शहर की यातायात व्यवस्था को सुगम बनाने में स्थानीय लोगों की सहभागिता आवश्यक – कलेक्टर ओमप्रकाश श्रीवास्तव
रीवा 27 जुलाई 2019. रीवा शहर की यातायात व्यवस्था के प्रबंधन व सुरक्षा में आम लोगों के सुझाव प्राप्त करने के उद्देश्य से सड़क सुरक्षा एवं यातायात प्रबंधन संबंधी सेमिनार आज कलेक्ट्रेट के मोहन सभागार में संपन्न हुआ। इस अवसर पर कलेक्टर ओमप्रकाश श्रीवास्तव ने कहा कि यातायात व्यवस्था को सुगम बनाने के लिए स्थानीय जन अपनी सहभागिता निभायें। प्रशासन उनके साथ समन्वय स्थापित कर अधोसंरचना विकास, नियमों के पालन की समझाइश व यातायात के प्रति जागरूकता पैदा कर यातायात व्यवस्था को सुगम बनाने में पूर्ण सहयोग करेगा। उन्होंने कहा कि शहर को अतिक्रमण मुक्त कर सड़कों को चौड़ी किया जाकर पार्किंग स्थलों के निर्माण से यातायात व्यवस्था में अपेक्षित सुधार होगा। शहर के यातायात को व्यवस्थित करने के लिए अधोसंरचनात्मक निर्माण, सवारी वाहनों के मार्ग निर्धारण व यातायात नियंत्रण हेतु प्रवर्तन जैसी व्यवस्थायें लागू कर शहर में लगने वाले जाम से मुक्ति मिल सकती है। उन्होंने कहा कि सेमिनार में प्राप्त सुझावों के आधार पर शहर को छोटे-छोटे भागों में विभक्त कर डीपीआर बनाते हुए आवश्यक कार्य कराये जायेंगे। यातायात की सुगमता के लिए तकनीकी विषय विशेषज्ञों सहित अन्य आवश्यक मदद लेकर कार्य कराये जायेंगे ताकि रीवा शहर में भी महानगरों की तर्ज पर यातायात की सुगम व्यवस्था हो सके।
इस अवसर पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शिवकुमार वर्मा ने कहा कि स्थानीयजनों के प्रयासों व समन्वय से रीवा शहर व जिले का यातायात सुगम बन सकेगा। सेमिनार में प्राप्त सुझावों से जो निष्कर्ष निकलेगा वह शहर की यातायात व्यवस्था की सुगमता में सहायक होगा। उन्होंने कहा कि सभी शहरवासी, व्यापारी व आटो-बस आदि एसोसिएशनों के पदाधिकारी पुलिस के साथ समन्वय बनाकर रीवा शहर को व्यवस्थित शहर बनाने में सहयोग करें। यातायात के डिप्टी एसपी मनोज वर्मा ने शहर के यातायात प्लान का पावर प्वाइंट के माध्यम से प्रस्तुतीकरण दिया। उन्होंने रेलवे स्टेशन से रतहरा व सिरमौर चौराहा से यूनिवर्सिटी मार्ग पर बने अनावश्यक कट को भरने, चौराहों का सौन्दर्यीकरण, बड़ी रोटरी को छोटा करने, अतिक्रमण हटाने, पार्किंग, जेब्रा क्रासिंग, स्टाप लाइन तथा साइन बोर्ड की स्थापना करने एवं सब्जी मण्डी करहिया के संचालन आदि अधोसंरचना निर्माण की जानकारी दी। सवारी वाहनों के मार्ग निर्धारण हेतु रूटों का विभाजन व यातायात नियंत्रण के उद्देश्य से भारी वाहनों के शहर में आने पर सख्ती से रोक के विषय में जानकारी दी।
सेमिनार में ग्रामीण कांग्रेस अध्यक्ष त्रियुगीनारायण शुक्ला ने लोगों को यातायात नियमों के प्रति जागरूक करने की बात कही। उन्होंने कहा कि सभी की सहभागिता व मनोबल से प्रेरित होकर ही यातायात प्रबंधन अच्छे ढंग से किया जा सकता है। इस अवसर पर पार्षद नीरज पटेल, पत्रकार लोकमणि शुक्ल, प्रो. केके दुबे, नारायण डिगवानी, अभय वर्मा, मुंशीलाल पटेल, उपेन्द्र सिंह चौहान, संजय सिंह, श्रीनिवास त्रिपाठी, प्रदीप अग्रवाल ने पाथवे के निर्माण, मल्टी स्टोरी पार्किंग बनाने तथा शहर के बंद मार्गों को खोलकर यातायात व्यवस्था की सुगमता के बारे में अपने विचार रखे। आटो चालक संघ के अध्यक्ष रमाकांत तिवारी ने सड़क से अतिक्रमण हटाने, श्रमिकों को उनके लिए निर्धारित स्थान में बैठने व आटो स्टैण्ड के चिन्हांकन एवं शहर के व्यस्ततम मार्गों को एकांगी मार्ग में परिवर्तित करने का सुझाव दिया सेमिनार में कक्षा दस की छात्राओं काजल पाण्डेय व ज्योति गोस्वामी ने बच्चों को यातायात नियमों की समझाइश देने तथा सिटी बस में महिलाओं के स्थान सुरक्षित रखे जाने की बात कही। तकनीकी विशेषज्ञ श्री बीएल अग्रवाल, सिद्धार्थ सिंह, श्री अंसारी एवं श्री भाटिया ने शहर की यातायात व्यवस्था की सुगमता के लिए तकनीकी सुझाव दिए। उन्होंने कहा कि स्कूल के बच्चों को शहर के चौराहों में यातायात संबंधी समूह में प्रशिक्षण दिया जाये जिससे वह अपने परिजनों को भी जागरूक कर सकें। आरटीओ मनीष त्रिपाठी ने कहा कि सेमिनार में प्राप्त सुझावों व लिखित में प्राप्त सुझावों के आधार पर रीवा शहर की यातायात व्यवस्था को सुगम बनाने की सभी आवश्यक व्यवस्थायें सुनिश्चित करायी जायेंगी। उन्होंने इस कार्य में स्थानीय जनों से सहभागिता की अपील भी की। सेमिनार में अपर कलेक्टर इला तिवारी, अनुविभागीय अधिकारी हुजूर फरहीन खान, जिला कमाण्डेंट होमगार्ड मधु राजेश तिवारी सहित पुलिस, यातायात के अधिकारी, स्वयं सेवी संगठनों के प्रतिनिधि, पत्रकार, आटो, बस एवं ट्रक एसोसिएशन के प्रतिनिधि, विभागीय अधिकारी, स्थानीयजन तथा विद्यालयों के छात्र-छात्राएं उपस्थित थीं।