निर्माण कार्यों में जन सुरक्षा की अनदेखी होने पर होगी एफआईआर – कमिश्नर
सीवर लाइन निर्माण के साथ सड़क को तत्काल चलने योग्य बनायें – कमिश्नर
रीवा 11 नवम्बर 2020. कमिश्नर कार्यालय में आयोजित बैठक में रीवा संभाग के कमिश्नर तथा प्रशासक नगर निगम राजेश कुमार जैन ने नगर निगम क्षेत्र में संचालित निर्माण कार्यों की प्रगति की समीक्षा की। श्री जैन ने अमृत योजना के तहत बनाये जा रहे सीवरेज प्रोजेक्ट में तीन वर्षों में केवल 13 प्रतिशत कार्य होने पर नाराजगी जताई। उन्होंने कहा कि शहर के आमजनों को बरसों-बरस धूल और असुरक्षा के घेरे तथा ट्रैफिक जाम में नहीं झोका जा सकता है। सीवर लाइन का निर्माण कार्य तय समय सीमा में अनिवार्य रूप से पूरा करायें। सीवर लाइन बनाने के लिये जहां पर सड़कें खोदी गई हैं वहां से तत्काल मिट्टी हटाकर निर्धारित मटेरियल से तत्काल फिलिंग करायें। इसमें नियमित रूप से पानी का छिड़काव करें तथा रोलर चलाकर सड़क को चलने योग्य बनायें। निर्माण कार्यों में जन सुरक्षा अनदेखी करने पर एफआईआर दर्ज कर कार्यवाही की जायेगी।
कमिश्नर ने कहा कि शहर के मुख्य मार्ग पर चल रहे सीवर लाइन के कार्य को शीघ्र पूरा कराने के प्रयास करें। सीवरेज परियोजना के तहत शहर के अलग-अलग 6 स्थलों पर 25 एमएलडी क्षमता के सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट बनाये जाना है। इनमें किसी में भी कार्य शुरू नहीं हुआ है। साथ ही राष्ट्रीय नदी संरक्षण योजना के तहत जयंती कुंज में बनाये गये 12 एमएलडी के सीवरेज ट्रीटमेंट प्लान्ट का भी निर्माण एजेंसी द्वारा शुरू नहीं कराया गया है। निर्माण एजेंसी ट्रीटमेंट प्लांट बनाने, सीवरेज के कनेक्शन देने तथा अन्य निर्माण कार्यों में भी बहुत पीछे है। निर्माण एजेंसी निर्धारित कार्य योजना के अनुसार कार्य पूरे कराये तभी उसका भुगतान नगर निगम द्वारा किया जाय।
बैठक में कमिश्नर ने रतहरा से चोरहटा रोड के निर्माण के संबंध में निर्देश देते हुए कहा कि सीवरेज बनाने वाली एजेंसी के साथ समन्वय करके सड़क बनाने वाली एजेंसी कार्य करे। सीवरेजन निर्माण के बाद सड़क को तत्काल चलने योग्य बनायें। सभी निर्माण स्थलों में ग्रीन नेट, चेतावनी बोर्ड, सुरक्षा जाली अनिवार्य रूप से लगायें। सभी निर्माण स्थलों में नियमित रूप से पानी का छिड़काव करें जिससे आम जनता को वायु प्रदूषण से राहत मिल सके। कमिश्नर ने शहर की विभिन्न बस्तियों में जल निकासी के लिये स्वीकृत 17 नालों के निर्माण के प्रगति की भी समीक्षा की। उन्होंने कहा कि निर्माणाधीन 8 नालों का निर्माण 15 दिसम्बर तक पूरा करायें। शेष निर्माण कार्य दो माह में पूरा करें। नाले खुले होने से कभी भी गंभीर दुर्घटना हो सकती है।
बैठक में कमिश्नर ने विभिन्न निर्माण कार्यों के कारण क्षतिग्रस्त पाइपलाइन के सुधार के लिये निर्माण एजेंसी सीएमआर इन्फ्रा स्ट्रक्चर को तत्काल लंबित राशि का भुगतान करने के निर्देश दिये। विभिन्न एजेंसियों के पास 53 लाख रूपये की राशि लंबित है। बैठक में नगर निगम के कमिश्नर मृणाल मीणा ने बताया कि रेलवे ओवर ब्रिाज का निर्माण कार्य 31 मार्च तक तथा समान ओवर ब्रिाज का निर्माण 15 जनवरी तक पूरा होगा। इनके कार्यों की प्रगति संतोषजनक है। बैठक में मुख्य अभियंता लोक निर्माण विभाग जीआर गुजरे, अधीक्षण यंत्री नगर निगम हरभजन सिंह, अधीक्षण यंत्री शैलेन्द्र शुक्ला, कार्यपालन यंत्री राजेश सिंह, सहायक यंत्री एसके चतुर्वेदी, एसडीओ पीडब्ल्यूडी श्री गर्ग तथा निर्माण एजेंसियों के प्रतिनिधि उपस्थित रहे।