मध्यप्रदेश विधानसभा मे आठवीं बार चुने गए गोपाल भार्गव बने नेता प्रतिपक्ष

भोपाल 07-01-2019. मध्य प्रदेश में रहली से आठवीं बार विधायक बने  गोपाल भार्गव विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष होंगे। सोमवार को भारतीय जनता पार्टी के विधायक दल की बैठक में भार्गव को नेता चुना गया। पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने गोपाल भार्गव को विधायक दल का नेता चुने जाने का प्रस्ताव रखा, जिसका पूर्व मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने समर्थन किया। इसके बाद केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने भार्गव को निर्विरोध रूप से भाजपा विधायक दल का नेता निर्वाचित किए जाने का एलान किया।

पार्टी के प्रदेश कार्यालय में आयोजित बैठक में केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह और प्रदेश प्रभारी डॉ. विनय सहस्त्रबुद्धे को भाजपा हाईकमान ने नेता प्रतिपक्ष के चुनाव के लिए पर्यवेक्षक बनाकर भेजा था। बैठक में भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष राकेश सिंह और संगठन महामंत्री सुहास भगत भी मौजूद थे।

नेता प्रतिपक्ष पद के प्रबल दावेदार नरोत्तम मिश्रा, भूपेंद्र सिंह , राजेंद्र शुक्ल भी थे, लेकिन आखिरी दौर में भार्गव के नाम पर सहमति बनी। एट्रोसिटी एक्ट की मार से तीन राज्यों में सरकार गवाने के बाद भाजपा को सवर्ण वर्ग की याद आई है। माना जा रहा है कि गरीब सवर्ण को दस फीसदी आरक्षण देने के बाद सवर्णों के पक्ष में यह दूसरा बड़ा फैसला है।

छात्र राजनीति से सक्रिय भार्गव 1980 में बने थे गढ़ाकोटा नगरपालिका के अध्यक्ष

जन्मतिथि: 1 जुलाई 1952

शैक्षणिक योग्यता: बीएससी, एमए-एलएलबी

व्यवसाय: कृषि एवं सिनेमा

स्थाई निवास: गढ़ाकोटा

– विद्यार्थी जीवन से ही छात्र राजनीति में सक्रिय भार्गव 1970-73 तक डॉ. हरीसिंह गौर विश्वविद्यालय छात्र संघ के विभिन्न पदों पर रहे।

– 1980 से 82 तक नगर पालिका परिषद गढ़ाकोटा के अध्यक्ष रहे।

– छात्रों, बीड़ी मजदूरों एवं किसानों के कई आंदोलन में जेल गए।

– आठवीं विधानसभा 1985 के लिए पहली बार निर्वाचित होकर विधायक बने। उसके बाद से लगातर आठ बार विधायक निर्वाचित।

– 1998 में लोकलेखा समिति, सार्वजनिक उपक्रम समिति, प्राक्कलन समति के सदस्य और प्रश्न एवं सदर्भ समिति के सभापति रहे।

– भाजपा के सागर के जिलाध्यक्ष रहे।

– 2003 में बारहवीं विधानसभा में निर्वाचित होकर पहली बार मंत्री बने।

– कृषि, सहकारिता, धार्मिक न्यास, पुनर्वास, खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति, उपभोक्ता संरक्षण सहित पंचायत एवं ग्रामीण विकास, सामाजिक न्यास सहित कई अन्य विभागों के मंत्री रहे।

– उमाभारती, बाबूलाल गौर सहित शिवराज सिंह चौहान सरकार में पिछले 15 साल से कैबिनेट मंत्री।

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