अच्छे स्वास्थ्य के लिए अपना आचार-विचार और आहार-विहार अच्छा रखें – कमिश्नर डॉ. भार्गव
पटेहरा में अयोजित हुआ निरामयम स्वास्थ्य शिविर
रीवा 24 सितम्बर 2019. आयुष्मान भारत निरामयम मध्यप्रदेश योजना के तहत हनुमना विकासखंड में स्थित ग्राम पटेहरा के हेल्थ एंड वैलनेस सेंटर में निरामयम स्वास्थ्य शिविर का आयोजन कमिश्नर रीवा संभाग डॉ. अशोक कुमार भार्गव के मुख्य आतिथ्य में किया गया। शिविर में स्वास्थ्य विभाग के चिकित्सकों एवं अन्य स्वास्थ्य अमले द्वारा ग्रामीणों के स्वास्थ्य एवं बीमारियों की जांच कर उन्हें नि:शुल्क दवाएं उपलब्ध करायी गईं। उक्त अवसर पर कमिश्नर रीवा संभाग डॉ. भार्गव ने कहा कि संसार में सबसे बड़ी दौलत हमारा स्वास्थ्य ही है। स्वास्थ्य के बिना सब कुछ अधूरा है। अगर हम बीमार होंगे तो कोई भी काम अच्छे ढंग से नहीं कर सकेंगे। इसलिए अपने स्वास्थ्य को अच्छा बनाए रखने के लिए इस पर ध्यान देना बहुत जरूरी है। अच्छे स्वास्थ्य के लिए अपना आचार-विचार और आहार-विहार अच्छा रखना जरूरी है।
कमिश्नर डॉ. भार्गव ने कहा कि अपना स्वास्थ्य अच्छा रखने के लिए शुद्ध भोजन, साफ-सफाई, शारीरिक व्यायाम आदि पर ध्यान देना चाहिए। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य अच्छा रखने के लिए हंसना भी बहुत जरूरी है। हंसने से शरीर में बीमारियां फैलने का भी खतरा नहीं रहता है। उन्होंने शिविर में सभी ग्रामीणों से हंसने के लिए भी कहा और जोर-जोर से ठहाके भी लगवाये।
कमिश्नर डॉ. भार्गव ने कहा कि बीमारियां दो तरह की होती है। एक वह हैं जो संक्रमण के कारण एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में पहुंच जाती हैं, इन्हें छूत की बीमारी कहा जाता है। ऐसी बीमारियां गंदा पानी पीने, बासी भोजन करने, खुले में शौच जाने एवं साफ-सफाई का ध्यान नहीं रखने के कारण होती हैं। वहीं दूसरी ओर कुछ बीमारियां एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में नहीं पहुंचती हैं ऐसी बीमारियों में मधुमेह, कैंसर, हृदय रोग आदि शामिल हैं। यह बीमारियां धीरे-धीरे शरीर में फैलती हैं, व्यक्ति जब कमाने लायक होता है तब इन बीमारियों का असर दिखता है। इसलिए अपने स्वास्थ्य के प्रति जागरूक रहकर बीमारियां न हों इसके लिए प्रयास करें। उन्होंने कहा कि समय पर खाना, समय पर सोना, उठना और व्यायाम करना अच्छे स्वास्थ्य के लिए बेहद जरूरी है। उन्होंने कहा कि कोरेक्स, बीड़ी, सिगरेट, गुटखा, तम्बाकू आदि से हमारे स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है। इसलिए इन नशीली वस्तुओं के सेवन से बचना चाहिए। उन्होंने एक कहावत के माध्यम से ग्रामीणों को समझाते हुए कहा कि जैसा खाएंगे अन्न वैसा होगा मन। शांति और खुशहाली लाने के लिए अपने स्वास्थ्य को अच्छा रखें। स्वास्थ्य के प्रति किसी भी प्रकार की लापरवाही नहीं बरतें। अपने गांव में समृद्धि लाने के लिए खुले में शौच जाने से बचें। बेटा और बेटी में किसी भी प्रकार का भेदभाव न करें। दोनों को समान रूप से आगे बढ़ने का अवसर दें। कमिश्नर डॉ. भार्गव ने स्वास्थ्य को अच्छा बनाए रखने के लिए आसपास के वातावरण को भी साफ-सुथरा रखने एवं पर्यावरण अच्छा बनाए रखने की भी ग्रामीणों को समझाइश दी।
कार्यक्रम में क्षेत्रीय संचालक स्वास्थ्य सेवाएं डॉक्टर एस.के. त्रिपाठी, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. आर.एस. पाण्डेय ने भी अपने विचार व्यक्त किए। इस अवसर पर उप संचालक स्वास्थ्य सेवाएं डॉ. एन.पी. पाठक, बी.एम.ओ. हनुमना डॉ. पुष्पेंद्र मिश्रा, आयुर्वेद मेडिकल ऑफीसर डॉ. विवेक त्रिपाठी, एमपीडब्ल्यू हेल्थ एण्ड वेलनेस सेंटर पटेहरा बाल्मीकि तिवारी, अनिल तिवारी, एएनएम निधि शर्मा सहित स्वास्थ्य विभाग के अन्य कर्मचारी उपस्थित थे।