विद्यार्थियों में ज्ञान के प्रति लगन व राष्ट्रप्रेम का बोध जागृत करने का कार्य करें

रीवा 13 जून 2019. रीवा संभाग के कमिश्नर डॉ. अशोक कुमार भार्गव ने शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार तथा शिक्षण व्यवस्था को बेहतर बनाने के उद्देश्य से आयोजित रीवा जिले के स्कूल शिक्षा विभाग के अधिकारियों व शिक्षकों की समीक्षा बैठक में कहा कि शिक्षक दृढ़ संकल्प शक्ति से अपने शिक्षकीय दायित्व का निर्वहन करते हुए विद्यार्थियों में ज्ञान के प्रति लगन व राष्ट्रप्रेम का बोध जागृत करने का कार्य करें। उन्होंने कहा कि शिक्षकों में यह भावना होनी चाहिए कि प्रत्येक छात्र उनका प्रिय विद्यार्थी है तथा उनके विद्यालय का शत-प्रतिशत उत्कृष्ट परिणाम आये।
स्थानीय कृष्णा राजकपूर आडिटोरियम में शिक्षकों के दायित्व बोध को जगाते हुए अपने प्रेरणादायी उद्बोधन में कमिश्नर डॉ. भार्गव ने कहा कि आज के परिदृश्य में शिक्षा तभी सफल होगी जब सूचना को ज्ञान में तथा ज्ञान का विवेक में रूपांतरण हो। उन्होंने कहा कि विवेक को जागृत करने का कार्य शिक्षकों का है। शिक्षक राष्ट्र की चेतना के चतुर माली होते हैं जो बगिया के फूल रूपी छात्रों के मानस पटल पर इवारत लिखने के गुरूतर दायित्व का निर्वहन करते हैं। डॉ. भार्गव ने कहा कि शिक्षक पुस्तकों का ज्ञान मात्र न देकर अन्य विद्यालीन गतिविधियों में छात्रों को भाग लेने हेतु प्रोत्साहित करने का कार्य करें जिससे विद्यार्थियों का सर्वांगीण विकास हो सके।
डॉ. भार्गव ने अपने उद्बोधन में कहा कि शिक्षक ऐसी शिक्षा दें जो न्याय विवेक बोध को जगा सके तथा विद्यार्थियों का भविष्य सुखद व सुखमय बने। उन्होंने स्पष्ट किया कि अच्छा वांटने से अच्छे फल की प्राप्ति होती है अत: संवेदनशील होकर विद्यार्थियों को पठन-पाठन हेतु प्रेरित करें। कमिश्नर ने कहा कि अभाव में किया गया कार्य अधिक सुखद परिणाम देता है अत: शिक्षक अपने विद्यालयों में कमियों को नजर अंदाज करते हुए अनुभव व दक्षता के साथ कुशलता से आने वाली पीढ़ी को संस्कारवार बनाते हुए नई दिशा देने का कार्य करें। सुखद व समृद्ध भविष्य के निर्माण में भागीदार बन वह अपने शिक्षकीय दायित्व का निर्वहन कर समाज में उदाहरण प्रस्तुत करने का कार्य करें।
इस अवसर पर कलेक्टर ओमप्रकाश श्रीवास्तव ने कहा कि शिक्षा के स्तर में सुधार के लिये आत्ममंथन करने की आवश्यकता है अत: शिक्षक इच्छाशक्ति व प्रेरणा के सच्चे मन से आत्मविश्वास से कार्य कर जिले को प्रदेश के उच्चतम स्तर तक पहुंचाने में भागीदारी निभायें। उन्होंने अपेक्षा की कि कमिश्नर डॉ. भार्गव को मार्गदर्शन में रीवा जिले के स्कूल शिक्षा विभाग में शिक्षा में स्तर में सुधार कर प्रदेश में अग्रणी स्थान हासिल करने में सफल होगा। उन्होंने कहा कि परीक्षा परिणाम सुधरे तथा अन्य विद्यालयीन गतिविधियों में छात्र भाग लें ऐसा प्रयास होना चाहिए। कलेक्टर के अपेक्षा की कि शिक्षक हैण्डबुक व वर्कबुक का अध्ययन कर आपस में समन्वय बनाते हुए कार्य करेंगे। उन्होंने कहा कि वह प्रति माह स्कूल शिक्षा विभाग की समीक्षा करेंगे जिससे व्यवस्था में गुणात्मक सुधार हो
इससे पूर्व संयुक्त संचालक लोक शिक्षा अंजनी त्रिपाठी के बताया कि रीवा जिले का बोर्ड परीक्षा परिणाम प्रदेश स्तरीय तुलना में अपेक्षाकृत अच्छा नहीं रहा है अत: शिक्षकों को कार्य संस्कृति में बदलाव लाते हुए निष्ठा के साथ शिक्षकीय दायित्व का निर्वहन करना होगा। उन्होंने बताया कि जिले में गत दिवस आयोजित दक्षता परीक्षा में शिक्षकों की 90 प्रतिशत उपस्थिति रही। उन्होंने एक शाला एक परिसर व्यवस्था सहित ब्रिजकोर्स संचालन के विषय में जानकारी दी। समीक्षा बैठक में जिला शिक्षा अधिकारी आर.एम. पटेल ने पावर प्वाइंट के माध्यम से जिले में शिक्षकों के प्रशिक्षण, परीक्षा परिणाम, साइकिल व गणवेश वितरण तथा निर्माण कार्यों की विस्तार से जानकारी प्रस्तुत की। इस अवसर पर प्राचार्य डाइट श्याम नारायण शर्मा ने आभार ज्ञापित किया। कार्यक्रम में प्राचार्य बी.एड. कालेज प्रफुल्ल शुक्ला, उप संचालक नितिन सक्सेना सहित प्रेमलाल मिश्रा, विद्यालयों के प्राचार्य डीपीसी, एडीपीसी, बी.ई.ओ., बीआरसी, बीएसी, सीएसी उपस्थित थे।

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