गौपालकों को प्रदान किये गये गोपाल पुरस्कार

रीवा 16 फरवरी 2023. देशी अर्थात भारतीय गौवंश को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से प्रारंभ गोपाल पुरस्कार योजनान्तर्गत जिले की सर्वाधिक दुधारू गाय के पशु पालकों को कलेक्टर मनोज पुष्प एवं अध्यक्ष नगर निगम व्यंकटेश पाण्डेय ने पुरस्कृत किया।
स्थानीय लक्ष्मणबाग गौशाला में पशुपालन विभाग द्वारा आयोजित गोपाल पुरस्कार कार्यक्रम में देवरा गंगेव निवासी कीर्तिवर्धन त्रिपाठी को प्रथम पुरस्कार के तौर पर 51 हजार रूपये, हिनौता सिरमौर निवासी कामता प्रसाद मिश्रा को द्वितीय पुरस्कार 21 हजार रूपये तथा तृतीय पुरस्कार के तौर पर विकास सेन सिलपरी को 11 हजार रूपये प्रदान किये गये। इस अवसर पर अध्यक्ष नगर निगम व्यंकटेश पाण्डेय ने कहा कि पशुपालन के साथ वृक्षारोपण भी आवश्यक है ताकि पर्यावरण का संतुलन बना रहे अत: किसानों को चाहिए कि वह कृषि के साथ पशुपालन करें तथा खेती में जैविक खाद का उपयोग करें। उन्होंने गौवंश की रक्षा के लिये समाज को आगे आने का आह्वान किया।
कार्यक्रम में कलेक्टर मनोज पुष्प ने अपने उद्बोधन में कहा कि कृषि के साथ पशुपालन आर्थिक जरूरतों की पूर्ति में सहायक है। उन्होंने कहा कि रीवा जिले में सिंचाई की सुविधाओं के विकास के साथ कृषि में उल्लेखनीय उन्नति हुई है। खेती में रासायनिक खाद की निर्भरता को कम करते हुए किसान जैविक खाद का उपयोग करें। प्राचीनकाल में उन्नति खेती की संस्कृति थी और देशी वंश का गौपालन कर किसान कृषि के साथ आर्थिक उन्नति करते थे। हमें अपने मूल की ओर लौटकर देशी गौवंश पालन को अपनाना होगा। उन्होंने गोपाल पुरस्कार प्राप्त गौपालकों को बधाई दी तथा अपेक्षा की कि इनसे प्रेरणा लेकर अन्य किसान भी देशी वंश के गौपालन में रूचि लेंगे। कार्यक्रम को श्रीमती नंदिनी तिवारी अध्यक्ष गौसंरक्षण समिति जिला पंचायत, अमित कुमार पाण्डेय उपाध्यक्ष जिला गौसंवर्धन पशुधन संवर्धन समिति, समाजसेवी डॉ. प्रभाकर चमुर्वेदी, श्री राजेश पाण्डेय एवं श्री योगेन्द्र सिंह अध्यक्ष कृषि स्थायी समिति जिला पंचायत रीवा ने भी संबोधित किया।
कार्यक्रम में उप संचालक पशुपालन डॉ. राजेश मिश्रा ने बताया कि जिले में 101 पशुपालकों द्वारा गोपाल पुरस्कार के लिये आवेदन किये गये थे जिनमें से तीन पशुपालकों का चयन पुरस्कार हेतु किया गया। उन्होंने किसानों से ग्रामीण गौशाला निर्माण में रूचि लेने की अपील की तथा शासन की योजनाओं का लाभ लेने की बात कही। उल्लेखनीय है कि योजनान्तर्गत भारतीय गौवंश के पालन को प्रोत्साहित करने हेतु यह पुरस्कार प्रारंभ किया गया। कार्यक्रम में बाला व्यंकटेश शास्त्री, घनश्याम ताम्रकार, डीन पशुपालन कालेज डॉ. अंजनी मिश्रा, मनीष मिश्रा सहित पशु चिकित्सक एवं पशुपालक उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन डॉ. राजा भैया ने किया।

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