इंदौर में नकली एलईडी बल्ब बनाने वाली फेक्ट्री पर छापा
ऊर्जा विकास निगम द्वारा उजाला योजना में एलईडी बल्ब का वितरण किया जा रहा है। निगम की पहल पर आज इंदौर के सेक्टर-54, विजय नगर में नकली, घटिया एलईडी बल्ब बनाने वाली फेक्ट्री पर छापा मारा गया। पुलिस की इस कार्यवाही में दो व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया। पकड़े गये हरिसिंह और विवेक पचोरिया से पुलिस पूछताछ कर
रही है।
एलईडी बल्ब डिस्ट्रीब्यूटर्स, निजी अक्षय ऊर्जा शॉप, मध्यप्रदेश विद्युत वितरण कम्पनी के कार्यालय, पोस्ट-ऑफिस के जरिये 9 वॉट के एलईडी बल्ब 85 रुपये प्रति बल्ब की दर से बेचे जा रहे हैं। कुछ दिनों से रिप्लेसमेंट में कुछ एलईडी बल्ब ऐसे प्राप्त हुए, जिनमें शंका हुई। इन बल्ब का परीक्षण किया गया तो वे नकली पाये गये। परीक्षण में एलईडी बल्बों का वजन कम और अंदर के एलीमेंट भी मूल एलईडी बल्ब के अनुरूप नहीं पाये गये।
जाँच में पाया गया कि एक कम्पनी बल्ब के कवर पर फर्जी तरीके से मुद्रण कर एलईडी बल्ब का वितरण बाजार में 60 रुपये की दर पर कर रही है। फर्जी कम्पनी को पकड़ने के लिये डमी ग्राहक बनकर 100 एलईडी बल्ब क्रय किये गये। जाँच में सभी बल्ब नकली पाये गये। प्रकरण में नवकरणीय ऊर्जा विभाग के प्रमुख सचिव श्री मनु श्रीवास्तव ने ई.ई.एस.एल. के अधिकारियों से भी चर्चा की। इसके बाद छापे की कार्यवाही की गयी। संबंधित कम्पनी के खिलाफ भारतीय दण्ड संहिता के तहत कार्रवाई की जा रही है।
निगम ने सभी अधिकारी से बाजार में बेचे जा रहे एलईडी बल्ब की बिक्री पर लगातार निगरानी रखने के लिये कहा है।