व्यक्ति अपनी गलती से सीख लेकर आगे बढ़ता है – जिला न्यायाधीश
रीवा 20 फरवरी 2020. न्यायालय परिसर में स्थित एडीआर भवन में पैरा लीगल वालेंटियर्स का प्रशिक्षण शिविर आयोजित किया गया। शिविर का शुभारंभ जिला एवं सत्र न्यायाधीश श्री अरूण कुमार सिंह ने किया कहा कि प्रत्येक व्यक्ति अपने गलती से सीख लेकर आगे बढ़ता है। हम लोग जब न्यायिक सेवा में आये तब विधि का ज्ञान होते हुए भी व्यवहारिक ज्ञान से अपरिचित थे। विद्यार्थी जीवन में गलतियां होना स्वाभाविक है कठिनाईयां और गलतियां ही आगे बढ़ने की प्रेरणा देती है। पैरा लीगल वालेंटियर्स समाज में जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के प्रतिनिधि के रूप में कार्य करते हैं। आप सबको विधि की सामान्य जानकारी होना आवश्यक है। प्रशिक्षण में गुणी न्यायाधीशों द्वारा दिये गये मार्गदर्शन को आत्मशात योग्य पैरा लिगल वालेंटियर्स बने।
जिला एवं सत्र न्यायाधीश ने कहा कि अपनी गलतियों को सुधाने तथा ज्ञान को परिमर्जित करने के लिए प्रशिक्षण आवश्यक होता है। प्रशिक्षण हमें शिक्षा और आत्मविश्वास देता है। कार्यक्रम में जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव न्यायाधीश राघवेन्द्र सिंह चौहान ने कहा कि पैरा लीगल वालेंटियर्स को कानून की पर्याप्त जानकारी होनी चाहिए। जिससे वे आमजन को उचित सलाह दे सके। प्रशिक्षण के दौरान अपर जिला न्यायाधीश तजिंदर सिंह अजमानी ने मौलिक अधिकार, मौलिक कर्तव्य तथा श्रमविधियों की जानकारी दी। न्यायाधीश सुश्री कंचन चौकसे ने महिला संबंधी कानूनों एवं न्यायाधीश ऊषा उइके ने किशोर न्याय बोर्ड की जानकारी दी। प्रशिक्षण के दौरान आपराधिक विधि, एफआईआर दर्ज करने, बंदी बनाने तथा जमानत एवं बंदियों के वैधानिक अधिकारों की जानकारी दी गयी। जिला विधिक सहायता अधिकारी अभय कुमार मिश्रा ने प्रशिक्षण में विधिक सेवा योजनाओं एवं लोक सेवा गारंटी योजना की जानकारी दी।