दिव्यांग मतदाताओं को शत-प्रतिशत मतदान करने के लिए प्रेरित करें – कमिश्नर डॉ. भार्गव सेक्टर आफीसरों को दिया गया मतदान प्रतिशत एप का प्रशिक्षण

 

रीवा 03 मई 2019. कमिश्नर रीवा संभाग रीवा डॉ. अशोक कुमार भार्गव ने स्थानीय कृष्णा राजकपूर ऑडिटोरियम में आयोजित मतदान प्रतिशत एप के प्रशिक्षण में सेक्टर अधिकारियों को सम्बोधित करते हुये कहा कि रीवा जिले में शत-प्रतिशत दिव्यांगजनों का मतदान कराकर रीवा जिले का गौरव बढ़ाने के लिए समस्त सेक्टर अधिकारी संकल्पित हों। दिव्यांग मतदाताओं को शत-प्रतिशत मतदान करने के लिए प्रेरित करें। हम सब टीम भावना के साथ काम करें तो कोई भी काम अधूरा नहीं रहेगा। यह काम पूरे होसले एवं सम्बल के साथ करें । उन्होंने कहा कि हमें सार्वभौमिक मताधिकार मिला है यह अवसर खोना नहीं है बल्कि मतदान करने का अधिकार का उपयोग कर लोकतंत्र का भाग्य विधाता बनना है।
कमिश्नर डॉ. भार्गव ने कहा कि दिव्यांगजनों को मतदान केन्द्र तक लाने के लिए भारत निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार मुफ्त परिवहन सुविधा उपलब्ध कराई गई है जिसका उन्हें लाभ पहुंचायें। उन्होंने कहा कि दिव्यांग मतदाताओं का शत-प्रतिशत मतदान कराने के लिए सामूहिक समन्वय एवं सम्बल के साथ कार्य करना है। जिले में लगभग 6 हजार दिव्यांग मतदाता हैं और 2013 मतदान केन्द्र बनाये गये हैं। मतदान सामग्री के वितरण के समय पीठासीन अधिकारी के सामग्री के साथ दिव्यांगजनों की सूची उपलब्ध कराई जायेगी। कोशिश करें कि दिव्यांगजनों को प्रात: 7 बजे से 9 बजे तक पहले 2 घंटे में मतदान करा दिया जाये। उन्होंने कहा कि विगत 29 अप्रैल को सीधी जिले में मतदान के दौरान 94 प्रतिशत दिव्यांग मतदाताओं ने मतदान किया। यदि हम पूरी आस्था, विश्वास, निष्ठा एवं संकल्प के साथ इस काम में जुट जायें तो कोई भी शक्ति नहीं है जो हमें इस काम से रोक सके। उन्होंने कहा कि यह लोकतंत्र के महापर्व की सुंदरता ही है जो हमें मतदान का अधिकार प्रदान करती है। प्रारंभिक दौर में अमेरिका, इंग्लैड, स्विटजरलैंड में नागरिकों को मतदान का अधिकार नहीं दिया गया था। इस देश में लोकतंत्र ने हमें अद्भुत अधिकार दिये हैं।
उन्होंने विभिन्न उदाहरणों एवं प्रसंगों के माध्यम से मतदान एवं निर्वाचन डियूटी के महत्व को समझाते हुये बताया कि अंडमान निकोबार द्वीप में एक मतदान केन्द्र ऐसा है जहां मतदान कर्मी स्टीमर, नाव एवं डोगें से लगभग 24 घंटे में से पहुंचते हैं। इसी प्रकार सोपमेन आदिवासी इलाके में झोपड़ी नुमा मतदान केन्द्र बनाये जाते हैं ताकि लोकतंत्र के सच्चे सेवक आदिवासी आकर मतदान करें। गुजरात के गिर नेशनल पार्क में लोकतंत्र का सच्चा रक्षक एक मतदाता भरतदास रहता है। यहां मतदान कर्मियों की 6 लोगों की टीम जाती है और मतदाता के लिए इंतजार करती है कि मतदाता आये और मतदान करे। यह भारतीय लोकतंत्र का चमत्कार है जहां हर नागरिक की गरिमा का सम्मान किया जाता है। दिव्यांग मतदाता भी हमारी तरह मतदाता हैं उन्हें भी सार्वभौमिक वयस्क मतदाता का अधिकार दिया गया है। वोट चाहे दिव्यांग व्यक्ति दे या सामान्य व्यक्ति दे सभी के वोटों का मूल्य एक समान है। अत: दिव्यांगजनों के शत-प्रतिशत मतदान के लिए कोई कमी नहीं छोडें।
इस अवसर पर कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी ओमप्रकाश श्रीवास्तव, जिला पंचायत सीईओ एवं प्रभारी अधिकारी स्वीप हरि सिंह मीणा, अपर कलेक्टर एवं उप जिला निर्वाचन अधिकारी इला तिवारी, समस्त एआरओ, जनपद सीईओ एवं सेक्टर अधिकारी उपस्थित थे।

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