रीवा जिले मे धान खरीदी के लिए बनाये गये 124 उपार्जन केन्द्र 20 हजार 59 किसानों से 80 हजार 473 मैट्रिक टन धान उपार्जित
खरीदी केन्द्रों में पूरी तरह नि:शुल्क किया जा रहा है धान का उपार्जन, नहीं ली जाती कोई राशि
रीवा 09 दिसंबर 2020. कलेक्टर इलैयाराजा टी ने खरीफ उपार्जन वर्ष 2020-21 में समर्थन मूल्य पर धान उपार्जन की जानकारी देते हुए बताया कि किसानों के सुविधाजनक धान उपार्जन के लिए जिले में 124 उपार्जन केन्द्र बनाये गये हैं। जबकि गतवर्ष केवल 71 उपार्जन केन्द्र ही बनाये गये थे। पंजीकृत किसानों से उपार्जन केन्द्रों में सूखी एवं साफ सुथरी (एफएक्यू) स्तर की धान लाये जाने पर उन्हें कम्प्यूटराइज्ड टोकन जारी किया जायेगा। उन्होंने बताया कि किसान एसएमएस जारी होने के बाद 15 दिवस में धान का विक्रय कर सकते हैं। किसानों को मोबाइल के माध्यम से ही सूचित किया जा रहा है।
कलेक्टर ने बताया कि धान उपार्जन के लिए 72 हजार 709 किसानों ने अपना पंजीयन कराया है। इसमें से 34 हजार 844 किसानों को एसएमएस जारी किया जा चुका है। 20 हजार 59 किसानों से 80 हजार 473 मैट्रिक टन धान की खरीदी की जा चुकी है। धान विक्रय करने वाले किसानों में से 10 हजार 290 किसानों को 63.53 करोड़ रूपये का ईपीओ जारी कर 6226 किसानों के खाते में 36.23 करोड़ रूपये की राशि का भुगतान किया जा चुका है।
उन्होंने बताया कि उपार्जन केन्द्र में बोरियों में स्टेंसिल लगाने उसमें धान भरने, उसकी तौल करने एवं सिलाई पश्चात सुरक्षित भण्डारण हेतु छल्ली लगाने की जिम्मेदारी उपार्जन केन्द्र की होगी। किसानों से नवीन वारदाने में 40.580 किलो ग्राम धान ली जा रही है जबकि पुराने वारदानों में 40.500 किलो ग्राम धान ली जाती है। पंजीकृत किसान एक से अधिक केन्द्र में से अपनी सुविधानुसार किसी एक केन्द्र पर अपनी उपज का धान विक्रय कर सकेंगे। किसान को उपार्जन केन्द्र में अनाज खाली कराने की जबावदारी स्वंय की होगी। इसके अतिरिक्त किसानों से उपार्जन प्रभारी द्वारा कोई राशि नहीं ली जायेगी। उपार्जन प्रभारी द्वारा या अन्य कर्मचारी द्वारा यदि किसान से किसी प्रकार की राशि की मांग की जाती है तो वह जिला स्तरीय नियंत्रण कक्ष के दूरभाष पर शिकायत दर्ज करायें।
कलेक्टर ने बताया कि किसानों को धान विक्रय के लिए किसी प्रकार की समस्या का सामना न करना पड़े इसके लिए जिला स्तरीय नियंत्रण कक्ष स्थापित किया गया है। इसका दूरभाष नंबर 07662-252202 पर प्रात: 9 बजे से शाम 8 बजे तक अपनी शिकायत दर्ज करा सकते हैं या कोई भी जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। उपार्जन केन्द्र में किसानों के बैठने, शुद्ध पानी पीने एवं अस्थाई शौचालय की व्यवस्था की गयी है। समस्त उपार्जन केन्द्रों में धान उपार्जन की जानकारी देने के लिए फ्लैक्स-बैनर भी लगाये गये हैं।