वैज्ञानिक तरीके से साक्ष्य संग्रहण और केस की तैयारी करें – कलेक्टर

रीवा 30 अक्टूबर 2022. कलेक्ट्रेट के मोहन सभागार में लोक अभियोजकों की संभागीय कार्यशाला आयोजित की गयी। कार्यशाला का शुभारंभ मुख्य अतिथि कलेक्टर मनोज पुष्प ने किया। इस अवसर पर कलेक्टर ने कहा कि अपराधो को रोकने के प्रयासों के साथ अपराधियों को दण्डित कराने के लिए समन्वित प्रयास जरूरी है। पुलिस अपराध की सावधानी से विवेचना करें। प्रथम सूचना रिपोर्ट लिखने में भी सावधानी रखें। अपराध से जुड़े साक्ष्य वैज्ञानिक तरीके से एकत्रित करें। इसके लिए आधुनिक सूचना संचार तकनीक का उपयोग करें। अपराधी के मोबाइल की लोकेशन कॉल डिटेल, सीसीटीव्ही कैमरे के साक्ष्य आदि को वैज्ञानिक तरीके से संग्रहित करें। प्रकरण में इन्हें तार्किक ढंग से प्रस्तुत करें।
कलेक्टर ने कहा कि यदि हमने सही दिशा में प्रयास किए तो अगले पाँच वर्षों में रीवा जिले में अपराधियों को सजा दिलाने में अच्छी सफलता मिलेगी। जघन्य तथा सनसनीखेज अपराधों की विवेचना एवं साक्ष्य संग्रहण में रीवा पुलिस अच्छा कार्य कर रही है।
कार्यशाला में पुलिस अधीक्षक नवनीत भसीन ने कहा कि असामाजिक तत्वों और अपराधियों से निपटने में सोशल मीडिया का उपयोग करें। लोक अभियोजक महत्वपूर्ण सूचनाये वाट्सएप के माध्यम से अवगत करायें। पुलिस वारंटी की तामीली और स्थाई फरार वारंटियों की गिफ्तारी में तत्परता दिखाती है। लेकिन कई बार इसमें विभिन्न कारणों से कुछ देर हो जाती है। कार्यशाला में अपर न्यायाधीश श्री प्रवीण पटेल ने दस्तावेजों साक्ष्यों का प्रस्तुतीकरण तथा इलेक्ट्रानिक साक्ष्य के संबंध में मार्गदर्शन दिया। विशेष न्यायाधीश श्रीमती कंचन गुप्ता ने पॉक्सों एक्ट, सहायक जिला लोक अभियोजना अधिकारी श्री सूर्य प्रसाद पाण्डेय ने स्थानीय आपराधिक विधियों पर अपने विचार व्यक्त किये। कार्यशाला में इंजीनियरिंग कालेज के प्रो. डॉ. उत्तम द्विवेदी ने वैश्विक मानव मूल्य तथा सहायक लोक अभियोजन अधिकारी श्री मनोज तिवारी ने रिवर्स वर्डन आफ प्रूफ विषय की जानकारी दी। कार्यशाला में उप संचालक अभियोजन, जिला अभियोजन अधिकारी सुशील कुमार शुक्ला तथा संभाग के सभी जिलों के लोक अभियोजन एवं सहायक लोक अभियोजन अधिकारी उपस्थित रहे।

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