सांस्कृतिक व साहित्यिक विकास में पं. रामसागर शास्त्री का अमूल्य योगदान है – पूर्व मंत्री एवं रीवा विधायक श्री राजेन्द्र शुक्ल
रीवा 19 दिसंबर 2020. विन्ध्य के सांस्कृतिक व साहित्यिक विकास की जब चर्चा होगी तब स्व. पं. रामसागर शास्त्री का नाम जरूर आयेगा। वह विन्ध्य की महान विभूति थे तथा उनका व्यक्तित्व आकर्षक था वह आत्मविश्वास से भरे रहते थे। उक्त आशय के उद्गार पूर्व मंत्री एवं रीवा विधायक श्री राजेन्द्र शुक्ल ने पं. रामसागर शास्त्री की प्रथम पुण्य तिथि पर आयोजित स्मृति प्रसंग कार्यक्रम में व्यक्त किये।
श्री शुक्ल ने कहा कि पं. रामसागर शास्त्री का सानिध्य उन्हें मिला तथा वह अभिभावक की तरह मार्गदर्शन थे। बीहर नदी में बनाये जा रहे ईको टूरिज्म पार्क बनाने की प्रेरणा रामसागर शास्त्री जी से ही उन्हें मिली थी। शास्त्री जी साहित्य व राजनीति के संगम थे। जहां उनका कार्यक्षेत्र साहित्य जगत था वहीं दूसरी ओर उनके सभी राजनीतिक दलों के लोगों से मित्रवत संपर्क थे। लेखन उनकी दिनचर्चा में शामिल था। उनके जीवन दर्शन से नई पीढ़ी को प्रेरणा लेनी चाहिए और इस प्रकार के आयोजन आने वाली पीढ़ी को मार्गदर्शन व सीख लेने का माध्यम बनते हैं। उन्होंने कार्यक्रम के आयोजन के लिये श्री रमाकांत शर्मा व श्री उमाशंकर तिवारी को साधुवाद दिया। कार्यक्रम में साहित्यकारों व मीडिया प्रतिनिधियों ने भी अपने विचार व्यक्त कर स्व. शास्त्री जी का पुण्य स्मरण किया।