बसामन मामा गौवंश वन्य विहार देश के सर्वश्रेष्ठ गौ अभ्यारण्य के तौर पर स्थापित होगा
संतों की उपस्थिति में बसामन मामा गौवंश वन्य विहार का उद्योग मंत्री ने किया लोकार्पण
बसामन मामा की पुण्य भूमि में स्थापित बसामन मामा गौवंश वन्य विहार का आज साधु-संतों एवं धर्मगुरूओं की उपस्थिति में वैदिक मंत्रोच्चार के साथ लोकार्पण किया गया। प्रदेश के उद्योग मंत्री राजेन्द्र शुक्ल ने लोकार्पण अवसर पर कहा कि यह वन्य विहार देश के सर्वश्रेष्ठ गौ वन्य अभ्यारण्य के तौर पर स्थापित होगा तथा इस आदर्श गौ अभ्यारण्य को देखने अन्य प्रांतों के लोग भी आयेंगे।
उद्योग मंत्री ने कहा कि गौ माता पवित्र व पूज्य है। गाय यदि दुखी होगी तो मानव समाज अभिशापित हो जायेगा। इसलिये हम सबका कर्तव्य है कि गौवंश के सरंक्षण व संवर्धन के लिये इस पुनीत कार्य में सहभागी बनें। सभी के सहयोग से गौ अभ्यारण्य विकसित होगा और इसमें सभी को अपना सर्वश्रेष्ठ योगदान देना चाहिए। श्री शुक्ल ने कहा कि रीवा जिले में बाणसागर के पानी से खेती का रकबा बढ़ा है लेकिन बेसहारा गौवंश के कारण खेती का नुकसान हो रहा था अब गौ अभ्यारण्य बन जाने से जहां एक ओर किसानों की खेती का नुकसान रूकेगा वहीं दूसरी ओर गौ वंश का संरक्षण भी होगा। उन्होंने कहा कि इस पुनीत कार्य के लोकार्पण अवसर पर संत समाज की उपस्थिति से मैं अभिभूत हूँ। गौ अभ्यारण्य में गौवंश के लिये शेड, भूसा शेड निर्माण तथा चारागाह विकास के कार्य कराये जायेंगे साथ ही इससे लगी 500 एकड़ वन भूमि में गौवंश सीधे चारा चरने जंगल जा सकेंगी। उन्होंने बसामन मामा मंदिर विकास हेतु पर्याप्त धनराशि की उपलब्धता की बात भी कही।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मध्यप्रदेश गौ संवर्धन बोर्ड के अध्यक्ष स्वामी अखिलेश्वरानंद ने कहा कि भारत की पारंपरिक अभिरूचि गाय का पालन है इसकी सेवा करना हमारा कर्तव्य होना चाहिए। बसामन मामा गौ अभ्यारण्य गौ संरक्षण के लिये सर्वाधिक उपयुक्त स्थल है क्योंकि यहां प्रकृति के अनुपम स्थल के साथ ही गायों के चारे के लिये विशाल वन भूमि भी जुड़ी हुई है। उन्होंने कहा कि गौ अभ्यारण्य के रूप में नैसर्गिक साधन मुहैया हो गया है अब आर्थिक संसाधन की उपलब्धता के लिये सभी सकारात्मक सोच के साथ सहयोग करें क्योंकि गौशालाएं समाज के द्वारा ही चलाई जाती हैं। उन्होंने अपेक्षा की कि यह अभ्यारण्य सिर्फ गौपालन का केन्द्र न बनकर अनुसंधान केन्द्र के तौर पर विकसित होकर स्वाबलंबी बनेगा।
इस अवसर पर सांसद जनार्दन मिश्र ने कहा कि गौ वन्य विहार के बन जाने से किसानों की फसलों को होने वाले नुकसान के रूकने से उनकी आर्थिक स्थिति और मजबूत होगी। श्री मिश्र ने कहा कि भारत सरकार द्वारा उन्नत नस्ल की गायों की प्रजाति को अधिक दुग्ध उत्पादन के लिये तैयार करने का कार्य किया जा रहा है। उन्होंने लोगों से अपील की कि प्रत्येक घर में एक गाय अवश्य पाली जाय। कार्यक्रम में अपने संबोधन में सच्चा बाबा आश्रम इलाहाबाद के स्वामी गोपालदास जी सच्चा बाबा ने कहा कि गाय मां भी है और देवी भी है इसलिये गौ सेवा मातृ सेवा है। इसके पालन से हमें सब कुछ सहज ही प्राप्त हो जाता है। आधुनिकता के समय में लोग गौपालन से दूर हो रहे हैं। जबकि गाय के दूध के उपयोग से विभिन्न बीमारियों का बचाव तो होता ही है साथ ही इसके मूत्र और गोबर से भी स्वास्थ्यवर्धक लाभ मिलता है। इस अवसर पर संत युवराज स्वामी बद्री प्रपन्नाचार्य ने कहा कि बसामन मामा गौवंश अभ्यारण्य अदभुत गौ अभ्यारण्य है। गौ संरक्षण से उन्नति का मार्ग प्रशस्त होता है। उन्होंने उद्योग मंत्री को गौ अभ्यारण्य की स्थापना के लिये साधुवाद दिया।
पूर्व सांसद डॉ. रामविलास वेदान्ती ने कहा कि मध्यप्रदेश के विकास के साथ-साथ रीवा का विकास अपने आप में प्रशंसनीय है। रीवा में बेसहारा गौवंश के संरक्षण के लिये लक्ष्मणबाग गौशाला की स्थापना के बाद बसामन मामा का गौ अभ्यारण्य भारत का सर्वश्रेष्ठ गौ अभ्यारण्य बनेगा। उन्होंने रीवा के हर क्षेत्र में विकास के लिये उद्योग मंत्री श्री राजेन्द्र शुक्ल की प्रशंसा की। डॉ. वेदान्ती ने भारत सरकार की गौशालाओं को खोलने के लिये प्रेरित किये जाने के अभियान की भी चर्चा करते हुए विन्ध्य क्षेत्र के लोगों से गौशाला में सहयोग की अपील की। अपने उद्बोधन में सनकादिक महाराज ने कहा कि गावं का किसान गाय की सेवा करे क्योंकि गाय किसान के यहां ही सर्वाधिक सुख का अनुभव करती है। उन्होंने गौवंश संरक्षण व संवर्धन के लिये समवेत होने का आह्वान किया। कार्यक्रम को जनपद अध्यक्ष रीवा केपी त्रिपाठी व संजय द्विवेदी ने भी संबोधित किया।
इससे पूर्व प्रसिद्ध कवि देवेन्द्र पाण्डेय बेधड़क ने बसामन मामा एवं गाय पर आधारित काव्य पाठ किया। कार्यक्रम में जिला गौ संवर्धन बोर्ड के उपाध्यक्ष राजेश पाण्डेय ने स्वागत उद्बोधन दिया। संतों के पूजन के साथ इस गरिमामयी कार्यक्रम का शुभारंभ हुआ। इस अवसर पर गायत्री परिवार द्वारा पूर्व में संचालित गौशाला को बसामन मामा गौ अभ्यारण्य में ही समाहित कर दिया गया। कार्यक्रम के अन्त में आभार प्रदर्शन गौ अभ्यारण्य संचालन समिति के अध्यक्ष अनुविभागीय अधिकारी नीलमणि अग्निहोत्री ने किया। लोकार्पण अवसर पर परमहंस बालयोगी महाराज करचहा सीधी, बालकदास जी महाराज नारायण व्यास उपाध्यक्ष म.प्र. गौ संवर्धन बोर्ड, महापौर ममता गुप्ता, आयुक्त रीवा संभाग महेशचन्द्र चौधरी, मुख्य वन संरक्षक अतुल खेड़ा, कलेक्टर प्रीति मैथिल नायक, पुलिस अधीक्षक सुशांत सक्सेना, जनपद अध्यक्ष सिरमौर यशोदा द्विवेदी, मप्र गौ संवर्धन बोर्ड के सदस्य लखन केसरवानी, नगर पंचायत अध्यक्ष सेमरिया अजय शुक्ला, नगर पंचायत अध्यक्ष सिरमौर शांति चौरसिया, दामोदर पाठक सहित विभिन्न समाजों के धर्मगुरू, वन एवं पशुपालन विभाग के अधिकारी, पत्रकारगण तथा बड़ी संख्या में ग्रामवासी उपस्थित थे।