हुनर एवं कौशल से दूर होती है बेरोजगारी की समस्या – कमिश्नर डॉ. भार्गव
यूनियन ग्रामीण स्वरोजगार संस्थान के नव निर्मित भवन का उद्घाटन समारोह संपन्न
रीवा 25 जून 2019. यूनियन बैंक सोशल फाउंडेशन ट्रस्ट द्वारा संचालित यूनियन ग्रामीण स्वरोजगार प्रशिक्षण संस्थान रीवा के नव निर्मित भवन का ग्राम लक्ष्मणपुर में कमिश्नर रीवा संभाग डॉ. अशोक कुमार भार्गव के मुख्य आतिथ्य में उद्घाटन समारोह संपन्न हुआ। कमिश्नर डॉ. भार्गव ने शिलापट्टिका का अनावरण कर फीता काटकर माँ सरस्वती की मूर्ति के समक्ष वैदिक मंत्रोच्चार के साथ पूजा अर्चना कर प्रशिक्षण संस्थान का उद्घाटन कर शुभारंभ किया। इस अवसर पर कार्यक्रम में यूनियन बैंक सोशल फाउंडेशन ट्रस्ट के मुख्य कार्यपालन अधिकारी विवेक एच. कामत एवं क्षेत्र महाप्रबंधक भोपाल विनायक व्ही. टेंभुर्णे विशिष्ट अतिथि के रूप में मंचासीन थे।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि कमिश्नर रीवा संभाग डॉ. अशोक कुमार भार्गव ने अपने संबोधन में कहा कि प्रशिक्षण संस्थान का स्वयं का भवन बन जाने से कई समस्यायें दूर होंगी। संस्थान में ग्रामीण क्षेत्र के युवा अपने हुनर एवं कौशल का विकास कर सकेंगे जिससे उन्हें स्वरोजगार स्थापित करने में मदद मिलेगी। ज्ञान हमें अंधकार से प्रकाश की ओर ले जाता है। ज्ञान ऐसी दौलत है जिसे कोई चुरा या छीन नहीं सकता। यदि यहां प्राप्त ज्ञान का उपयोग करेंगे तो ज्ञान बढ़ेगा और उपयोग नहीं करने पर ज्ञान घटेगा। उन्होंने कहा कि अर्थव्यवस्था में बैंकिंग संस्थानों का महत्वपूर्ण योगदान होता है। सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों में यूनियन बैंक ऑफ इंडिया का काफी सराहनीय योगदान है। यह भवन एक संस्थान ही नहीं बल्कि रोजगार सृजन का मंदिर भी है। हमारे ज्ञान मंदिरों से प्रतिवर्ष हजारों विद्यार्थी शिक्षा प्राप्त कर बेरोजगारी की समस्या से जूझते हैं। शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों दोनों में बेरोजगारी की समस्या होती है जिसे दूर करने के लिए मध्यप्रदेश शासन कई प्रयास कर रही है। ग्रामीण क्षेत्रों में बेरोजगारी की समस्या दूर करने के लिए यह संस्थान कारगर साबित होंगे। हुनर और कौशल के माध्यम से व्यक्ति निचले स्तर से ऊँचाई तक पहुँच जाता है। इससे बेरोजगारी की समस्या दूर होती है। जहां हुनर और कौशल ज्यादा होता है वह देश ज्यादा विकास करता है। स्थानीय स्तर पर जो हुनर है उसको प्रोत्साहन करने के लिए ग्रामीण स्वरोजगार प्रशिक्षण संस्थान इस दिशा में काफी योगदान दे रहे हैं। रोजगार के अवसर बढ़ाने के लिए यूनियन बैंक ऑफ इंडिया के योगदान के लिए उन्होंने बधाई दी। यदि अभिभावक अपने बच्चों की क्षमता की पहचान किये बगैर अपने सपने थोपना चाहेंगे तो उन्हें कठिनाई होगी। युवा उसी क्षेत्र में प्रशिक्षण प्राप्त करने की कोशिश करें जिसमें उनकी क्षमता है। उन्होंने मुख्यमंत्री युवा स्वरोजगार योजना, मुख्यमंत्री युवा स्वाभिमान योजना के तहत प्रशिक्षण का लाभ उठाने की अपील की। उन्होंने कहा कि जीवन में कामयाबी हासिल करने के लिए अपने आप को निरंतर अपडेट रखें। कमिश्नर डॉ. भार्गव ने प्रशिक्षण संस्थान की परिसर में पौधा रोपण भी किया।
यूनियन बैंक सोशल फाउंडेशन ट्रस्ट के सीईओ विवेक एच. कामत ने कहा कि आज के दिन यूनियन बैंक के ग्रामीण स्वरोजगार प्रशिक्षण संस्थान के नव निर्मित भवन का उद्घाटन हो रहा है जो हमेशा यादगार रहेगा। उन्होंने कहा कि इस संस्थान में रहने, खाने की व्यवस्था सहित स्वरोजगार के लिए नि:शुल्क प्रशिक्षण प्रदान किया जाता है। संस्थान में प्रशिक्षण ही नहीं बल्कि व्यक्तित्व का विकास भी किया जाता है। प्रतिदिन मेहनत करने से ही दक्षता हासिल होती है। उन्होंने युवाओं से अधिक से अधिक संख्या में प्रशिक्षण का लाभ उठाने की अपील की। क्षेत्र महाप्रबंधक भोपाल विनायक व्ही. टेंभुर्णे ने कहा कि यूनियन बैंक ऑफ इंडिया की स्थापना 1919 में हुई थी। जब से लेकर अब तक सौ साल हो गए हैं। यह बैंक देश के विकास में निरंतर भागीदारी निभा रहा है।
कार्यक्रम के प्रारंभ में यूनियन बैंक ऑफ इंडिया रीवा के क्षेत्र प्रमुख भोला प्रसाद गुप्ता ने प्रशिक्षण संस्थान के विषय में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने कहा कि रीवा में यह प्रशिक्षण संस्थान वर्ष 2009 से संचालित है। जब से लेकर अब तक 216 बैच के माध्यम से 5804 युवाओं को स्वरोजगार के लिए प्रशिक्षण दिया गया है। कार्यक्रम में जिला लीड बैंक प्रबंधक रश्मेन्द्र सक्सेना ने भी अपने विचार साझा किये एवं आभार व्यक्त किया। मुख्य अतिथि कमिश्नर डॉ. भार्गव ने प्रशिक्षणार्थियों को प्रशस्ति पत्र भी प्रदान किये। इस अवसर पर संस्थान के डायरेक्टर सतीश कुमार, प्रबंधक खादी ग्रामोद्योग आरडी सिद्दीकी सहित विभिन्न स्वरोजगार स्थापित करने के लिए प्रशिक्षण ले रहे प्रशिक्षणार्थी उपस्थित थे।