संत सिंगाजी तपोस्थली को प्रमुख धार्मिक पर्यटन केन्द्र बनाया जायेगा: मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ
संत सिंगाजी थर्मल पावर प्लांट के द्वितीय चरण का हुआ लोकार्पण
प्रदेश में किसानों के समग्र कल्याण के लिए बनाई जायेगी नई कृषि नीति
किसानों को वितरित किए गए ऋण माफी प्रमाण-पत्र और सम्मान-पत्र
रविवार, मार्च 3, 2019
मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ ने कहा है कि प्रदेश में किसानों को आर्थिक रूप से आत्म-निर्भर बनाने तथा उनके समग्र कल्याण के लिए नई कृषि नीति बनाई जायेगी। निमाड़ क्षेत्र के प्रमुख संत श्री सिंगाजी की तपोस्थली को प्रमुख धार्मिक पर्यटन केन्द्र के रूप में विकसित किया जायेगा। उन्होंने कहा कि किसानों को आर्थिक रूप से आत्म-निर्भर बनाने के लिए राज्य सरकार द्वारा कारगर कदम उठाये जा रहे है। किसानों के हित में क्रांतिकारी निर्णय लेकर उन्हें क्रियान्वित भी किया।
श्री कमल नाथ आज इंदौर संभाग के खण्डवा जिले के मूंदी क्षेत्र में स्थित संत सिंगाजी थर्मल पावर प्लांट के समीप आयोजित समारोह को संबोधित कर रहे थे। समारोह में उन्होंने जय किसान फसल ऋण माफी योजना में किसानों को ऋण माफी प्रमाण-पत्र और सम्मान प्रदान किये तथा सिंगाजी पावर प्लांट के द्वितीय चरण का लोकार्पण किया। श्री नाथ ने विभिन्न विकास कार्यो का शिलान्यास और लोकार्पण भी किया।
मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ ने कहा कि राज्य सरकार ने पिछले 65 दिनों में जनहितैषी नीति एवं नीयत का परिचय दिया है। राज्य सरकार द्वारा हर प्रदेशवासी के कल्याण के लिए संकल्पबद्ध होकर कार्य किया जा रहा है। सरकार द्वारा हर वचन को पूरी ईमानदारी से निभाने के कटिबद्ध होकर प्रयास किए जा रहे हैं। जन-आकांक्षाओं एवं विश्वास पर खरा उतरने के लिए निरतंर कार्य किए जा रहे हैं। सरकार द्वारा कई ऐतिहासिक निर्णय लेकर उन पर अमल किया जा रहा है। किसानों के जीवन स्तर को ऊँचा उठाने और उन्हें आर्थिक रूप से मजबूत बनाने तथा उनके समग्र कल्याण के लिए लगातार कार्य किए जा रहे हैं। किसानों को कर्ज से मुक्त करने के प्रयास हो रहे है। पूरे प्रदेश में किसानों का 2 लाख रूपये तक का फसल ऋण माफ किया गया है। कृषि उत्पादकता एवं कृषि उत्पादन बढ़ाने तथा किसानों को उनकी उपज का उचित मूल्य दिलाने के लिए निरंतर कार्य किए जा रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में हम किसानों के चेहरे पर खुशी देखना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि कृषि क्षेत्र में नई क्रांति लाई जायेगी। इसके लिए नई कृषि नीति बनाई जायेगी। संत सिंगाजी को नमन् करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी तपोस्थली को प्रमुख धार्मिक पर्यटन केन्द्र के रूप में विकसित किया जायेगा। उन्होंने कहा कि प्रदेश की युवा शक्ति का सकारात्मक उपयोग किया जायेगा। उन्हें रोजगार के अवसर उपलब्ध कराए जायेंगे। इसके लिए औद्योगिक निवेश को प्रोत्साहित किया जायेगा। राज्य सरकार हर प्रदेशवासी के विश्वास पर खरा उतरने का प्रयास करेगी।
लोक स्वास्थ्य परिवार कल्याण मंत्री श्री तुलसीराम सिलावट ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा किसानों के हित-संरक्षण के लिए अनेक निर्णय लेकर उनका क्रियान्वयन किया जा रहा है। किसान कल्याण एवं कृषि विकास मंत्री श्री सचिन यादव ने कहा कि सरकार की कथनी एवं करनी में कोई अंतर नहीं है। हर वचन को पूरा करने के लिए कार्य किए जा रहे है। ऊर्जा मंत्री श्री प्रियव्रत सिंह ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा किसानों को 700 रूपये प्रति हार्सपावर प्रति वर्ष की दर पर बिजली देने का निर्णय लिया गया है। पूर्व में किसानों को 1400 रूपये प्रति हार्सपावर प्रतिवर्ष देना पड़ता था। पूर्व केन्द्रीय मंत्री श्री अरूण यादव ने किसान कल्याण के लिये क्रियान्वित योजनाओं के लिये राज्य सरकार का आभार व्यक्त किया। उन्होंने संत सिंगाजी महाराज की तपोस्थली को प्रमुख धार्मिक पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने की जरूरत भी बताई।
कार्यक्रम में खण्डवा जिले में जय किसान फसल ऋण माफी योजना में 45 हजार से अधिक किसानों के 180 करोड़ 59 लाख रूपये से अधिक के फसल ऋण माफ किये गये। इस अवसर पर विधायक श्री नारायण पटेल, श्री सुरेन्द्र सिंह ठाकुर, श्री सचिन बिड़ला, श्रीमती सुमित्रा कास्डेकर मौजूद थे।
7820 करोड़ की सबसे बड़ी ताप विद्युत परियोजना का सर्वाधिक लाभ कृषि उपभोक्ताओं को
मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ ने खंडवा जिले के मूंदी में मध्यप्रदेश पॉवर जनरेटिंग कंपनी की सबसे बड़ी ताप विद्युत परियोजना श्री सिंगाजी ताप विद्युत परियोजना का लोकार्पण किया। इस परियोजना की कुल लागत 7820 करोड़ रूपये है। श्री सिंगाजी ताप विद्युत परियोजना के द्वितीय चरण की 660-660 मेगावाट की ये दो इकाईयाँ सुपर क्रिटिकल तकनीक पर आधारित हैं। इन परियोजना की कुल स्थापित विद्युत उत्पादन क्षमता 2520 मेगावाट है। इसका सर्वाधिक लाभ कृषि उपभोक्ताओं को मिलेगा।