दस्तक अभियान का शत-प्रतिशत लक्ष्य हासिल करें – कमिश्नर डॉ. भार्गव
दस्तक अभियान की प्रगति की संभागीय समीक्षा बैठक संपन्न
रीवा 26 जून 2019. कमिश्नर रीवा संभाग डॉ. अशोक कुमार भार्गव की अध्यक्षता में दस्तक अभियान की प्रगति की संभागीय समीक्षा बैठक स्थानीय होटल स्टार में आयोजित की गई। बैठक की अध्यक्षता करते हुए कमिश्नर डॉ. भार्गव ने दस्तक अभियान की प्रगति बढ़ाने के लिए स्वास्थ्य विभाग के चिकित्सकों को आवश्यक निर्देश दिए।
कमिश्नर डॉ. भार्गव ने कहा कि संभाग में दस्तक अभियान के लक्ष्य के मुताबिक कार्य करना सुनिश्चित करें। उन्होंने अभियान के तहत शत-प्रतिशत लक्ष्य हासिल करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि दस्तक अभियान के तहत जो कार्य किया जा रहा है उसकी फीडिंग सॉफ्टवेयर में कराना सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि आप जो कार्य कर रहे हैं वह जनता को दिखना भी चाहिए। उन्होंने सभी बीएमओ एवं उच्चाधिकारियों को अभियान के तहत नियमित मॉनीटरिंग करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि सभी सीएमएचओ भी क्षेत्र में जाकर अभियान की मॉनीटरिंग करें। उन्होंने कहा कि 20 जुलाई तक लक्ष्य पूरा करने में कोई कोताही नहीं बरती जाये। उन्होंने कहा कि कोई भी कार्य असंभव नहीं है। इसलिए कड़ी मेहनत कर अभियान का लक्ष्य पूरा करें। उन्होंने कहा कि पोषण पुनर्वास केन्द्रों में गंभीर कुपोषित बच्चों को भर्ती करायें और कोई भी एनआरसी खाली नहीं रहे। उन्होंने कहा कि दस्त रोगी बच्चों की पोर्टल में एन्ट्री कराना सुनिश्चित करें।
कमिश्नर डॉ. भार्गव ने कहा कि यदि हम उपलब्धि रूपी गुलाब को हासिल करना चाहते हैं तो कांटों से भी तालमेल बैठाना होगा। उन्होंने कहा कि सफलता प्राप्त करने के लिए मन से नहीं हारें। यदि आप हिम्मत और हौसला रखकर उत्साह एवं उमंग से कार्य करेंगे तो सफलता जरूर मिलेगी। उन्होंने कहा कि संभाग के चारों जिलों में दस्तक अभियान के तहत उपलब्धि हासिल करने की कोशिश करें। इस कार्य में बीएमओ की महत्वपूर्ण भूमिका होगी। उन्होंने कहा कि कोशिश करने वालों की कभी हार नहीं होती। इसलिए अपनी ऊर्जा को केन्द्रित करके कामयाबी को प्राप्त करें।
कमिश्नर डॉ. भार्गव ने दस्तक अभियान की समीक्षा बैठक में अब तक हुई प्रगति की जानकारी ली। उन्होंने जिलों में लक्ष्य के विरूद्ध कुल आच्छादित ग्राम में अभियान के संचालन तथा कुल लक्षित हितग्राहियों के विरूद्ध स्क्रीन किये गये बच्चों के संबंध में जानकारी ली। इसी प्रकार ओआरएस पैकेट के वितरण, चिन्हांकित किये गये दस्त रोगी, गंभीर एनीमिक, एनआरसी में भर्ती किये गये कुपोषित तथा जन्मजात विकृतियुक्त बच्चों सहित ग्राम सभाओं के आयोजन के संबंध में जानकारी ली।
संयुक्त संचालक महिला एवं बाल विकास श्रीमती ऊषा सिंह सोलंकी ने कहा कि अभियान के समाप्त होने के पहले सभी डाटा एन्ट्री कराई जाना जरूरी है। उन्होंने कहा कि संभाग में काम तो अच्छा चल रहा है लेकिन एन्ट्री न होने के कारण कम दिख रहा है। उन्होंने कहा कि दस्तक अभियान में चिन्हित बच्चों को एनआरसी में भर्ती करायें। दस्त एवं एनीमिया से पीड़ित बच्चों की डाटा एन्ट्री करायें। बैठक में क्षेत्रीय संचालक स्वास्थ्य सेवायें डॉ. एसके सालम ने आभार व्यक्त किया। संभागीय टीकाकरण अधिकारी डॉ. एनपी पाठक ने प्रजेंटेशन के माध्यम से दस्तक अभियान की प्रगति की जानकारी दी। बैठक में संभाग के सभी जिलों के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी, सिविल सर्जन, खण्ड चिकित्सा अधिकारी, ब्लॉक कम्युनिटी मोबलाइजर तथा जिला टीकाकरण अधिकारी उपस्थित थे।
दस्तक अभियान में शामिल गतिविधियां – दस्तक अभियान अन्तर्गत कई गतिविधियों को शामिल किया गया है। जिसमें परिचय, अभिवादन, बच्चे की बीमारी की जानकारी लेना, हाथ धुलाई विधि का प्रदर्शन करना, बच्चे का तापमान लेना, समुचित शिशु एवं बाल आहार आपूर्ति को बढ़ावा देना तथा सांस दर को नापना व जन्मजात विकृति की पहचान करना शामिल है। इसी प्रकार कुपोषण, खून संबंधी आदि जांच भी की जायेंगी। तत्पश्चात आवश्यकतानुसार उपचार कर परामर्श दिया जायेगा और की गई कार्यवाही की पूरी सूची तैयार की जायेगी।