स्वच्छता पवित्रता की प्रतीक होती है – कमिश्नर डॉ. भार्गव

विश्व हाथ धुलाई दिवस पर शासकीय हाईस्कूल
रामनई में आयोजित हुआ कार्यक्रम

रीवा 15 अक्टूबर 2019. कमिश्नर रीवा संभाग डॉ. अशोक कुमार भार्गव के मुख्य आतिथ्य में शासकीय हाईस्कूल रामनई में विश्व हाथ धुलाई दिवस कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस अवसर पर कमिश्नर डॉ. भार्गव ने स्वयं हाथ धोये एवं बच्चों को भी हाथ धुलाए। उन्होंने बच्चों को हाथ धुलाई का महत्व भी समझाया। उन्होंने कहा कि आपको आश्चर्य हो रहा होगा कि हाथ धोने के लिए हमें दिवस मनाने की आवश्यकता पड़ रही है। जिस तरह रसोई घर में भोजन को दूषित होने से बचाने के लिए साफ-सफाई की आवश्यकता होती है उसी तरह अपने शरीर को स्वस्थ रखने के लिए साबुन से हाथ धोना जरूरी होता है। हाथ नहीं धोने से कीटाणु हमारे अंदर जाकर बीमारियां पैदा करते हैं। हमें शौच के बाद एवं खाने से पहले हाथ जरूर धोना चाहिए।
कमिश्नर डॉ. भार्गव ने कहा कि प्रतिवर्ष 15 अक्टूबर को विश्व हाथ धुलाई दिवस मनाया जाता है। लोगों में साफ-सफाई के प्रति जागरूकता लाने के लिए प्रतिवर्ष यह दिवस मनाया जा रहा है। हाथ विधिवत तरीके से धोना चाहिए। स्वच्छता पवित्रता का प्रतीक होती है। जहां स्वच्छता होती है वहां अच्छे विचार मन में पैदा होते हैं। दीपावली पर साफ-सफाई हम सभी लोग करते हैं जिससे हमारे घरों में लक्ष्मी आये। लक्ष्मी वहीं आती है जहां साफ-सफाई रहती है। उन्होंने कहा कि आज हम चांद पर पहुंच गये हैं फिर भी स्वच्छता के लिए दिवस मनाये जाने की जरूरत पड़ रही है। हम स्वच्छता के प्रति इतना जागरूक रहें कि यह दिवस मनाने की आवश्यकता न पड़े। जहां स्वच्छता होती है वहां प्रगति, उन्नति, शांति और खुशहाली होती है। इसलिए अपने घर के साथ-साथ आसपास की भी सफाई पर ध्यान देना चाहिए। हमें खुले में शौच नहीं करना चाहिए। इससे कई बीमारियां होती हैं। गंदे पानी से संक्रमण होने की संभावना बनी रहती है।
कमिश्नर डॉ. भार्गव ने कहा कि जैसे हम दीपावली एवं अन्य त्यौहार मनाते हैं उसी तरह परीक्षा भी हमारा उत्सव होना चाहिए। आपको यदि प्रति स्पर्धा करना है तो अपने आप से करें। पिछली बार आप यदि परीक्षा में 90 प्रतिशत अंक लाये हैं तो कोशिश करें कि आगे उससे भी ज्यादा अंक लायें। हम अपने पिछले रिकार्ड को तोड़कर आगे बढ़ें। हमें अपनी क्षमता का आकलन करके ही लक्ष्य तय करना चाहिए। फिर संकल्प लेकर आगे बढ़ने का प्रयास करें। उन्होंने कहा कि सफलता प्राप्त करने में कठिनाइयां होती हैं लेकिन इनसे घबराए बगैर आगे बढ़ना चाहिए। पूरी लगन निष्ठा, मेहनत से ही सफलता मिलती है।
कमिश्नर डॉ. भार्गव ने बच्चों से स्वच्छता के नारे भी लगवाए। उन्होंने बच्चों से सौ रोगों की एक दवाई, हाथों की मिलकर करें सफाई, जिनके हाथ धुले-धुले, उनके चेहरे खिले-खिले, खेलकूद के बाद में, हाथ धोयें साथ में जैसे नारे लगवाए। उन्होंने जिला शिक्षा अधिकारी को सभी स्कूलों में स्वच्छता के नारे लगवाने के निर्देश दिए। कमिश्नर डॉ. भार्गव ने विद्यालय का निरीक्षण किया और व्यवस्थाएं दुरूस्त रखने के निर्देश दिए। कार्यक्रम के पश्चात कमिश्नर डॉ. भार्गव ने बच्चों को स्वस्थ रहने के लिए हंसने का महत्व बताया। उन्होंने अपने साथ बच्चों को जोर-जोर से हंसाया।
कार्यक्रम के अंत में जिला शिक्षा अधिकारी रामनरेश पटेल ने आभार व्यक्त किया। विद्यालय के प्राचार्य वरूणेन्द्र प्रताप सिंह ने स्वागत उद्बोधन प्रस्तुत किया। कार्यक्रम में मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत अर्पित वर्मा, जिला परियोजना समन्वयक सुधीर बाण्डा सहित विद्यालय के शिक्षकगण एवं छात्र-छात्राएं उपस्थित थे।

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