कमिश्नर डॉ. भार्गव अमृतम जलम अभियान में हुए शामिल
हमारे लिए नदियां एवं प्रमुख जल स्त्रोत हैं जीवनदायी
इनके स्वच्छता एवं सफाई का हम सबका है दायित्व
रीवा 26 मई 2019. कमिश्नर रीवा संभाग डॉ. अशोक कुमार भार्गव आज अमृतम जलम अभियान के अन्तर्गत बिछिया नदी को निर्मल एवं स्वच्छ बनाने के अभियान का शुभारंभ किया। उन्होंने कहा कि नदियां एवं शहर तथा ग्रामीण क्षेत्रों के प्रमुख जल स्त्रोत हमारे लिए जीवनदायी हैं। इन्हें जीवंत एवं स्वच्छ रखना समाज एवं समुदाय का दायित्व है। प्रमुख जल स्त्रोंतों के स्वच्छता की तरफ ध्यान न देने और लापरवाही के कारण आज प्रमुख जल स्त्रोत सूखते जा रहे हैं। इन जल स्त्रोतों के सूखने के कारण इनके दुष्परिणाम भी हमारे सामने दृश्यमान हैं। ग्रामीण क्षेत्रों में अधिकांश महिलाओं को कई किलोमीटर पैदल चलकर पानी लाना होता है। अत: समस्त सामाजिक एवं स्वैच्छिक संस्थाएं नदियों, तालाबों एवं कुओं की सफाई कर उन्हें पुन: जीवन प्रदान करें ताकि ये हमारी प्यास और आवश्यकताएं पूरी कर सकें।
अभियान में नगर निगम कमिश्नर सभाजीत यादव, उप संचालक सतीश निगम, सामाजिक संस्थाएं, ब्रम्हकुमारी आश्रम से जुड़े लोग तथा सामाजिक संगठनों के सदस्य शामिल हुए।
कमिश्नर डॉ. भार्गव ने अभियान के प्रारंभ में बिछिया नदी के घाट पर झाड़ू लगाकर सफाई की। इसके बाद नदी में जमा मलवा और कचरा हटाया। उन्होंने कहा कि शहर की बीहर नदी की और तालाबों की भी सामुदायिक आधार पर सफाई की जाये ताकि जल स्त्रोत जीवंत हो सकें।
कमिश्नर डॉ. भार्गव ने संबोधित करते हुए कहा कि आज हमारी लापरवाही के कारण नदियां और तालाब सूखते जा रहे हैं। इसका प्रमुख कारण नदियों में जमने वाले मलवे और कचरे की सफाई न करना है। यदि हम नदी और तालाबों की स्वच्छता की ओर ध्यान नहीं देंगे तो एक दिन ऐसा आएगा कि ये जल स्त्रोत पूरी तरह से सूख जायेंगे और हमें पानी के लिये इधर-उधर भटकना पड़ेगा। जल स्त्रोतों के सूखने का एक प्रमुख कारण ग्लोबल वार्मिंग के साथ ही असामान्य बारिश भी है। किसी वर्ष अच्छी बारिश होती है तो किसी वर्ष सामान्य से भी कम बारिश होती है। इस असामान्य मौसम का प्रमुख कारण लगातार पेड-पौधों का काटा जाना भी है। हमें शपथ लेना होगा और संकल्पित होना होगा कि प्रत्येक व्यक्ति कम से कम पांच पौधे अनिवार्य रूप से लगाये।