पीथमपुर में जापानी निवेशकों के लिये बनेगी विश्वस्तरीय औद्योगिक टाउनशिप
मुख्यमंत्री श्री शिवराजसिंह चौहान का पीथमपुर में जापानी निवेशकों के सेमीनार में संबोधन
मुख्यमंत्री श्री शिवराजसिंह चौहान ने कहा है कि मध्यप्रदेश में औद्योगिक निवेश के लिये अनुकूल वातावरण है। जापानी निवेशक आएँ और निवेश करें। उनके लिये पीथमपुर में विश्वस्तरीय सुविधाओं से युक्त औद्योगिक टाउनशिप बनायी जाएगी। इसमें जापान की संस्कृति, भाषा, शिक्षा, स्वास्थ्य, रेस्टोरेंट, बाजार, मनोरंजन के साधन आदि मूलभूत सुविधाओं की व्यवस्था की जाएगी।
मुख्यमंत्री आज इंदौर के पीथमपुर में जापानी निवेशकों के साथ जापानीज इंडस्ट्रियल टाउनशिप इन्वेस्टमेंट प्रमोशन सेमीनार को संबोधित कर रहे थे। उद्योग मंत्री श्रीमती यशोधरा राजे सिंधिया, मुख्य सचिव श्री अंटोनी डिसा, जापान से आए उद्योगपति श्री सेजी तकाजी, श्री नायशु नागोची और श्री सी.पी.शर्मा मौजूद थे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि भारत एवं जापान के सदियों पुराने मैत्रीपूर्ण संबंध हैं। व्यापारिक एवं सांस्कृतिक मित्रता भी है। इन संबंधों को और अधिक प्रगाढ़ और मजबूत बनाया जाये। प्रदेश में निवेश के लिये सभी संसाधन और सुविधाएँ मौजूद हैं। मध्यप्रदेश शांति का टापू है। यहाँ बिजली, सड़क, पानी सहित सभी आधारभूत सुविधाएँ हैं। शिक्षा की भी बेहतर व्यवस्थाएँ हैं। कुशल मानव संसाधन है। उद्योग मित्र नीति है। श्री चौहान ने कहा कि निवेशकों के लिये सिंगल विण्डो की नहीं बल्कि सिंगल टेबल की व्यवस्था की है। इससे एक ही जगह बैठक कर निवेशकों की समस्या का समाधान हो रहा है। उन्होंने कहा कि उद्योग स्थापना के लिये 25 हजार हेक्टेयर भूमि का लैण्ड बैंक बनाया गया है। निवेशक ऑनलाइन भूमि पसंद करें। तुरन्त आवंटन कर देंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पीथमपुर में जापानी उद्यमियों के लिये एकीकृत औद्योगिक टाउनशिप में सभी सुविधाएँ दी जायेंगी। उनके लिये गोल्फ कोर्स भी बनाया जाएगा। उन्होंने जापानी निवेशकों को आगामी अक्टूबर में होने वाली ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में पार्टनर बनने और अप्रैल-मई में होने वाले सिंहस्थ में आने का भी न्यौता दिया। उन्होंने जापानी भाषा में कविता पढ़कर अपने उदबोधन का समापन किया।
उद्योग मंत्री श्रीमती यशोधरा राजे सिंधिया ने कहा कि प्रदेश में पिछले कई वर्ष से राजनीतिक स्थिरता है। स्थिरता के कारण विकास को नयी दिशा मिली है। उन्होंने कहा कि भारत एवं जापान के बीच विश्वास के अनूठे रिश्ते हैं।
मुख्य सचिव श्री अंटोनी डिसा ने औद्योगिक नीति में उपलब्ध बिजली, सड़क, पानी, शिक्षा, स्वास्थ्य सहित अन्य आधारभूत सुविधाओं की जानकारी दी। उन्होंने जापानी कम्पनियों को दी जाने वाली रियायतों एवं सुविधाओं की भी जानकारी दी।
जापान के भारत में राजदूत श्री केनजी हीरामत्सु ने कहा कि जापान की कई कम्पनियों ने भारत के कई राज्य चेन्नई, आंध्र प्रदेश, महाराष्ट्र आदि राज्य में निवेश किया है। आज मध्यप्रदेश भारत के सबसे मजबूत आर्थिक क्षेत्र के रूप में उभर रहा है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री श्री शिवराजसिंह चौहान ने गत अक्टूबर में जापान की यात्रा की और वहाँ प्रधानमंत्री, वित्त मंत्री, उद्योग मंत्री से भेंट की और एमओयू हस्ताक्षर किये थे। यात्रा के दौरान कई उद्योगपति से मुलाकात कर उन्हें निवेश के लिये आमंत्रित किया था। इससे जापान के उद्योगपति मध्यप्रदेश में निवेश के लिये आकर्षित हुए हैं। जापानी राजदूत ने कहा मजबूत नेतृत्व से हमारे अंदर आत्म-विश्वास पैदा हो गया है। इंदौर के मेडिकल हास्पिटल और शिक्षा संस्थान का अवलोकन किया है। यहाँ ट्रान्सपोर्ट की सुविधा भी विश्व-स्तरीय है। जापानी कम्पनियों के लिये यहाँ अनुकूल परिस्थितियाँ हैं। उन्होंने कहा कि इंदौर और मध्यप्रदेश के अन्य शहरों में मिल-जुलकर एक-दूसरे के साथ कार्य करने के लिये तैयार हैं। उन्होंने कहा कि जापानी आपके प्रेम और स्वागत से अभिभूत हुए हैं। मुख्यमंत्री और यहाँ के लोगों ने उन्हें काफी प्रभावित किया है। उन्होंने कहा कि ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में इंदौर आयेंगे और कई कम्पनियाँ इसमें भाग लेंगी।
पीथमपुर में भारत शासन के उद्योग मंत्रालय द्वारा विकसित किए जा रहे नेशनल ऑटो टेस्टिंग ट्रेक्स (नेट्रेक्स) के समीप लगभग 450 हेक्टेयर भूमि पर एक अत्याधुनिक एकीकृत इण्डस्ट्रियल टाऊनशिप ए.के.व्ही.एन., इन्दौर द्वारा विकसित की जा रही है ।