सतना कृषि उपज मण्डी को आदर्श मण्डी बनाया जायेगा – राजेन्द्र शुक्ल

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प्रभारी मंत्री ने मण्डी प्रांगण में किया विभिन्न निर्माण कार्यो का लोकापर्ण

प्रदेश के ऊर्जा एवं खनिज साधन जनसंपर्क मंत्री तथा सतना जिले के प्रभारी मंत्री राजेन्द्र शुक्ल ने कहा कि रीवा संभाग की सतना और रीवा कृषि उपज मण्डियो को राष्ट्रीय एकीकृत इलेक्ट्रानिक मण्डी बनाने का फैसला किया गया है। इसमें किसान अपनी फसल को ई-मार्केटिंग के द्वारा अच्छे दाम पर बेंच सकेगें। उन्होने कहा कि किसान को समृद्ध बनाये बिना विकास का सपना पूरा नही हो सकता। सतना कृषि उपज मण्डी का विकास कर इसे आदर्श स्वरूप की मण्डी बनाया जायेगा। प्रभारी मंत्री श्री शुक्ल शुक्रवार को कृषि उपज मण्डी प्रांगण में किसानो की सुविधाओ के लिये नवनिर्मित निर्माण कार्यो के लोकार्पण अवसर पर कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। कार्यक्रम की अध्यक्ष राज्य पिछडा वर्ग आयोग के सदस्य लक्ष्मी यादव ने की। इस अवसर पर विधायक मैहर नारायण त्रिपाठी, कलेक्टर नरेश पाल, सी.ई.ओ. जिला पंचायत संदीप शर्मा, कृषि उपज मण्डी अध्यक्ष शीला मनसुख पटेल, केन्द्रीय सहकारी बैंक के पूर्व अध्यक्ष कमलाकर चतुर्वेदी, मण्डी के पूर्व अध्यक्ष जगदीश सिंह, मनसुख पटेल, बाबूलाल सिंह, विनोद अग्रवाल, अशोक गुप्ता, बालेन्द्र गौतम, मण्डी सचिव करूणेष तिवारी भी उपस्थित थे।
प्रभारी मंत्री श्री शुक्ल ने सतना कृषि उपज मण्डी समिति प्रांगण में नवनिर्मित 2 हजार मैट्रिक टन भण्डारण क्षमता के गोदाम, मण्डी प्रांगण में भुगतान काउन्टर, फल सब्जी प्रांगण में डाक नीलामी और पानी की टंकियो का शिलापट्टिका अनावरण और फीता काटकर विधिवत् लोकार्पण किया। इस मौके पर प्रभारी मंत्री ने कहा कि खेती को लाभ का धंधा बनाने व किसानो को फसलो का बेहतर मूल्य दिलाने के लिये सरकार अथक प्रयास कर रही है। प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत किसानो को प्राकृतिक आपदा मे फसलो की सुरक्षा का कवच दिया जा रहा है। उन्होने कहा कि 15 मई को वाणसागर का पानी नदी मे डालने का फैसला लिया गया है। आयोग सदस्य लक्ष्मी यादव के मांग के अनुरूप 15 मई के पहले वाणसागर का पानी नदी मे छोडने के संबंध में मंत्रीपरिषद की बैठक मे प्रस्ताव रखा जायेगा। उन्होने कहा कि मण्डी अध्यक्ष द्वारा प्रस्तुत पॉच सूत्रीय मांगो और फल तथा सब्जी मण्डी को भी यही लाने का प्रयास किया जायेगा। पिछडा वर्ग आयोग सदस्य लक्ष्मी यादव ने कहा कि कृषि उपज मण्डी मे किसानो की सुविधाओ के लिये सराहनीय कार्य किये गये है। उन्होने कहा कि वाणसागर का पानी सतना नदी के एनीकेट मे छोडने पर ही जल संकट का निदान हो सकता है। विधायक मैहर नारायण त्रिपाठी ने कहा कि केन्द्र सरकार और राज्य सरकार किसानो की समृद्धि और खेती को लाभ का धंधा बनाने की दिशा मे अनवरत प्रयास कर रही है। मण्डी अध्यक्ष शीला मनसुख पटेल ने कहा कि सतना कृषि उपज मण्डी प्रतिवर्ष 15 करोड का राजस्व देती है। सतना को राज्य मण्डी बोर्ड मे भी प्रतिनिधित्व मिलना चाहिये। उन्होने कहा कि मण्डी के विकास मे प्रबंध संचालक मण्डी बोर्ड अरूण पाण्डेय का विशेष योगदान रहा है। कार्यक्रम को पूर्व मण्डी अध्यक्ष जगदीश सिंह, ममनसुख पटेल, अशोक गुप्ता ने भी संबोधित किया।

 

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