रबी सीजन में 491 करोड़ 20 लाख यूनिट बिजली सप्लाई
पिछले वर्ष की तुलना में 18 प्रतिशत ज्यादा विद्युत प्रदाय
प्रदेश में इस बार रबी सीजन में पिछले बार की तुलना में अधिक विद्युत प्रदाय किया गया है। इस वर्ष 491 करोड़ 20 लाख यूनिट बिजली सप्लाई की गई, जो 18 प्रतिशत अधिक है।
प्रदेश में रबी सीजन अक्टूबर से फरवरी माह तक रहता है । इस दौरान कृषि क्षेत्र में सिंचाई के लिए सर्वाधिक बिजली की माँग रहती है। अक्टूबर से फरवरी माह में 3164 करोड़ 70 लाख यूनिट बिजली की सप्लाई की गई, वहीं पिछले वित्त वर्ष में 2673 करोड़ 50 लाख यूनिट बिजली की सप्लाई की गई थी। प्रदेश में वर्तमान में रोशनी के लिए 24 घंटे एवं सिंचाई के लिए 10 घंटे बिजली सप्लाई सफलता से की जा रही है।
इस बार रबी सीजन में प्रदेश के इतिहास में सर्वाधिक बिजली की माँग 25 दिसंबर 2015 को 10 हजार 841 मेगावाट तक पहुँच गई।
रबी सीजन में इस बार 55 दिन, 10 हजार मेगावाट से ऊपर बिजली की माँग बनी रही। वहीं 4 दिसंबर 2015 से 15 जनवरी 2016 तक लगातार 42 दिन बिजली की माँग 10 हजार मेगावाट से ऊपर रही।
भारत शासन के विद्युत मंत्रालय के केन्द्रीय विद्युत प्राधिकरण (सेन्ट्रल इलेक्ट्रिसिटी अथॉरिटी-सीईए) ने भी मान्यता दी है कि मध्यप्रदेश में 10 हजार मेगावाट से अधिक की बिजली उपलब्धता है। प्रदेश में जितनी बिजली की माँग थी, उससे अधिक बिजली की उपलब्धता है।