उपलब्ध संसाधनों से विभागीय योजनाओं को क्रियान्वयन करायें – प्रभारी सचिव एस.एन. मिश्रा
रीवा 30 नवम्बर 2019. जिले के प्रभारी सचिव तथा प्रदेश के प्रमुख सचिव गृह एवं जेल विभाग श्री एस.एन. मिश्रा ने जिले के अधिकारियों से कहा कि टीम भावना के साथ कार्य कर रीवा जिले को प्रदेश का उत्कृष्ट जिला बनायें। विभागों में उपलब्ध संसाधनों से विभागीय योजनाओं का क्रियान्वयन कराते हुए लक्ष्यों की पूर्ति करायें। श्री मिश्रा कलेक्ट्रेट के मोहन सभागार में विभागीय अधिकारियों की समीक्षा बैठक ले रहे हैं।
प्रभारी सचिव ने बैठक में कहा कि जिला स्तर पर अधिकारी अपने विभागीय अधिकारों का उपयोग करें तथा अनावश्यक प्रकरण या पत्र शासन स्तर को न भेजेंे। जिले में अपने विभागीय योजनाओं की प्रतिदिन मॉनीटरिंग करते हुए आमजन से मिले व संवाद स्थापित करें। उन्होंने कहा कि किये गये कार्यों का डाक्यूमेंटेशन भी किया जाना आवश्यक है। शासन की सर्वोच्च प्राथमिकता वाली योजनाओं व कार्यक्रमों का लाभ संबंधितों को मिले इस बात का विशेष ध्यान रखा जाय।
विभागीय योजनाओं की समीक्षा के दौरान प्रभारी सचिव ने निर्देश दिये कि बिजली की सतत आपूर्ति सुनिश्चित कराते हुए बिजली के बिलों की विसंगतियों को तत्काल निराकृत करें। समितियों में पर्याप्त खाद-बीज की सुनिश्चितता रखें तथा जिले में चल रहे निर्माण कार्यों को पूर्ण गुणवत्ता के साथ समय सीमा में पूर्ण करायें। उन्होंने कहा कि आंगनवाड़ी केन्द्रों में बच्चों की संख्या बढ़ाने हेतु लिये आंगनवाड़ी कार्यकर्ता प्रो-एक्टिव होकर कार्य करें। एक शाला एक परिसर से रिक्त हुए शासकीय भवनों में आंगनवाड़ी केन्द्र संचालन की बात उन्होंने कहीं। प्रभारी सचिव ने पेंशन धारकों को समय पर पेंशन भुगतान किये जाने तथा मुख्यमंत्री ग्राम नल जल योजनाओं के तहत प्रगतिरत 21 योजनाओं को समय सीमा में पूर्ण किये जाने हेतु निर्देशित किया। प्रभारी सचिव ने निर्देश दिये कि लोगों को लोक सेवा गारंटी अन्तर्गत समय सीमा में सेवाओं का लाभ मिले इस बात का विशेष ध्यान रखा जाय। इस दौरान बताया गया कि 16 आवेदन पत्रों पर विलंब सेवा प्रदाय में डभौरा के नायब तहसीलदार को 33500 रूपये तथा मुख्य नगर पालिक अधिकारी नईगढ़ी को 9 आवेदन पत्रों में विलंब पर 43250 रूपये की शास्ति अर्थदण्ड के तौर पर अधिरोपित की गयी।
शिक्षा गुणवत्ता उन्नयन के प्रयास को सराहा, चलित प्रयोग शालाएं संचालन के दिये निर्देश:- प्रभारी सचिव श्री एस.एन. मिश्रा ने रीवा कलेक्टर ओमप्रकाश श्रीवास्तव द्वारा जिले में शिक्षा गुणवत्ता उन्नयन के उद्देश्य से संचालित पाँच सूत्रीय कार्यक्रम की सराहना करते हुए कहा कि इसके सकारात्मक परिणाम आयेंगे। जिले का शिक्षा का स्तर सुधरेगा तथा परीक्षा परिणाम अच्छा आयेगा। प्रभारी सचिव ने कहा कि यह प्लान अन्य जिलों में भी लागू कर शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि विद्यालयों में प्रयोग शालाओं का होना अनिवार्य है क्योंकि विद्यार्थी सैद्धान्तिक को यदि परीक्षण कर देखेगा नहीं तो समझेगा क्या। अत: जिन विद्यालयों में प्रयोग शालाएँ न हों वहां चलित प्रयोग शालाएं संचालित की जांय। विज्ञान के शिक्षकों का समूह बनाकर रूट चार्ट अनुसार चलित प्रयोगशाला संचालन के निर्देश प्रभारी सचिव ने दिये। प्रभारी सचिव ने विभागीय अधिकारियों से अपेक्षा की कि वह विभागीय कार्यों के अतिरिक्त अपनी रूचि अनुसार अन्य क्षेत्र में भी कार्य कर समाज में अपना बहुमूल्य योगदान दे सकते हैं।
बैठक में कलेक्टर ओमप्रकाश श्रीवास्तव ने बताया कि जिले में शिक्षा गुणवत्ता उन्नयन के प्रयासों का सकारात्मक परिणाम दिखने लगा है। सर्वे के आधार पर शिक्षक होमवर्क दे रहे हैं, कॉपिया चेक कर रहे हैं तथा लेशन प्लान बनाकर अध्यापन कार्य कर रहे हैं। जिससे छात्रों की रूचि भी बढ़ रही है। कलेक्टर ने जानकारी दी कि मुख्यालय में मुलाकात अभियान के तहत अधिकारियों/कर्मचारियों के निर्दिष्ट कार्य स्थल में उपस्थिति सुनिश्चित करायी जा रही है। उन्होंने विद्युत विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिये कि बिजली बिल विसंगति करने पर संबंधित कर्मचारी के विरूद्ध भी कार्यवाही की जाय। उन्होंने बताया कि जिले में दो गौशालाओं का लोकार्पण हो चुका है शेष 26 गौशालाएं शीघ्र बन जायेंगी। कलेक्टर ने प्रभारी सचिव को आश्वस्त किया कि जिले में सभी विभागीय योजनाओं व कार्यक्रमों की अपेक्षानुसार प्रगति में सभी अधिकारी टीम भावना से कार्य करेंगे। बैठक में आयुक्त नगर पालिक निगम सभाजीत यादव, पुलिस अधीक्षक आबिद खान, मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत अर्पित वर्मा, अपर कलेक्टर इला तिवारी, सहायक कलेक्टर शिशिर गेमावत, जेल अधीक्षक अनिल सिंह परिहार सहित विभागीय जिला अधिकारी उपस्थित थे।