सावधानी एवं जागरूकता ही कोरोना से बचाव का उपाय है – कमिश्नर डॉ. भार्गव
रीवा 20 मई 2020. रीवा संभाग के कमिश्नर डॉ. अशोक कुमार भार्गव ने डीआईजी, कलेक्टर, पुलिस अधीक्षक, डीन मेडिकल कालेज की संयुक्त बैठक की अध्यक्षता करते हुए कहा कि कोरोना संक्रमण के फैलाव को रोकने के लिए अनिवार्य रूप से गाइड लाइन का पालन किया जाय। पूर्ण सावधानी एवं जागरूकता ही कोरोना से बचाव का उपाय है। कमिश्नर ने कहा कि यह सुनिश्चित करें कि कोरोना का संक्रमण आगे न बढ़ने पाये। इसके चेन को तोड़ा जाय। कमिश्नर ने कहा कि प्रवासी श्रमिकों को होम क्वॉरेंटाइन में रहते हुए या इंस्टिटयूशनल क्वारेंटाइन में रहते हुए 14 दिवस हो भी गये हैं तो उन्हें डिस्चार्ज न कर सैम्पल की अंतिम रिपोर्ट प्राप्त होने के बाद ही छोड़ा जाय। उन्होंने कहा कि प्रतिदिन ट्रेन एवं बस से प्रवासी श्रमिक आ रहे हैं। इन सभी श्रमिकों का अनिवार्य रूप से थर्मल टेस्ट करके इनका अनिवार्य रूप से टेस्ट सैम्पल लिया जाय।
कमिश्नर ने कहा कि जिन्हें होम क्वारेंटाइन में रखा गया है प्रेरित करें कि वे प्रतिदिन ध्यान एवं योग करें और आयुर्वेद की दवाई एवं काढ़ा लेकर तथा होम्योपैथी की दवाई लेकर अपना इम्युनिटी पावर बढ़ायें। वे सोशल डिस्टेंसिंग का अनिवार्य रूप से पालन करें। उन्होंने कहा कि सुनिश्चित किया जाय कि कन्टेनमेंट एरिया के अंदर रहने वाले व्यक्ति अनिवार्य रूप से सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें। मास्क लगायें, अपना हाथ धोएं तथा सेनेटाइजर का उपयोग करें और बिना हाथ धोये अपना चेहरा न छुएं। वे आस पड़ोस में एक दूसरे से न मिले। उन्होंने कहा कि जिला मुख्यालय के साथ ही कोरोना वायरस का संक्रमण ग्रामीण क्षेत्रों में भी पहुंच चुका है। ग्रामीणों को कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव के लिए उन्हें जागरूक किया जाय इसके लिए सामाजिक न्याय विभाग के कलापथक दल एवं अन्य स्वयं सेवी संगठनों के माध्यम से ग्रामीण क्षेत्रो में नुक्कड़ नाटक एवं प्रचार सामग्री का वितरण तथा दीवार लेखन करायें। प्रत्येक ग्राम एवं ग्राम पंचायतों में कोरोना वायरस के संक्रमण के फैलाव को रोकने के लिए पम्पलेट का वितरण किया जाय तथा ग्रामीणों को सोशल डिस्टेंसिंग, मास्क का प्रयोग, कई बार हाथ धोनें तथा सेनेटाइजर का उपयोग करने के लिए प्रेरित किया जाय। उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमण के पॉजिटिव केस को अनिवार्य रूप से इंस्ट्टियूशनल आईसोलेट करें तथा जिन्हें होम क्वारेंटाइन किया गया है उनके साथ पूरी कड़ाई बरती जाय ध्यान रखा जाय कि वे अपने परिवार के किसी भी सदस्य से न मिल पायें। एक कमरे में ही रहें।
कमिश्नर ने मेडिकल कालेज में स्थापित टेÏस्टग लैब की खराब मशीन को रिपलेस कर उसकी जगह दूसरी नई मशीन को स्थापित करने के निर्देश दिये ताकि संभाग के कोरोना वायरस के मरीजों के सैम्पेल की टेÏस्टग यहां पुन: प्रारंभ हो सके। उन्होंने कहा कि प्रवासी श्रमिकों में कोरोना वायरस के संक्रमण के लक्षण दिखने पर उन्हें अस्पताल या क्वारेंटाइन केन्द्र ले जाने के लिए तुरंत पर्याप्त संख्या में एम्बुलेंस की व्यवस्था की जाय। आवश्यकता के अनुरूप एंबुलेंस अधिग्रहीत की जायें। उन्होंने कहा कि कोविड-19 के मरीजों को रखने के लिए पर्याप्त रूप से बेड एवं संस्थाओं का अभी से चिन्हांकन कर लिया जाय। उन्होंने निर्देश दिये कि संभाग के सभी कलेक्टर्स तत्काल समन्वय बैठक आयोजित कर चिन्हांकित संस्थाओं में बिजली, पानी एवं अन्य व्यवस्थाओं के पुख्ता इंतजाम करें।
बैठक में कलेक्टर बसंत कुर्रे, डीआईजी अनिल सिंह कुशवाह, पुलिस अधीक्षक आबिद खान, जिला पंचायत सीईओ अर्पित वर्मा, अपर कलेक्टर इला तिवारी, डिप्टी कमिश्नर केपी पाण्डेय, संयुक्त कमिश्नर पीसी शर्मा, उप संचालक सतीश निगम, मेडिकल कालेज के डीन डॉ. एपीएस गहरवार, अधीक्षक डॉ. पी.के. लखटकिया, डॉ. मनोज इंदुल्कर, सीएमएचओ डॉ. आरएस पाण्डेय, डॉ. आशुतोष असाटी, डॉ. एनपी पाठक उपस्थित थे।