स्वामिमानी एवं शक्तिशाली भारत के निर्माण में युवा अपनी भूमिका का निर्वहन करें – राज्यपाल लाल जी टण्डन
अवधेश प्रताप सिंह विश्वविद्यालय रीवा का अष्टम दीक्षांत समारोह संपन्न
रीवा 28 जनवरी 2020. स्वामिमानी एवं शक्तिशाली भारत के निर्माण में युवा अपनी भूमिका का निर्वहन करते हुए अलग पहचान बनाकर भारत के महान सपूत बनें। ज्ञान को अर्जित करते हुए लक्ष्य व चरित्र का समंजस्य बनाकर लगातार आगे बढ़ते रहें। उक्त आशय के उद्गार प्रदेश के राज्यपाल श्री लाल जी टण्डन ने आज अवधेश प्रताप सिंह विश्वविद्यालय रीवा के अष्टम दीक्षांत समारोह में व्यक्त किये। इस अवसर पर उन्होंने उपाधि धारक को उपाधियाँ तथा विभिन्न संकायों व कक्षाओं में उच्च स्थान प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों को गोल्डमेडल प्रदान किये।
प्रदेश के राज्यपाल एवं विश्वविद्यालय के कुलाधिपति श्री लाल जी टण्डन ने विद्यार्थियों को शुभकामनाएँ देते हुए कहा कि जीवन का लक्ष्य स्वावलंबी बनना होना चाहिए। हमारे मन में अपने राष्ट्र के प्रति सम्मान हो। हमें अपनी संस्कृति व आध्यात्म पर गर्व हो और पूर्वजों की विरासत पर स्वाभिमान हो। उन्होंने कहा कि शिक्षा के द्वारा सामाजिक परिवर्तन हो रहा है जिसका उदाहरण आज देखने को मिला जबकि उपाधिधारकों में बेटियों की संख्या बेटों से अधिक रही। राज्यपाल ने कहा कि महात्मा गांधी जी कहा करते थे कि बेटी के पढ़ने से पूरा परिवार शिक्षित होता है। बेटी पढ़ाओ बेटी बचाओ का ही प्रतिफल है कि आज बेटियाँ हर क्षेत्र में बेटों से आगे निकल कर राष्ट्र निर्माण में अग्रणी हो रही हैं। उन्होंने कहा कि शासन स्तर से भी उच्च शिक्षा के क्षेत्र में विद्यार्थियों को सुविधाएं व अवसर उपलब्ध कराये जा रहे हैं। दुनिया में ज्ञान विज्ञान बढ़ रहा है अत: युवा इन अवसरों का लाभ लेकर आगे बढ़े व अपना नाम रोशन करें।
इस अवसर पर अपने उद्बोधन में प्रदेश के उच्च शिक्षा मंत्री श्री जीतू पटवारी ने कहा कि युवा भावी चुनौतियों का सामना करते हुए समाज के प्रति अपने कर्तव्य को समझकर अच्छे इंसान बनने में मानवीय दृष्टिकोण को सर्वोपरि रखें। उन्होंने बताया कि मध्यप्रदेश सरकार द्वारा गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के सभी प्रयासों के साथ नवाचार भी किये जा रहे हैं। बेटियों को नि:शुल्क शिक्षा देने का कार्य किया जा रहा है। प्रथम चरण में प्रदेश के 200 महाविद्यालयों में स्मार्ट कालेज, स्मार्ट कक्षाएं व ई-लायब्रेरी की सुविधाएँ दी जायेंगी जहां प्रशिक्षित शिक्षक गुणवत्तापूर्ण अत्याधुनिक शिक्षा देंगे। उच्च शिक्षा मंत्री ने कहा कि राज्यपाल महोदय के निर्देशन में उच्च शिक्षा संस्थानों में उत्कृष्ट शिक्षा देने के साथ ही प्रत्येक संस्थान में ग्रीन कैम्पस बनाने का अभियान प्रारंभ किया जा रहा है। पूरा विभाग पोर्टल पर हो, समय पर परीक्षाएँ हों तथा समय पर रिजल्ट निकलें यह सभी व्यवस्थाएँ सुनिश्चित करायी जा रही हैं।
दीक्षांत उद्बोधन देते हुए विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी संस्थान नई दिल्ली के वैज्ञानिक सलाहकार प्रो. मनोज पटेरिया ने युवाओं व आमजन को जागरूक रहने की सलाह दी। उन्होंने वैज्ञानिक सोच, समझ व दृष्टिकोण बढ़ाने की भी बात कही। प्रो. पटेरिया ने कहा कि जो कार्य प्रारंभ करें उसमें पूर्ण उत्कृष्टता प्राप्त करने का प्रयास करें। वैज्ञानिक पद्धति व नवाचार को अपनाते हुए देश को उच्चतम शिखर तक वे जाने में भी सहभागी बनें। इससे पूर्व अवधेश प्रताप सिंह विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. पीयूष रंजन अग्रवाल ने स्वागत उद्बोधन देते हुए विश्व विद्यालय का प्रगति प्रतिवेदन प्रस्तुत किया। इस अवसर पर स्मारिका दीक्षा व विन्ध्य भारती पुस्तक का विमोचन हुआ। दीक्षांत समारोह स्थल पहुंचने पर राज्यपाल का स्वागत एवं अभिनंदन किया गया। दीक्षांत शोभा यात्रा विश्वविद्यालय परिसर स्थित अतिथि गृह से प्रारंभ होकर कार्यक्रम स्थल पहुंची। कार्यक्रम स्थल पं. शंभूनाथ शुक्ल सभागार में राज्यपाल ने उपाधियाँ एवं गोल्डमेडल प्रदान किये। विश्वविद्यालय द्वारा अतिथियों को प्रतीक चिन्ह भेंट किये गये। कार्यक्रम में राजभवन से श्री मनोहर दुबे सहित आईजी रीवा चंचल शेखर, कलेक्टर बसंत कुर्रे, पुलिस अधीक्षक आबिद खान, मुख्य कार्यपालन अधिकारी अर्पित वर्मा, अनुविभागीय अधिकारी हुजूर फरहीन खान, श्री सिद्धार्थ तिवारी सहित प्राध्यापक, पत्रकार, विश्वविद्यालय के अधिकारी कर्मचारी व छात्र-छात्राएं एवं उनके परिजन उपस्थित रहे। कार्यक्रम के अंत में आभार प्रदर्शन कुल सचिव लाल साहब सिंह ने किया। कार्यक्रम का सफल संचालन प्रो. दिनेश कुशवाहा द्वारा किया गया।