मिशन इंद्रधनुष में सक्रिय सहभागिता आवश्यक है – कमिश्नर डॉ. भार्गव
रीवा 04 दिसम्बर 2019. कमिश्नर रीवा संभाग डॉ. अशोक कुमार भार्गव ने राष्ट्रीय सघन मिशन इंद्रधनुष अभियान 2.0 में संबंधित अधिकारियों को सक्रिय सहभागिता सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने संभागान्तर्गत सतना, सीधी, एवं सिंगरौली के मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत, मुख्य वन संरक्षक रीवा, संयुक्त संचालक लोक शिक्षण, संयुक्त संचालक महिला एवं बाल विकास, उप संचालक नगरीय विकास एवं आवास विभाग, ए.एन.एम, आशा कार्यकर्ता एवं आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को राष्ट्रीय सघन मिशन इन्द्रधनुष 2.0 के विभिन्न बिन्दुओं पर सक्रिय सहभागिता सुनिश्चित करने के लिए पत्र लिखकर निर्देश दिए हैं। उन्होंने ग्राम पंचायतों के सरपंच, पंच एवं सचिवों को भी इस अभियान में सक्रिय सहभागिता निभाने के लिए पत्र लिखा है। उन्होंने इस अभियान को सक्रिय सहभागिता निभाकर सफल बनाने की अपील की है।
कमिश्नर डॉ. भार्गव ने संबंधितों को लिखे पत्र में कहा है कि भारत सरकार द्वारा राष्ट्रीय सघन मिशन इंद्रधनुष 2.0 के अन्तर्गत जारी कार्यक्रम के अनुसार प्रदेश के 43 चिन्हित जिलों के साथ-साथ संभाग के सतना, सीधी एवं सिंगरौली जिलों में चार चरणों में यह अभियान चलाया जायेगा। इसमें पहले चरण की शुरूआत 2 दिसम्बर से हो चुकी है जबकि दूसरा चरण आगामी 6 जनवरी, तीसरा चरण 3 फरवरी और चौथा चरण 2 मार्च से प्रारंभ होगा। मिशन इन्द्रधनुष अन्तर्गत टीकाकरण का यह कार्यक्रम रविवार एवं नियमित टीकाकरण दिवसों को छोड़कर प्रतिदिन चलाया जायेगा। अभियान के अन्तर्गत टीकाकरण से वंचित शून्य से पांच वर्ष तक की आयु के बच्चों तथा गर्भवती महिलाओं को चिन्हित कर उन्हें पूर्ण टीकाकृत किया जाना है। अत: अभियान की सफलता के लिए अपने क्षेत्र में टीकाकरण से छूटे हुए बच्चों को चिन्हित कर उनका टीकाकरण कराने के लिए अपनी सक्रिय सहभागिता निभायें।
कमिश्नर डॉ. भार्गव ने निर्देश दिये हैं कि सभी शून्य से पांच वर्ष तक की आयु के बच्चों एवं गर्भवती महिलाओं का हेडकाउंट सर्वे घर-घर जाकर करें तथा टीकाकरण से वंचित बच्चों का ड्यू लिस्ट के अनुसार टीकाकरण सत्र दिवसों में टीकाकरण कराना सुनिश्चित करें। समुदाय में टीकाकरण की जागरूकता के लिए सत्र के पूर्व ‘माता बैठक’ एवं स्वयंसेवी संगठनों के साथ बैठक आयोजित करें। मिशन इन्द्रधनुष के प्रचार-प्रसार के लिए अपने क्षेत्र में दीवारों में नारे लेखन की कार्यवाही करें। उन्होंने कहा कि हम पहुंचे उन तक जो न पहुंचे हम तक पर आधारित शासन की गाइड लाइन के अनुसार सुदूर कठिन क्षेत्रों, मजरे, टोले, हाई रिस्क ऐरिया एवं घुमक्कड़ आबादी में टीकाकरण सत्रों का आयोजन मोबाइल टीम द्वारा सुनिश्ति करें ताकि एक भी घर एवं एक भी बच्चा सेवाओं से वंचित न रहे। वैक्सीन रोधक बीमारियों एवं टीकाकरण के पश्चात होने वाली विपरीत प्रतिक्रियाओं की सूचना खण्ड चिकित्सा अधिकारी को उपलब्ध करायें। कमिश्नर डॉ. भार्गव ने कहा कि टीकाकरण कार्यक्रम बच्चों के कल्याण और भविष्य निर्माण के अनुष्ठान का कार्य है। इसलिए छूटे हुए बच्चों का शत-प्रतिशत टीकाकरण कराने के हेतु व्यक्तिगत रूचि लेकर प्रभावी कार्यवाही सुनिश्चित करें और सघन मिशन इन्द्रधनुष 2.0 को सफल बनायें। उन्होंने अपील करते हुए कहा है कि टीकाकरण से किसी भी प्रकार का दुष्प्रभाव नहीं होता है एवं ऐसा कोई भी मामला सामने नहीं आया है। इसलिए लोग अपने मन में किसी भी प्रकार का भ्रम न पालें और अपने बच्चों का टीकाकरण जरूर करायें।