राजस्व प्रकरणों का निराकरण समय-सीमा में करने के निर्देश- जबलपुर संभागायुक्त राजेश बहुगुणा
राजस्व प्रकरणों का निराकरण समय-सीमा में करने के निर्देश
कलेक्टर्स कांफ्रेंस में संभागायुक्त
0—शत-प्रतिशत टीकारण पर जोर
0—आंगनबाड़ी केन्द्र में बच्चों को मिले बेहतर वातावरण एवं पोषण
संभागायुक्त राजेश बहुगुणा ने निर्देश दिये हैं कि राजस्व प्रकरणों का निराकरण समय-सीमा में होना सुनिश्चित किया जाय । वर्तमान में एक वर्ष से अधिक समय से लंबित राजस्व प्रकरणों को विशेष मुहिम के अन्तर्गत सितंबर माह तक निराकृत किया जाय ।
संभागायुक्त श्री बहुगुणा कलेक्टर्स कांफ्रेंस को संबोधित कर रहे थे । उन्होंने राजस्व विभाग सहित सभी शासकीय विभागों के कार्यों की समीक्षा की । बैठक में जिला कलेक्टर्स-कलेक्टर जबलपुर भरत यादव, डिंडौरी कलेक्टर वी. कार्तिकेय, सिवनी कलेक्टर प्रवीण सिंह अढायच, नरसिंहपुर कलेक्टर दीपक कुमार सक्सेना, छिंदवाड़ा कलेक्टर श्रीनिवास शर्मा, कटनी कलेक्टर एस.बी. सिंह, बालाघाट कलेक्टर दीपक आर्य और संभागीय अधिकारीगण मौजूद थे । उन्होंने कहा कि आमजन के आवेदनों और समस्याओं के त्वरित निराकरण में संवेदनशीलता के साथ निर्णय लिये जायं । राजस्व अधिकारी समय-समय पर शिविर आयोजित कर आवेदनों व समस्याओं पर कार्रवाई करें । नायब तहसीलदार ग्रामीण क्षेत्रों में अपने प्रत्येक कार्यक्षेत्रों, सर्किल का सतत् भ्रमण करें । यह क्रम हर तीन महीने में दोहराया जाय ।
संभागायुक्त श्री बहुगुणा ने निर्देश दिये कि राजस्व अधिकारी, राजस्व निरीक्षक ग्रामीण क्षेत्रों में अन्य विभागों के अन्तर्गत स्थापित संस्थाओं आंगनबाड़ी केन्द्र, शाला, प्रसव केन्द्र, प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र, उचित मूल्य दुकान में भ्रमण के दौरान जाकर वहां की समस्याओं को जानें और व्यवस्था सुधार के लिये क्या होना चाहिये ? इस संबंध में सुझाव भी दें ।
संभागायुक्त श्री बहुगुणा ने कहा कि अपर कलेक्टर, अनुविभागीय दंडाधिकारी, तहसीलदार के न्यायालय का कलेक्टर नियमित रोस्टर के आधार पर निरीक्षण करें और अधीनस्थ अधिकारियों द्वारा किये जा रहे निरीक्षणों की समय-समय पर समीक्षा करें ।
संभागायुक्त ने शासकीय कार्यों के लिये अन्य विभागों तथा संस्थाओं को शासकीय भूमि आबंटन के प्रकरणों की समीक्षा की । ऐसे विभागों तथा कार्यालयों से शासकीय भूमि वापस लेने पर भी विचार किया गया जहां आबंटित भूमि का बेहतर उपयोग नहीं हो रहा है ।
संभागायुक्त ने राजस्व वसूली की समीक्षा में निर्देश दिये कि डायवर्सन प्रकरणों में वसूली की जाय तथा भू-राजस्व, अर्थदंड, शाला एवं पंचायत उपकर की राशि की वसूली सुनिश्चित करें । ताकि प्राप्त राजस्व का उपयोग विकास कार्यों में हो सके । उन्होंने भू-अर्जन प्रकरण के निराकरण और मुआवजा वितरण की जानकारी ली । संभागायुक्त ने वन व्यवस्थापन के संबंध में कहा कि वन एवं राजस्व विभाग संयुक्त रूप से विवादित प्रकरणों का निराकरण करें । बैठक में सी.एम. हेल्पलाइन अन्तर्गत प्रकरणों के निराकरण को गंभीरता से लेते हुए संभागायुक्त ने कलेक्टर्स से विशेष ध्यान देकर प्रकरण निराकृत कराने के लिये कहा ।
संभागायुक्त ने स्वास्थ्य विभाग की योजनाओं पर चर्चा करते हुए कहा कि परिवार कल्याण कार्यक्रम शासन की प्राथमिकता में है । जून अंत तक कार्ययोजना तैयार कर कार्य शुरू किये जायं । संयुक्त संचालक स्वास्थ्य ने बताया कि आर.सी.एच. तहत दी जाने वाली सेवाओं में जबलपुर संभाग के छह जिले प्रदेश के प्रथम 10 जिलों में शामिल है । डिंडौरी जिला प्रथम तथा बालाघाट जिला द्वितीय स्थान पर है । आर.सी.एच. पोर्टल में शत-प्रतिशत लक्ष्य दम्पति एवं बच्चों का पंजीयन हो रहा है । संभागायुक्त ने संभाग में बनाये गये प्रसव केन्द्रों की जानकारी लेकर अक्रियाशील प्रसव केन्द्रों को सक्रिय बनाने के निर्देश दिये । उन्होंने कुपोषित बच्चों के लिये क्रियाशील 52 पोषण पुनर्वास केन्द्रों में भर्ती बच्चों को पोषण आहार प्रदान करने तथा बीमारियों के इलाज में पूरी तत्परता बरतने के निर्देश दिये । उन्होंने कहा कि भर्ती हर कुपोषित बच्चे को पोषण मिलना चाहिये । उसका वजन बढ़ना चाहिये ।
संभागायुक्त ने 10 जून से 20 जुलाई तक चलने वाले दस्तक अभियान की समीक्षा की । इस अभियान में 5 वर्ष तक की आयु के बच्चों के बेहतर स्वास्थ्य, कुपोषण नियंत्रण, टीकाकरण, टेकहोम राशन और बच्चों के अच्छे स्वास्थ्य के लिये घर-घर दस्तक दी जायेगी । संभागायुक्त ने महिला एवं बाल विकास विभाग तथा स्वास्थ्य विभाग को संयुक्त रूप से पूर्ण टीकाकरण के लिये विशेष मुहिम तहत कार्य करने के निर्देश दिये ।
संभागायुक्त श्री बहुगुणा ने कहा कि महिला एवं बाल विभाग की प्रत्येक सुपरवाइजर अपने कार्यालय मुख्यालय की आंगनबाड़ी केन्द्र को आदर्श केन्द्र बनाये ताकि अन्य आंगनबाड़ी केन्द्रों को प्रेरणा लेने में सहूलियत हो । आंगनबाड़ी कार्यकर्त्ता का व्यवहार बच्चों के प्रति अच्छा हो । आंगनबाड़ी केन्द्र पहुंचने वाले किसी भी व्यक्ति को वहां बच्चों के चेहरे पर खुशी देखने को मिले । उन्होंने हेल्थ कार्यकर्त्ता, आशा कार्यकर्त्ता तथा आंगनबाड़ी कार्यकर्त्ता को टीकाकरण पर फोकस करने के निर्देश भी दिये । उन्होंने स्वीकृत आंगनबाड़ी भवनों का निर्माण कार्य मिशन के रूप में पूरा करने के लिये कहा ।
बैठक में शालेय शिक्षा, सामाजिक न्याय, स्वच्छ भारत मिशन, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी, उद्योग आदि विभागों की समीक्षा की । उद्योग विभाग की योजनाओं में बैंकों द्वारा स्वीकृत प्रकरणों के वितरण सुनिश्चित करने के निर्देश दिये गये ।