि में महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा 90 हजार 324 खाते खोलकर शानदार उपलब्धि अर्जित की गई। शिक्षा विभाग ने भी इस अवधि में 14 हजार 271 बेटियों के खाते पोस्ट आफिस में खुलवाये। सबके सामूहिक प्रयासों से रीवा जिले को प्रदेश ही नहीं देश में प्रथम स्थान प्राप्त करने में सफलता प्राप्त हुई।