शिक्षा में गुणात्मक सुधार के उद्देश्य से कमिश्नर ने रोकी 125 प्राचार्यों की वेतन वृद्धियां
रीवा 01 अगस्त 2019. शिक्षा में गुणात्मक सुधार के उद्देश्य से कमिश्नर रीवा संभाग डॉ. अशोक कुमार भार्गव ने शिक्षण सत्र 2018-19 में रीवा संभाग के अन्तर्गत हाई स्कूल एवं हायर सेकेण्डरी विद्यालयों का वार्षिक परीक्षा परिणाम 30 प्रतिशत से कम रहने वाली संस्थाओं के 125 प्राचार्यों की दो-दो वार्षिक वेतन वृद्धियां रोकने की कार्यवाही की है। इनमें रीवा जिले के 25, सतना के 29, सीधी के 41 एवं सिंगरौली के 30 प्राचार्यों की वेतन वृद्धियां रोकी गई हैं। संभाग में 5 प्रतिशत तक परीक्षा परिणाम वाले स्कूलों में सीधी जिले के 2 एवं सिंगरौली का एक, 6 से 10 प्रतिशत तक परीक्षा परिणाम वाले स्कूलों में रीवा का एक, सतना के 2, सीधी का एक एवं सिंगरौली के 4 स्कूल शामिल हैं। इसी तरह 11 से 15 प्रतिशत तक परीक्षा परिणाम वाले स्कूलों में रीवा के 2, सतना के 5, सीधी के 6 एवं सिंगरौली के 7 स्कूल शामिल हैं। 16 से 20 प्रतिशत वाले स्कूलों में रीवा के 3, सतना के 2, सीधी के 9 एवं सिंगरौली के 3 स्कूल शामिल हैं। 21 से 25 प्रतिशत तक परीक्षा परिणाम वाले स्कूलों में रीवा के 7, सतना के 11, सीधी के 17 एवं सिंगरौली के 10 स्कूल तथा 26 से 30 प्रतिशत तक वाले स्कूलों में रीवा के 12, सतना के 9, सीधी के 6 एवं सिंगरौली के 5 स्कूल शामिल हैं।
उक्त दयनीय स्थिति को ध्यान में रखकर कमिश्नर रीवा संभाग डॉ. अशोक कुमार भार्गव ने रीवा संभाग के हाई स्कूल एवं हायर सेकेण्डरी स्कूलों के परीक्षा परिणामों पर असंतोष व्यक्त करते हुए शिक्षा में गुणात्मक सुधार और परीक्षा परिणाम में सार्थक वृद्धि हेतु गहन वार्षिक कार्य योजना बनाने के लिए पहल की है। उन्होंने कहा कि विद्यार्थी जीवन विद्यार्थियों के जीवन का स्वर्णिम अवसर होता है, जहां वे ज्ञान की रोशनी प्राप्त कर अपने भविष्य को उज्ज्वल बनाने के लिए परिश्रम करते हैं। इस दौरान शिक्षकों का परिणाममूलक मार्गदर्शन अति आवश्यक होता है। इसलिए यह जरूरी है कि हमारे विद्यार्थियों का शारीरिक, मानसिक और बौद्धिक विकास सकारात्मक दिशा में हो। इस हेतु सभी स्कूलों के प्राचार्य एवं शिक्षकों को लगन निष्ठा और जवाबदेही की भावना के साथ शिक्षण कार्य को उत्कृष्ट तरीके से करना चाहिए।
कमिश्नर डॉ. भार्गव ने संयुक्त संचालक लोक शिक्षण से लेकर डीईओ, बीईओ, बीआरसी, डीपीसी सहित सभी स्तर पर तैनात अधिकारियों-कर्मचारियों तथा संबद्ध प्रशासन से अपेक्षा की है कि वे छात्रों की शिक्षा में गुणवत्ता के लिए सतत प्रयास करें। छात्र किस प्रकार की शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं उसकी समीक्षा कर अनुश्रवण का काम सम्पूर्ण निष्ठा से करें।
कमिश्नर डॉ. भार्गव ने कहा कि स्कूलों के परीक्षा परिणाम इस वर्ष अत्यंत निराशाजनक रहे हैं अत: उन विद्यालयों के प्राचार्यों के विरूद्ध दण्डात्मक कार्यवाही आगामी शिक्षण सत्र में सुधार लाने की दृष्टि से की गई है ताकि प्राचार्य अधिक सजगता और जागरूकता के साथ शिक्षण कार्य को अंजाम दे सकें। जिन स्कूलों के परीक्षा परिणाम अच्छे रहे हैं उन स्कूलों के प्राचार्यों को समारोह पूर्वक सम्मानित भी किया गया है। इसका उद्देश्य यह है कि अच्छा परिणाम देने वाले प्राचार्यों के विशेष प्रयासों को प्रोत्साहित किया जाये तथा अन्य प्राचार्य इनसे सीख लेकर प्रेरित होकर और अच्छा कार्य करें जिससे स्कूलों में शत-प्रतिशत परीक्षा परिणाम अर्जित किये जा सकें। कमिश्नर ने समस्त संस्थाओं के प्राचार्यों एवं शिक्षकों को निर्देशित किया है कि वे समय से पूर्व स्कूल पहुंचे और पूरे समय तक स्कूल में उपस्थित रहकर छात्रों की शिक्षा के लिए मनोयोग से उचित एवं सकारात्मक माहौल निर्मित करने का प्रयास करें ताकि छात्रों में शिक्षण के प्रति जिज्ञासा निर्मित हो। इसके लिए यह भी आवश्यक है कि सभी शिक्षक छात्रों को अध्यापन कराने के पूर्व स्वयं बेहतर तैयारी करके आयें और आत्मविश्वास के साथ छात्रों का ज्ञानवर्धन करें। छात्रों को प्रतिदिन अभ्यास कार्य दें और दिये गये अभ्यास कार्य की नियमित रूप से जांच कर त्रुटियों से उनको अवगत करायें। शिक्षक अपनी डायरी विधिवत रूप से संधारित करें। शिक्षक पाठ को पढ़ाने से पूर्व पाठ्य योजना बनायें, तैयारी करें और फिर अध्यापन की कार्यवाही प्रारंभ करें। प्रायोगिक विषयों में नियमित रूप से प्रयोगशाला का उपयोग किया जाए। विद्यालयों में प्रयोगशालाएं नियमित रूप से खोली जाएं। उन्हें आकर्षक बनाएं, उनमें साफ-सफाई रखें ताकि छात्रों में विज्ञान के प्रति वैज्ञानिक दृष्टिकोण विकसित हो सके। कमिश्नर डॉ. भार्गव ने संयुक्त संचालक लोक शिक्षण एवं सभी जिला शिक्षाधिकारियों को निर्देशित किया है कि वे मैदानी स्तर पर तैनात सभी निरीक्षणकर्ता अधिकारियों को अपने विषय से संबंधित व्याख्यान नियमित रूप से कक्षाओं में उपस्थित होकर प्रस्तुत करें क्योंकि निरीक्षण के साथ-साथ अध्यापन का कार्य भी अति महत्वपूर्ण कार्य है। कमिश्नर डॉ. भार्गव ने कहा कि पूरे संभाग में छात्रों के परीक्षा परिणाम एवं गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के लिए कार्ययोजना तैयार की गई है।