रीवा विधायक पूर्व मंत्री राजेन्द्र शुक्ल ने सफेद बाघ गोपी की आकस्मिक मृत्यु पर गहरा दुःख व्यक्त किया
वनमण्डलाधिकारी वन मंडल श्री राजेश राय द्वारा जानकारी दी गई कि महाराजा मार्तण्ड सिंह जूदेव व्हाइट टाइगर सफारी एण्ड जू मुकुन्दपुर में 23 दिसंबर 2020 को सफेद बाघ/नर (गोपी) की आकस्मिक मृत्यु हो गई। नर बाघ गोपी 6 अप्रैल 2018 को मैत्रीबाग जू भिलाई (छत्तीसगढ़) से महाराजा मार्तण्ड सिंह जूदेव व्हाइट टाइगर सफारी एण्ड जू मुकुन्दपुर मे लाया गया था। 23 दिसंबर 2020 को नाइट हाउस सेल की सफाई के लिये प्रात: 10 बजे बाड़ा मे छोड़ा गया था। प्रात: 10 बजे से दोपहर 3 बजे तक नर बाघ गोपी बाड़े मे विचरण करता रहा। अपरान्ह लगभग 3 बजे बाड़ा के मोट मे दीवाल के किनारे आकर लेट गया था। संचालक जू मुकुन्दपुर द्वारा तत्काल इसकी सूचना चिकित्सकों एवं वरिष्ठ अधिकारियों को दी गई। चिकित्सकों द्वारा मौके पर पहुंचकर बाघ के परीक्षण पश्चात् मृत घोषित कर दिया गया। 24 दिसंबर 2020 को स्कूल ऑफ वाइल्ड लाइफ फोरेन्सिक एण्ड हेल्थ नाना जी देशमुख पशु चिकित्सा विज्ञान विश्वविद्यालय जबलपुर, पशु चिकित्सा विज्ञान महाविद्यालय रीवा एवं संयुक्त संचालक पशु चिकित्सा सेवाए रीवा से आये पशु चिकित्सकों/विशेषज्ञों के दल द्वारा पोस्टमार्टम किया गया। प्रथम दृष्टया चिकित्सकों के दल द्वारा मृत्यु का कारण रेस्पिरेटरी फेल्योर होना बताया गया। मृत्यु के कारणो की विस्तृत जांच हेतु सेम्पल एकत्रित किया जाकर सुरक्षित रखा गया एवं वरिष्ठ अधिकारियों की उपस्थिति मे मृत वन्यप्राणी का निर्धारित प्रोटोकाल अनुसार समस्त अवयवों सहित दाह संस्कार किया गया।
सफेद बाघ गोपी के मृत्यु का दुखद समाचार मिलने पर तत्काल राजेन्द्र शुक्ल ने मुकुंदपुर जाकर अत्यंत दुख व्यक्त करते हुए वन विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक किया। व्हाइट टाइगर सफारी मुकुंदपुर के एक-एक वन्य प्राणी दुर्लभ एवं अनमोल है, इनकी देख रेख पूर्ण समर्पण भाव से सेवा करें। व्हाइट टाइगर सफारी का प्रमुख उद्देश्य ही सफेद बाघों का संरक्षण और संवर्धन करना है, ऐसे में सफेद बाघ की मौत बेहद चिंताजनक है। वन्यजीवों के स्वास्थ्य और संरक्षण के मामले में किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। सफेद बाघ की अस्वस्थता के दौरान आकस्मिक मृत्यु की जांच पूरी गंभीरता के साथ की जानी चाहिए।
बैठक के दौरान अधूरे पड़े बड़ों को शीघ्र पूरा कराने के निर्देश देते हुए कहा कि इस काम के लिए डीएमएफ एवं एनसीएल के सीएसआर से फंड हेतु प्रस्ताव भेजें। साथ ही ब्रीडिंग सेंटर को भी शीघ्र चालू कराने के लिए निर्देश दिये।
इस दौरान डीएफओ सतना श्री राजेश राय, पूर्व सीसीएस श्री आरबी शर्मा, डीएफओ. श्री राजीव मिश्रा सहित अन्य संबंधित लोग उपस्थित रहे।