आध्यत्मिक साधना का आदर्श केंद्र बनेगा पड़खुड़ी : डॉ प्रणव पंड्या
पड़खुड़ी में श्री वेदमाता गायत्री आश्रम और प्रस्तावित प्रकल्पों का हुआ शिलान्यास
पंडित श्री राम शर्मा आचार्य के जन्मोत्सव पर भव्य कार्यक्रम का आयोजन
सीधी। पड़खुड़ी में पंडित श्री राम शर्मा आचार्य की जन्मतिथि के अवसर पर श्री वेदमाता गायत्री आश्रम और प्रस्तावित प्रकल्पों का वैदिक मंत्रोच्चार के साथ शिलान्यास किया गया। शांतिकुंज हरिद्वार से आये गायत्री परिवार के वरिष्ठ कार्यकर्ताओं द्वारा इस भव्य आयोजन कार्यक्रम को सम्पन्न कराया गया।
श्री वेदमाता गायत्री आश्रम पड़खुड़ी में वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिये अखिल विश्व गायत्री परिवार के प्रमुख डॉ प्रणव पंड्या ने कहा कि गायत्री परिवार द्वारा पड़खुड़ी को आध्यत्मिक साधना का आदर्श केंद्र बनाया जाएगा। यह केंद्र मुख्य रूप से युवाओं को जाग्रत करने का काम करेगा। डॉ प्रणव पंड्या ने कहा कि आने वाले समय में यहां स्वावलम्बन केंद्र स्थापित कर युवाओं को स्वरोजगार की विशेष ट्रेनिंग दी जाएगी। उन्होंने बताया कि आदर्श ग्राम विकसित करने के लिए इस केंद्र से विशेष प्रशिक्षण शिविर चलाए जाएंगे। जिससे प्रशिक्षण प्राप्त करके लोग गांव से स्वरोजगार के कई विकल्प स्वयं स्थापित करेंगे।
कार्यक्रम में शांतिकुंज के वरिष्ठ कार्यकर्ता दिव्येश व्यास ने सेवानिवृत्त प्राचार्य स्व श्री राम चन्द्र पांडेय को याद करते हुए कहा कि समाज को उनसे त्याग की प्रेरणा लेनी चाहिए। उन्होंने बताया कि स्व पांडेय ने अपनी चारों बेटियों को शिक्षित किया और अपनी 28 एकड़ भूमि समाज के लिए दान कर दी। शांतिकुंज के वरिष्ठ कार्यकर्ता आशीष कुमार ने बताया कि यहां पर उत्कृष्ट गौशाला का निर्माण किया जाएगा। उन्होंने बताया कि पहले यहां की देशी प्रजाति की गाय 10 से 12 लीटर दूध प्रतिदिन देती थी। पर खेतों के लिए नंदी के लालच में लोगों ने गाय की उस नस्ल की अपेक्षा की। आशीष कुमार ने बताया कि आश्रम की गौशाला से देशी गाय की उस नस्ल को पुनः विकसित किया जाएगा।
कार्यक्रम में शांतिकुंज से आये दिव्येश व्यास, वीरेंद्र अग्रवाल द्वारा युवाओं का देवदूत आया कोई पहचान न पाया स्मारिका और सेवानिवृत्त प्राचार्य शांति पांडे के काव्य संग्रह गुरु के चरणों का विमोचन किया गया।
इससे पूर्व गायत्री परिवार के अधिष्ठाता पंडित श्री राम शर्मा आचार्य के जन्मोत्सव पर पांच कुंडीय हवन किया गया। जिसमें विंध्य क्षेत्र व आस-पास के जिलों से आये हजारों की संख्या में लोगों ने सर्वमंगल की कामना करते हुए विशेष आहुतियां दी। साथ ही समाज के लिए विशेष कार्य करने वाले समाजसेवियों को शाल और प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया।