अधिकारियों की नई टीम पुरानी टीम के अनुभव तथा मार्गदर्शन का लेगी लाभ – कमिश्नर राजेश कुमार जैन
रीवा 15 जून 2020. कलेक्ट्रेट के मोहन सभागार में अनूठा विदाई तथा स्वागत समारोह आयोजित किया गया। समारोह में स्थानांतरित कमिश्नर डॉ. अशोक कुमार भार्गव, स्थानांतरित कलेक्टर बसंत कुर्रे तथा स्थानांतारित मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत अर्पित वर्मा को भावभीनी विदाई दी गई। कार्यक्रम में रीवा संभाग के नवागत कमिश्नर श्री राजेश कुमार जैन, कुछ दिनों पूर्व पदभार ग्रहण करने वाले कलेक्टर इलैया राजा टी तथा जिला पंचायत के नवागत मुख्य कार्यपालन अधिकारी स्वप्निल जी. वानखेड़े का आत्मीय स्वागत किया गया। सभी अधिकारियों को स्वागत तथा विदाई के क्षणों को चिर स्थायी बनाने के लिए स्मृति चिन्ह भेंट किये गये।
कार्यक्रम में नवागत कमिश्नर श्री जैन ने कहा कि रीवा संभाग के लोग तथा अधिकारी बहुत अच्छे हैं। गत वर्ष कई योजनाओं में रीवा जिले को प्रदेश ही नहीं देश में स्थान प्राप्त हुआ। आज रीवा जिले की एक प्रशासनिक टीम विदा हो रही है तो दूसरी उसका स्थान ले रही है। पुरानी टीम के कार्यों को नई टीम आगे बढ़ायेगी। पुरानी टीम के अनुभव तथा मार्गदर्शन का लाभ नई टीम को मिलेगा। शिक्षा, स्वास्थ्य, दिव्यांगों के कल्याण तथा आम जनता के हित के सभी कार्यों को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जायेगी। स्थानांतरित कमिश्नर डॉ. भार्गव ने अपने कुशल नेतृत्व, कुशल वक्ता तथा कुशल योजनाकार के रूप में संभाग में उल्लेखनीय छाप छोड़ी है। सरलता से आम जनता के बीच जाकर सौम्यता से कार्य करके आपने प्रशासनिक कार्यों को नई दिशायें दी हैं। कमिश्नर ने श्री कुर्रे तथा श्री वर्मा के व्यक्तित्व और कार्यों की प्रशंसा की।
कार्यक्रम में स्थानांतरित कमिश्नर डॉ. अशोक कुमार भार्गव ने कहा कि भारतीय परंपरा में दो नदियों के संगम स्थल को पवित्र माना गया है। आज मोहन सभागार अधिकारियों के मिलने और विदाई के संगम की पवित्रता का गवाह बना है। स्थानांतरण शासकीय कार्य की सामान्य प्रक्रिया है। नई चुनौतियां हमें नये अवसर और सफल होने की प्रेरणा देती हैं। चुनौतियों में ही मानव की प्रतिभा, लगन और कार्य क्षमता का सही प्रमाण मिलता है। समय सदैव परिवर्तनशील होता है। घड़ी की सुई टिक-टिक करती है, पर किसी को टिकने नहीं देती है। उन्होंने कहा कि रीवा के संबंध में मुझे कई बातें बतायी गईं थी पर यहां के लोग जागरूक, मेहनती और कार्य कुशल हैं। मेरे 16 महीने के कार्यकाल में इन्हीं अधिकारियों तथा कर्मचारियों की मेहनत से कई सफलताएं मिलीं। मीजल्स-रूबेला टीकाकरण 12 प्रतिशत से बढ़कर 97 प्रतिशत हुआ। निरोगी काया अभियान में संभाग को प्रदेश में पहला स्थान मिला। लोकसभा निर्वाचन में दिव्यांग मतदाताओं का 94 प्रतिशत मतदान पूरे देश में सर्वाधिक रहा। दस्तक अभियान में भी संभाग को बड़ी सफलता मिली। डॉ. भार्गव ने कहा कि जिले और संभाग के अधिकारी शासन की योजनाओं में संभाग को ऊंचा मुकाम देने में सफल होंगे।
कार्यक्रम में पुलिस महानिरीक्षक चंचल शेखर ने कहा कि रीवा संभाग की छवि कानून और व्यवस्था के संबंध में अच्छी नहीं थी, लेकिन पिछले 16 महीनों में कानून और व्यवस्था की कोई बड़ी चुनौती सामने नहीं आई। कोविड के प्रकोप को भी प्रशासनिक अधिकारियों ने कुशलता से संभाला। डॉ. भार्गव ने सभी विभागों पर कड़ी नजर रखकर अधिकारियों को पूरी क्षमता से कार्य करने के लिए प्रेरित किया। आपके नेतृत्व में संभाग को कई सफलताएं मिलीं। आपकी भाषण कला कुछ ऐसी है कि आप शब्दों से दिल में उतर जाते हैं। कार्यक्रम में डीआईजी अनिल सिंह कुशवाह ने डॉ. भार्गव तथा श्री बसंत कुर्रे के कार्यों एवं व्यक्तित्व की प्रशंसा की।
कार्यक्रम में स्थानांतरित कलेक्टर बसंत कुर्रे ने कहा कि मैं भाग्यशाली हूं कि रीवा के वर्तमान तथा स्थानांतरित कमिश्नर दोनों के साथ मुझे कार्य करने का अवसर मिला। डॉ. भार्गव के मार्गदर्शन, अर्पित वर्मा तथा पुलिस अधीक्षक के सहयोग एवं अधिकारियों के परिश्रम से रीवा की प्रशासनिक व्यवस्था को सुचारू रूप से संचालित कर सका। कोरोना संकट में सभी अधिकारियों ने लगन, परिश्रम तथा सूझ-बूझ से कार्य किया। श्री कुर्रे ने नवागत कलेक्टर तथा नवागत मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत को सफल कार्यकाल की शुभकामनाएं दीं। कार्यक्रम में नवागत कलेक्टर इलैया राजा टी ने कहा कि रीवा जिले में पूर्व कलेक्टर श्री बसंत कुर्रे के निर्देशन में जो कार्य हुए हैं उन्हें जारी रखा जायेगा। रीवा जिले में कोविड-19 के नियंत्रण में जो माइक्रो प्लानिंग की गई उसी का परिणाम है कि यहां कोरोना से संक्रमित लोगों की संख्या कम रही। उन्होंने कहा कि प्रवासी मजदूरों के लौटने पर उनको जिस सहजता व व्यवस्था के साथ सुविधाएं मुहैया करायी गईं वह प्रशंसनीय हैं। उन्होंने अपेक्षा की कि जिले के सभी अधिकारी और कर्मचारी टीम भावना से कार्य करते हुए रीवा को उत्कृष्ट जिला बनाने में सहयोग करेंगे। साथ ही वरिष्ठ अधिकारियों के अनुभवों का लाभ भी मिलेगा। कार्यक्रम में पुलिस अधीक्षक आबिद खान ने कहा कि रीवा जिले के लोग सजग व मेहनती हैं। कमिश्नर डॉ. भार्गव व कलेक्टर बसंत कुर्रे के अनुभवों के कारण ही रीवा में कानून एवं व्यवस्था की अप्रिय स्थिति निर्मित नहीं हुई। सभी अधिकारियों और कर्मचारियों ने पूरी लगन व निष्ठा के साथ समन्वय बनाकर कोविड-19 के संक्रमण को रोकने में जो कार्य किया वह प्रशंसनीय है।
इस अवसर पर निवर्तमान मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत अर्पित वर्मा ने अपने उद्बोधन में कहा कि जिले में वरिष्ठ अधिकारियों के समन्वय और सहयोग से ग्रामीण विकास के कार्यों को गति मिली। कोरोना संक्रमण कार्य में सभी के सहयोग से रीवा जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में आने वाले प्रवासी श्रमिकों को रोजगार उपलब्धता के प्रयास किये जा रहे हैं ताकि अधिक से अधिक लोग मनरेगा में काम पा सकें। उन्होंने कहा कि रीवा जिले को ग्रामीण विकास विभाग में सीएम हेल्पलाइन में प्रकरणों के अधिक से अधिक निराकरण के लिए दो बार प्रदेश स्तर पर प्रशंसा मिली जो वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देशन से ही संभव हो सका। इस अवसर पर जिला पंचायत के नवागत मुख्य कार्यपालन अधिकारी स्वप्निल वानखेड़े ने कहा कि रीवा में सभी के सहयोग से कार्य करने का प्रयास करेंगे तथा ग्रामीण क्षेत्र में अधिक से अधिक रोजगार के कार्य प्रारंभ कराने का काम किया जायेगा। इस दौरान सहायक कलेक्टर शिशिर गेमावत, संयुक्त आयुक्त पीसी शर्मा, सीएमएचओ आरएस पाण्डेय, खाद्य नियंत्रक राजेन्द्र सिंह ठाकुर, मुख्य कार्यपालन अधिकारी सिरमौर सुश्री सुचिता सिंह तथा जिला पंचायत के ऑडिटर संदीप शुक्ला ने भी अपने विचार व्यक्त किये। इस अवसर पर अपर कलेक्टर इला तिवारी सहित प्रशासनिक अधिकारी, संभागीय एवं जिला स्तरीय अधिकारी उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन एवं आभार प्रदर्शन सहायक संचालक पिछड़ावर्ग सीएल सोनी ने किया।