कमिश्नर डॉ. भार्गव ने गेहूँ उपार्जन केंद्रों का किया आकस्मिक निरीक्षण
कमिश्नर रीवा संभाग डॉ. अशोक कुमार भार्गव ने सीधी जिले में अपने भ्रमण के दौरान उपार्जन केन्द्र तथा भण्डारण केन्द्र सेमरिया तथा चुरहट का आकस्मिक निरीक्षण कर गेहूँ उपार्जन संबंधी व्यवस्थाओं का निरीक्षण किया और किसानों से उनकी समस्याओं के बारे में जानकारी प्राप्त की।
कमिश्नर डॉ. भार्गव ने गेहूँ भंडारण केंद्र चुरहट में पानी निकासी की समुचित व्यवस्था नहीं होने पर अप्रसन्नता व्यक्त करते हुए जिला विपणन संघ के अधिकारियों को निर्देशित किया कि उसमें तत्काल सुधार करें। उन्होंने समस्त उपखण्ड अधिकारियों को निर्देश दिये कि वे अपने क्षेत्रांतर्गत समस्त कैपों का निरीक्षण कर वहाँ पर पानी निकासी की समुचित व्यवस्था सुनिश्चित कराएँ। उन्होंने स्पष्ट किया है कि आगामी सप्ताह में उनके द्वारा पुनः निरीक्षण किया जायेगा। यदि किसी भी प्रकार की लापरवाही पायी जाती है तो दोषी व्यक्तियों के विरुद्ध कड़ी अनुशासनात्मक कार्यवाही की जायेगी।
कमिश्नर डॉ. भार्गव ने उपार्जन केन्द्रों में की जा रही गेहूँ की खरीदी एवं गेहूँ की क्वालिटी को परखा। उन्होंने अपने समक्ष तौल कराई तथा निर्देशित किया कि किसानों से निर्धारित मात्रा में ही उपज लें। उन्होंने उपस्थित किसानों से खरीदी केन्द्र में उपलब्ध छाया, पेयजल, शौचालय आदि के विषय में जानकारी प्राप्त की। उन्होंने किसानों से समस्याओं के विषय में भी जानकारी प्राप्त की।
निरीक्षण के दौरान बताया गया कि जिले में कुल 13677 किसान पंजीकृत है जिसमें से दिनांक 21.05.2019 तक 6248 कृषक ने अपना बिक्रित गेहूँ किया है। गेहूँ खरीदी के लिए जिले में कुल 36 खरीदी केन्द्र बनाये गये हैं। गेंहूँ की कुल उपार्जित 203243.97 क्विंटल है जिसमें से 73.43 प्रतिशत परिवहन किया जा चुका है। इसी प्रकार चना, मसूर एवं सरसो के उपार्जन के लिए 04 खरीदी केन्द्र सीधी, मझौली, रामपुर नैकिन एवं हिनौती बनाये गये है जिनमें दिनांक 21.05.2019 तक चना 280.50 क्विंटल, मसूर 375.50 क्विंटल एवं सरसो 342 क्विंटल उपार्जित किया गया है।
पशु पक्षियों के लिये भी पानी की व्यवस्था करें.चुरहट खरीदी केंद्र में विलुप्त प्राय गौरैया चिड़िया तथा उसके नवजात बच्चों को देखकर कमिश्नर डॉ. भार्गव ने उनके लिये भी पेयजल की व्यवस्था करने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि ये हमारा कर्तव्य है कि हम गर्मी के इस मौसम में पशु-पक्षियों के लिये भी यथासंभव पेयजल की व्यवस्था करें। सभी अपने घरों, कार्यालयों एवं जहाँ भी सम्भव हो उनके लिये पानी की व्यवस्था करें।