बच्चों के कल्याण का अनुष्ठान है टीकाकरण कार्यक्रम – कमिश्नर डॉ. भार्गव
मिशन इन्द्रधनुष के तहत चार चरणों में किया जायेगा छूटे हुए बच्चों का टीकाकरण
कमिश्नर ने संबंधित विभागों के अधिकारियों को बैठक में दिये निर्देश
रीवा 01 दिसम्बर 2019. रीवा संभाग में चार चरणों में राष्ट्रीय मिशन इन्द्रधनुष के तहत छूटे हुए बच्चों का टीकाकरण कार्यक्रम चलाया जायेगा। यह अभियान चार चरणों 2 दिसम्बर, 6 जनवरी 2020, 3 फरवरी 2020 और मार्च 2020 में चलाया जायेगा। इस अभियान में छूटे हुए सभी बच्चों का चिन्हांकन कर उनका टीकाकरण किया जायेगा। अभियान के अन्तर्गत टीकाकरण से छूटे हुए शून्य से पांच वर्ष की आयु के बच्चों तथा गर्भवती महिलाओं का टीकाकरण किया जायेगा।
रीवा संभाग के कमिश्नर डॉ. अशोक कुमार भार्गव ने मिशन इन्द्रधनुष के प्रभावी क्रियान्वयन के लिए संबंधित विभागों के अधिकारियों की बैठक ली। बैठक में स्वास्थ्य विभाग सहित महिला एवं बाल विकास विभाग, पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग, नगरीय निकाय एवं आवास विभाग, वन विभाग तथा शिक्षा विभाग के अधिकारी शामिल हुए। कमिश्नर डॉ. भार्गव ने इन विभागों के अधिकारियों को आपसी समन्वय बनाकर छूटे हुए सभी बच्चों के तथा गर्भवती महिलाओं का टीकाकरण करने के निर्देश दिए।
कमिश्नर डॉ. भार्गव ने मिशन इन्द्रधनुष के संबंध में पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग के अधिकारियों को निर्देशित किया कि वे टीकाकरण की महत्ता एवं जागरूकता बढ़ाने के लिए सामुदायिक बैठकों का आयोजन करें। इसके साथ-साथ ग्राम स्वास्थ्य स्वच्छता एवं पोषण समितियों के माध्यम से लाभार्थियों को गतिमान करें। सत्र स्थलों पर उत्सवी माहौल का निर्माण करें तथा ग्राम पंचायत एवं जनपद पंचायत की बैठकों तथा ग्राम सभाओं के दौरान टीकाकरण कार्यक्रम की समीक्षा करें। उन्होंने महिला एवं बाल विकास विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिये कि वे आशाविहीन ग्राम एवं वार्डों में पर्यवेक्षण कर आवश्यक प्रबंध सुनिश्चित करें। गर्भवती महिलाओं एवं शिशुओं के टीकाकरण के लिए आपसी चर्चा के माध्यम जागरूकता अभियान चलाकर लोगों को प्रेरित करें।
कमिश्नर डॉ. भार्गव ने नगरीय निकाय विकास विभाग के अधिकारियों को झुग्गी बस्तियों में टीकाकरण के लिए सहभागिता सुनिश्चित करने सहित अन्य आवश्यक सहयोग करने के निर्देश दिये। उन्होंने वन विभाग के अधिकारियों को वन क्षेत्रों में वन समितियों के सदस्यों द्वारा लाभार्थियों की पहचान करने, सूचीकरण करने तथा कार्ययोजना के अनुसार टीकाकरण सत्र आयोजित करने के निर्देश दिए। उन्होंने शिक्षा विभाग के अधिकारियों को भी मिशन इन्द्रधनुष के तहत विद्यालय में अध्ययनरत बच्चों का टीकाकरण कराने के संबंध में निर्देश दिए।
बैठक में कमिश्नर डॉ. भार्गव ने कहा कि टीकाकरण कार्यक्रम बच्चों के कल्याण का अनुष्ठान है। अत: शत-प्रतिशत छूटे हुए बच्चों का टीकाकरण करें तथा व्यक्तिगत रूचि लेकर प्रभावी कार्यवाही करें। उन्होंने कहा कि टीकाकरण कार्यक्रम बाल्य एवं शिशु मृत्यु दर, महामारी नियंत्रण, बाल्य विकलांगता एवं बाल्य कुपोषण दर में कमी लाने के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। टीकाकरण से किसी भी प्रकार का दुष्प्रभाव नहीं होता है। उन्होंने कहा कि टीकाकरण के लिए स्वयंसेवी संगठनों की भी सहभागिता आवश्यक है, इसलिए उनका भी सहयोग लेकर टीकाकरण कार्यक्रम को सफल बनायें। उन्होंने कहा कि मॉनीटरिंग दल का गठन करें तथा हाई रिस्क क्षेत्रों में पर्यवेक्षण कर पाई गई कमियों में सुधारात्मक कार्यवाही करें। बैठक के पश्चात उन्होंने मिशन इन्द्रधनुष के तहत उपस्थित अधिकारियों को बच्चों का संपूर्ण टीकाकरण करने के लिए संकल्प दिलाया। बैठक में संयुक्त आयुक्त पीसी शर्मा, संयुक्त संचालक स्वास्थ्य सेवाएं डॉ. एम.सी. हरगुनानी, संयुक्त संचालक महिला एवं बाल विकास ऊषा सिंह सोलंकी, उप संचालक स्वास्थ्य सेवाएं डॉ. एनपी पाठक, उप संचालक कमिश्नर कार्यालय सतीश निगम सहित संभाग के सभी जिलों के सीएमएचओ, सिविल सर्जन एवं बीएमओ उपस्थित थे।