राज्य शासन के प्रतिष्ठित लता मंगेशकर अलंकरण से गीत-संगीत क्षेत्र की तीन विभूतियां सम्मानित

सुश्री उषा खन्ना, श्री उदित नारायण तथा श्री अन्नु मलिक को प्रदेश के वित्त मंत्री श्री जयंत मलैया ने किया अलंकृत

राज्य शासन के प्रतिष्ठित राष्ट्रीय लता मंगेशकर सम्मान अलंकरण से आज गीत-संगीत क्षेत्र की लब्ध प्रतिष्ठित तीन विभूतियों को सम्मानित किया। यह सम्मान प्रदेश के वित्त मंत्री श्री जयंत मलैया ने वर्ष 2012 के लिये सुश्री उषा खन्ना, वर्ष 2015 के लिये श्री उदित नारायण तथा वर्ष 2016 के लिये श्री अन्नु मलिक को प्रदान किया। इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम की अध्यक्षता पर्यटन एवं संस्कृति राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री सुरेन्द्र पटवा ने की। महापौर श्रीमती मालिनी गौड़, इंदौर विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष श्री शंकर लालवानी, जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती कविता पाटीदार विशेष अतिथि के रूप में मौजूद थीं।
कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुये प्रदेश के वित्त मंत्री तथा इंदौर जिले के प्रभारी श्री जयंत मलैया ने कहा कि प्रदेश में गीत-संगीत को बढ़ावा देने के लिये यह पुरस्कार स्थापित किया गया है। अब तक इस पुरस्कार सम्मान से 28 विभूतियों को सम्मानित किया जा चुका है। उन्होंने सम्मानित हस्तियों के उज्जवल भविष्य की कामना की। उन्होंने कहा कि यह सम्मान कार्यक्रम हर वर्ष नियमित रूप से आयोजित होना चाहिये।
समारोह को सम्बोधित करते हुये पर्यटन एवं संस्कृति राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री सुरेन्द्र पटवा ने कहा कि पर्यटन एवं संस्कृति राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री सुरेन्द्र पटवा ने कहा कि मध्यप्रदेश में कला,गीत, संगीत को बढ़ावा देने के लिये निरंतर प्रयास किये जा रहे हैं। प्रदेश में प्रतिभाओं को अवसर देने के लिये प्रतिभा खोज प्रतियोगिता आयोजित की गयी। प्रतिभाओं को पूरा प्रोत्साहन दिया जारहा है। मध्यप्रदेश की देश में कला, गीत, संगीत संस्कृति तथा पर्यटन के क्षेत्र में विशेष पहचान है। उन्होंने श्री अन्नु मलिक तथा श्री उदित नारायण को इंदौर में कार्यक्रम प्रस्तुत करने के लिये भी आमंत्रित किया।
महापौर श्रीमती मालिनी गौड ने कहा कि सुश्री लता मंगेशकर का जन्म इंदौर में होना गौरव की बात है। इंदौर में गीत-संगीत के क्षेत्र के साथ ही स्वच्छता एवं अंगदान के क्षेत्र में भी देश में अपनी विशेष पहचान बनाई है।
अपने सम्मान के प्रत्युत्तर में प्रसिद्ध गायक श्री उदित नारायण ने कहा कि यह खुशी की बात है कि मध्यप्रदेश शासन ने मुझे इस सम्मान से अलंकृत किया है। इस सम्मान के लिये सभी का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि कलाकार पूरी दुनिया की सेवा करता है। कलाकारों का कोई धर्म, जाति नहीं होती है, वह सबका होता है। मुझे लता मंगेशकर के नाम से सम्मान मिलना माँ सरस्वती का आशीर्वाद मिलने के बराबर है।
प्रसिद्ध संगीत निदेशक श्री अन्नु मलिक ने कहा कि लता मंगेशकरजी के नाम से स्थापित पुरस्कार मिलना अपने आप में सबसे बड़ा सम्मान है। सम्मान की परम्परा सेकला एवं संस्कृति को बढ़ावा मिलता है।
प्रसिद्ध संगीतकार सुश्री उषा खन्ना ने कहा कि मैं मध्यप्रदेश में जन्मी हूं। लता मंगेशकर के नाम से पुरस्कार मिलना मेरे लिये सबसे बड़ा आशीर्वाद है। उन्होंने कहा कि गायक एवं संगीतकार एक-दूसरे के बगैर अधूरे हैं।
प्रारंभ में आयोजन समिति के अध्यक्ष तथा संभागायुक्त श्री संजय दुबे ने स्वागत भाषण दिया। उन्होंने बताया कि यह सम्मान वर्ष 1984 में स्थापित किया गया था। उन्होंने कहा कि इंदौर कलाप्रेमियों का शहर है। इस शहर में गीत-संगीत क्षेत्र की अनेक हस्तियां दी हैं। यह सौभाग्य की बात है कि प्रसिद्ध पार्श्व गायिका सुश्री लता मंगेशकर का जन्म भी इंदौर में हुआ है और उनके नाम पर यह अलंकरण स्थापित किया गया है। इस समारोह में आज तीन हस्तियों को सम्मानित किया जा रहा है। शीघ्र ही एक और आयोजन कर दो और हस्तियों को राष्ट्रीय लता मंगेशकर अलंकरण से सम्मानित किया जायेगा। प्रमुख सचिव संस्कृति श्री मनोज श्रीवास्तव ने प्रशस्ति-पत्र का वाचन किया।
समारोह में विधायक श्री सुदर्शन गुप्ता, श्री रमेश मैंदोला तथा सुश्री उषा ठाकुर तथा कलेक्टर श्री निशांत वरवड़े भी मंच पर मौजूद थे।
कार्यक्रम में प्रसिद्ध कलाकार श्री सुदेश भौसले ने अपने दल के साथ गीत-संगीत की सुमधुर प्रस्तुतियां दी। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में संगीत प्रेमी मौजूद थे।

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