शिक्षकों के कैडर संविलियन का कार्य 30 सितंबर तक पूरा किया जायेगा
मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने आज सीहोर जिले के ग्राम लाड़कुई में बताया कि प्रदेश में शिक्षकों का कैडर बनाया गया है। कैडर संविलियन का कार्य 30 सितम्बर तक पूर्ण कर लिया जायेगा। प्रदेश में शिक्षा को जन-अभियान का रूप दिया जायेगा। ‘मिल-बाँचें मध्यप्रदेश’ कार्यक्रम के माध्यम से शिक्षा में समाज की सक्रिय सहभागिता सुनिश्चित की जायेगी। श्री चौहान ने शिक्षकों का आव्हान किया कि बच्चों को मन लगाकर पढ़ाकर उज्जवल भविष्य की ओर बढ़ने के लिए तैयार करें। मख्यमंत्री ग्राम लाडकुई में राज्य स्तरीय ‘मिल-बाँचें मध्यप्रदेश” कार्यक्रम में विद्यार्थियों, अभिभावकों और शिक्षकों को संबोधित कर रहे थे।
श्री चौहान ने विद्यार्थियों से कहा कि वे पढ़ाई के साथ खेल और योग जैसी रचनात्मक एवं स्वास्थ्य वर्धक गतिविधियों में भी रूचि लें। छोटी-मोटी असफलताओं से घबरायें नहीं। आत्म-विश्वास और धैर्य बनाये रखें। तभी जीवन में आने वाली कठिनाइयों पर सहजता से काबू पाने योग्य बन सकेंगे। उन्होंने विद्यार्थियों को उच्च शिक्षा स्तर तक शासन द्वारा दी जा रही सुविधाओं और सहायता की योजनाओं की जानकारी दी। श्री चौहान ने अभिभावकों से कहा कि बच्चों को पढ़ाई-लिखाई के साथ अन्य रचनात्मक गतिविधियों में भाग लेने के लिए भी प्रेरित करें। बच्चों पर अनावश्यक दबाव नहीं डालें क्योंकि इससे बच्चों का समुचित विकास रूकता हैं। उन्होंने कहा कि स्कूलों की छोटी-मोटी समस्याओं को हल करने के लिए मिल-जुल कर पहल करनी होगी। पालक-शिक्षक संघ अगर ठान लें, तो अपने स्कूल को आदर्श स्कूल बना सकते हैं।
मुख्यमंत्री ने ‘मिल-बाँचें मध्यप्रदेश” कार्यक्रम की जानकारी देते हुए बताया कि समाज के विभिन्न वर्गों के ढाई लाख से भी अधिक लोग वालेंटियर के रूप में इस कार्यक्रम से जुड़े हैं। उन्होंने कहा कि समाज की यह जिम्मेदारी हैं कि शिक्षण सत्र के दौरान कम-से-कम एक बार उस स्कूल में जाकर अवश्य पढ़ायें, जहाँ उन्होंने शिक्षा ग्रहण की हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि ऐसा करने से निश्चित ही आत्म-संतोष और आनंद की अनुभूति होगी।
‘मिल-बाँचें मध्यप्रदेश” कार्यक्रम में बच्चों के शिक्षक बने मुख्यमंत्री
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कार्यक्रम में बच्चों को पढ़ाकर, प्रेरक कहानियाँ सुनाकर अपने उत्कृष्ट शिक्षक के स्वरूप का परिचय दिया। उन्होंने बच्चों को नैतिकता और एकाग्रता की शिक्षा दी। श्री चौहान ने अपनी माताश्री स्वर्गीय श्रीमती सुदंर देवी चौहान की स्मृति में बुधनी विधानसभा क्षेत्र के समस्त शासकीय स्कूलों के विद्यार्थियों को नि:शुल्क कॉपियाँ वितरित की।
छात्रा मधु वर्मा को मिलेगा एक लाख रूपये का पुरस्कार
मुख्यमंत्री ने ग्राम लाड़कुई के पास स्थित मंजीखेड़ी निवासी सातवीं कक्षा की छात्रा सुश्री मधु वर्मा को एक लाख रूपये का पुरस्कार देने की घोषणा की। सुश्री मधु को गाँव में मिडिल स्कूल नहीं होने के कारण अपनी पढ़ाई बीच में ही छोड़नी पड़ी थी। इस छात्रा ने पढ़ाई के साथ-साथ फुटबॉल के खेल में विशेष रूचि दिखाई। राष्ट्रीय स्तर पर सुश्री मधु वर्मा ने ग्राम लाडकुई, सीहोर जिले और प्रदेश का नाम रौशन किया हैं।
कार्यक्रम में मुख्यमंत्री को रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया, नर्मदा-झाबुआ क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक और सी.आई.आई. की ओर से ‘गिफ्ट-अ-बुक’ कार्यक्रम के अंतर्गत विद्यार्थियों के लिए विभिन्न विषयों की एक-एक हजार पुस्तकें भेंट की गयी। इस मौके पर जिले के प्रभारी मंत्री श्री रामपाल सिंह, अपेक्स बैंक के प्रशासक श्री रमाकांत भार्गव, म.प्र. वेयर हाउसिंग कॉर्पोरेशन के अध्यक्ष श्री राजेन्द्र सिंह राजपूत, अन्य जन-प्रतिनिधि, बड़ी संख्या में स्कूली छात्र-छात्राएँ, शिक्षक, अभिभावक और गणमान्य नागरिक मौजूद थे।