नशा नाश की जड़ है जो हमारे विवेक को नष्ट कर देता है – कमिश्नर डॉ. भार्गव
मद्य निषेध सप्ताह अन्तर्गत जिला स्तरीय रैली को कमिश्नर ने किया संबोधित
रीवा 04 अक्टूबर 2019. राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की जयंती के अवसर पर 2 अक्टूबर से प्रारंभ हुए मद्य निषेध सप्ताह अंतर्गत सामाजिक न्याय विभाग द्वारा जिला स्तरीय रैली का आयोजन किया गया जिसमें शहर के विभिन्न स्कूलों के छात्र-छात्राओं एवं स्वयंसेवी संगठनों के लोगों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। रैली का शुभारंभ टीआरएस कॉलेज से हुआ। रैली शिल्पी प्लाजा, पीली कोठी, कमिश्नर कार्यालय होती हुई स्वयंवर गार्डन में समाप्त हुई। रैली के समापन अवसर पर स्वयंवर गार्डन में आयोजित कार्यक्रम में मुख्य अतिथि कमिश्नर रीवा संभाग डॉ. अशोक कुमार भार्गव ने छात्र-छात्राओं को संबोधित करते हुए कहा कि नशा नाश की जड़ है। नशा हमारे विवेक को नष्ट कर देता है। यह जीवन को बर्बाद कर देता है और सामाजिक प्रतिष्ठा को धूमिल कर देता है, इसलिए व्यक्ति को नशा नहीं करना चाहिए।
कमिश्नर रीवा संभाग डॉ. अशोक कुमार भार्गव ने कहा कि हमारी युवा शक्ति विश्व की सबसे बड़ी युवा शक्ति हैं। यदि युवा शक्ति नशा करना छोड़ दे तो दुनिया में हम सबसे आगे होंगे। कमिश्नर डॉ. भार्गव ने कहा कि कामयाब होने के लिए नशा छोड़ना जरूरी है। राष्ट्र को नशे से मुक्त बनाकर हम भारत का नाम रोशन कर सकते हैं और अपने जीवन को कामयाब बना सकते हैं। नशा व्यक्ति का सच्चा साथी नहीं होता है। नशे से नाता जोड़ना सबसे बड़ा महापाप है। गुटखा, पान, तम्बाकू तथा धूम्रपान का सेवन करने से जीवन का अंत हो जाता है। उन्होंने कहा कि नशा मुक्त समाज होने से हम वास्तविक गौरव के हकदार हैं। उन्होंने कहा कि दुनिया में कोई भी चीज असंभव नहीं है। यदि मन में ठान लिया जाए तो हम अपने समाज को नशा मुक्त कर सकते हैं और जीवन में नई-नई उपलब्धियां अर्जित कर सकते हैं। उन्होंने हमेशा बेहतर से बेहतर कार्य करते रहने की समझाइश दी।
कमिश्नर डॉ. भार्गव ने कहा कि विद्यार्थियों को अपने अभिभावकों के सपने को साकार करने के लिए सुनहरा अवसर प्राप्त हुआ है। उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों का यह समय जीवन की दिशा को तय करने का समय है। यदि विद्यार्थी गलत दिशा में अपने कदम रखेंगे तो उन्हें कामयाबी प्राप्त करने में मुश्किल होगी। वहीं अगर विद्यार्थी संयमित तथा अनुशासित रहकर पढ़ाई पर अपनी ऊर्जा केंद्रित करेंगे तो उन्हें कामयाबी जरूर मिलेगी। उन्होंने कहा कि राष्ट्र के प्रति हमारा जो कत्र्तव्य है उसका निर्वहन हम सभी को जिम्मेदारी पूर्वक करना चाहिए। उन्होंने कहा कि यह सब तभी संभव है जब हम नशा न करने का प्रण लें। उन्होंने कहा कि हमें अपने आप पर विश्वास रखना चाहिए। चट्टान की तरह मजबूत संकल्प और आत्मविश्वास से मिट्टी से भी सोना उगाया जा सकता है। उन्होंने कहा कि किसी अवसर का इंतजार किए बगैर हमें निरंतर आगे बढ़ने के लिए प्रयास करते रहना चाहिए।
कार्यक्रम में कमिश्नर डॉ. भार्गव ने उपस्थित छात्र-छात्राओं एवं जन समुदाय को नशा नहीं करने की शपथ दिलाई। कार्यक्रम में नशा मुक्ति संदेश देने के लिए हर दिल की अब यह है चाहत, नशा मुक्त हो मेरा भारत तथा ज्ञान हमें फैलाना है, नशे को मार भगाना है जैसे नारे लगाए गए।
कार्यक्रम के प्रारंभ में संयुक्त संचालक सामाजिक न्याय विभाग अनिल दुबे द्वारा कार्यक्रम के उद्देश्य पर प्रकाश डाला गया। समाजसेवी सुजीत द्विवेदी ने नशा नहीं करने की समझाइश दी। उन्होंने कहा कि नशाखोरी इंसान को बुराई की ओर ले जाती है। नशा त्यागकर हम सभी को समाज को कुछ देने की कोशिश करना चाहिए। कार्यक्रम में निवेदिता कल्याण समिति, शहीद भगत सिंह समिति, जगदीश बैजनाथ वेलफेयर सोसाइटी आदि स्वयंसेवी तथा सामाजिक संस्थाओं के प्रतिनिधियों एवं सदस्यों ने हिस्सा लिया। कार्यक्रम में सहायक संचालक शिक्षा प्रेमलाल मिश्रा, एसडीएम त्रिपाठी, मुनेन्द्र चतुर्वेदी सहित अन्य लोग उपस्थित थे।