गेंहू खरीदी, परिवहन एवं भुगतान की दयनीय स्थिति पर कमिश्नर ने जताई अप्रसन्नता
रीवा एवं शहडोल संभाग के अधिकारियों को मुस्तैदी
और तत्परता से कार्य करने के दिए निर्देश
रीवा 29 अप्रैल 2020. रीवा एवं शहडोल संभाग के कमिश्नर डॉ. अशोक कुमार भार्गव की अध्यक्षता में उपार्जन संबंधी संभागीय समीक्षा बैठक आयोजित की गई। कमिश्नर कार्यालय के सभाकक्ष में आयोजित इस बैठक में धान उपार्जन 2019-20 के परिवहन, भंडारण एवं लंबित ईपीओ के भुगतान पर चर्चा के साथ ही वर्ष 2020-21 में गेंहू उपार्जन, परिवहन, भण्डारण, वारदाना की स्थिति, कृषकों को राशि का भुगतान, एसएमएस शेड्यूलिंग एवं उपार्जन केन्द्रों में कोरोना वायरस नियंत्रण हेतु किये गये उपायों पर विस्तार से समीक्षा की गई। कमिश्नर डॉ. भार्गव ने कहा कि किसानों के खरीदे गये गेंहू का भुगतान समय पर करना सुनिश्चित करें। लॉकडाउन में किसानों को राशि के भुगतान की कोई समस्या नहीं होनी चाहिए। उन्होंने अभी तक दोनों संभागों में भुगतान की स्थिति दयनीय होने पर गहरी नाराजगी व्यक्त की। उन्होंने इसके लिए जिम्मेदार अधिकारियों को चेतावनी देते हुए अच्छे ढंग से कार्य करने के निर्देश दिए। उन्होंने गेंहू के परिवहन की स्थिति ठीक नहीं होने पर भी नाराजगी व्यक्त की। उन्होंने कहा कि स्वीकृति पत्रक समय पर जारी किये जायें जिससे गेंहू खरीदी का भुगतान समय पर हो सके। उन्होंने गेंहू खरीदी, परिवहन एवं भुगतान तीनों की दयनीय स्थिति होने पर बैठक में संबंधित अधिकारियों पर कड़ी नाराजगी व्यक्त की।
कमिश्नर डॉ. भार्गव ने कहा कि वारदान की पर्याप्त व्यवस्था की जाए। उपस्थित अधिकारियों ने कहा कि फिलहाल रीवा एवं शहडोल दोनों संभागों में वारदाना की कोई कमी नहीं है। उन्होंने भण्डारण की व्यवस्था की भी जानकारी ली जिस पर बताया गया कि गेंहू भंडारण के लिए पर्याप्त व्यवस्थाएं हैं। उन्होंने कहा कि उपार्जन व्यवस्था से जुड़े हुए अधिकारी सिर्फ कार्यालय में ही नहीं बैठें बल्कि क्षेत्र में जाकर निरीक्षण भी करें। उन्होंने कहा कि परिवहन के अभाव में गेंहू खराब नहीं हो अन्यथा संबंधितों पर कड़ी कार्यवाही की जायेगी। कमिश्नर डॉ. भार्गव ने कहा कि पिछले वर्ष खरीदी गई धान का लंबित भुगतान शीघ्र किया जाये। उन्होंने कहा कि खरीदी केन्द्रों पर गेंहू की एफएक्यू की जांच समितियों द्वारा की जाए। पानी, छाया एवं अन्य आवश्यक जरूरतों की पर्याप्त व्यवस्था की जाए। खरीदी केन्द्रों पर मास्क, सेनेटाइजर की उपलब्धता एवं सोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान रखा जाए। उन्होंने चना एवं मसूर के उपार्जन के संबंध में भी आवश्यक निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि सभी अधिकारी तत्परता एवं मुस्तैदी से कार्य करें। कमिश्नर डॉ. भार्गव ने एमपी मार्कफेड की संभागीय अधिकारी श्रीमती नेहा पीयूष तिवारी की गेंहू उपार्जन के कार्य में लापरवाही पर घोर अप्रसन्नता व्यक्त की एवं भविष्य में अच्छे ढंग से कार्य करने के लिए सचेत किया।
कमिश्नर डॉ. भार्गव ने बैठक में बताया कि रबी उपार्जन वर्ष 2020-21 के लिए रीवा संभाग में गेंहू खरीदी का अनुमानित लक्ष्य पांच लाख 51 हजार मीट्रिक टन है। जिसमें रीवा जिले में एक लाख 70 हजार मीट्रिक टन, सतना जिले में तीन लाख मीट्रिक टन, सीधी जिले में 40 हजार मीट्रिक टन एवं सिंगरौली जिले में 41 हजार मीट्रिक टन गेंहू खरीदी का अनुमानित लक्ष्य है। अब तक रीवा जिले में सात हजार 807.02 मीट्रिक टन, सतना जिले में 37 हजार 895.29 मीट्रिक टन, सीधी जिले में दो हजार 666.71 मीट्रिक टन तथा सिंगरौली जिले में छ: हजार 990.11 मीट्रिक टन गेंहू की खरीदी की जा चुकी है। रीवा संभाग में 33 हजार 787.31 मीट्रिक टन गेंहू का परिवहन भी कर दिया गया है। गेंहू खरीदी के लिए संभाग में कुल 22 हजार 440 गठान बारदानों की आवश्यकता है जिसमें से 17 हजार 561 गठान बारदाना उपलब्ध है। शेष बारदानों की आपूर्ति के लिए शासन को लिखा गया है। इसी प्रकार शहडोल संभाग में कुल 74 हजार 500 मीट्रिक टन गेंहू उपार्जन का अनुमानित लक्ष्य है। जिसमें से शहडोल जिले में 26 हजार मीट्रिक टन, अनूपपुर जिले में तीन हजार 500 मीट्रिक टन तथा उमरिया जिले में 45 हजार मीट्रिक टन गेंहू उपार्जन का अनुमानित लक्ष्य है। अभी तक शहडोल जिले में चार हजार 659.79 मीट्रिक टन, अनूपपुर जिले में 178.85 मीट्रिक टन एवं उमरिया जिले में पांच हजार 424.41 मीट्रिक टन गेंहू की खरीदी की गई है। वहीं रीवा संभाग में कुल 316 तथा शहडोल संभाग में 84 गेंहू खरीदी केन्द्र बनाये गये हैं। रीवा संभाग में एक लाख 38 हजार 953 तथा शहडोल संभाग में 29 हजार 868 किसानों ने अपनी उपज के विक्रय के लिए पंजीयन कराया है।
बैठक में संयुक्त आयुक्त पीसी शर्मा, उपायुक्त केपी पाण्डेय, संयुक्त संचालक किसान कल्याण एवं कृषि विकास एससी सिंगादिया, जिला आपूर्ति नियंत्रक राजेन्द्र सिंह ठाकुर, जोनल मैनेजर मार्कफेड नेहा पीयूष तिवारी, उप संचालक कमिश्नर कार्यालय सतीश निगम सहित संबंधित विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।