अन्तर्राष्ट्रीय बाघ दिवस पर मुकुन्दपुर व्हाइट टाइगर सफारी में वन्य जीवों पर केन्द्रित चित्र प्रतियोगिता आयोजित
रीवा 29 जुलाई 2019. कमिश्नर रीवा संभाग डॉ. अशोक कुमार भार्गव ने अंतर्राष्ट्रीय बाघ दिवस के अवसर पर महाराजा मार्तण्ड सिंह जूदेव व्हाइट टाइगर सफारी एण्ड जू मुकुन्दपुर में आयोजित बच्चों द्वारा वन्य जीवों के चित्रण प्रतियोगिता एवं वन्य प्राणी संरक्षण में जागरूकता बढ़ाने हेतु रैली में पहुंचकर उत्साहवर्धन किया। उन्होंने इस अवसर पर परिसर में पौधारोपण भी किया। उन्होंने प्रतियोगिता में विजेता छात्र-छात्राओं को पुरस्कार वितरित किए।
कमिश्नर डॉ. भार्गव ने बच्चों को वन्य जीवों का महत्व समझाते हुए कहा कि वनों को विनाश से बचाने, बाघों की प्रजाति विलुप्त न हो एवं उनकी तादात बढ़ाने तथा जन जागरूकता बढ़ाने के उद्देश्य से अंतर्राष्ट्रीय बाघ दिवस मनाया जाता है। बाघ पराक्रम का प्रतीक है। यदि जंगल में पशु-पक्षी नहीं होंगे तो वन अधूरे हैं। मानव का अस्तित्व भी पर्यावरण एवं वन्य जीवों पर निर्भर करता है। ग्लोबल वार्मिंग से पृथ्वी का तापमान बढ़ रहा है। इससे समुद्र के पानी का स्तर बढ़ने से जीवों पर प्रभाव पड़ता है। उन्होंने कहा कि सन 2010 में रूस में शिखर सम्मेलन हुआ था जिसमें निर्णय लिया गया था कि बाघों की संख्या को बढ़ाया जाये। इसके परिणाम स्वरूप भारत में सबसे अधिक बाघ हमारे प्रदेश में हैं। उन्होंने बच्चों से बाघों की सुरक्षा तथा वृक्षारोपण करने का संकल्प लेने के लिए कहा। उन्होंने कहा कि मानवीय अस्तित्व पूरी तरह प्रकृति पर निर्भर है। प्रकृति से जितना हम ले रहे हैं उससे हजार गुना प्रकृति को लौटाना भी चाहिए। हमें पेड़-पौधों को सुरक्षित रखना चाहिए। पशु-पक्षियोंें को नुकसान नहीं पहुंचाना चाहिए। यह संस्कार हमें बुजुर्गों से मिले हैं जिन्हें हमेशा कायम रखना चाहिए। प्रतियोगिता में हरीबाल गृह रीवा एवं गीतांजलि पब्लिक स्कूल रीवा के छात्र-छात्राओं ने भाग लिया।
इस अवसर पर मुख्य वन संरक्षक अतुल खेरा, वन संरक्षक एवं पदेन वनमंडलाधिकारी सतना राजीव मिश्रा, संचालक व्हाइट टाइगर सफारी एवं जू मुकुंदपर संजय राय खेड़े, कन्सल्टेन्ट मुकेश दुबे सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।