मुख्यमंत्री श्री चौहान ने “दिल से” कार्यक्रम में नागरिकों से साझा की दिल की बातें
मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान के रविवार को प्रसारित कार्यक्रम ‘दिल से’ में जनता को प्रदेश के विकास और नव-निर्माण में सर्वश्रेष्ठ योगदान के लिये अनुकरणीय व्यक्तित्व, पवित्र पर्व और योजनाओं तथा कार्यक्रमों की भावनाओं एवं उद्देश्य को स्पष्ट करते हुये प्रेरित किया। उन्होंने सरकार द्वारा गरीब, किसान, वनवासी कल्याण के कार्यक्रमों, स्वास्थ्य, शिक्षा के कार्यो, एकात्म यात्रा, नर्मदा जयंती, स्वच्छता सर्वेक्षण, परीक्षाएं, कैंसर दिवस, अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस, महाशिवरात्रि पर्व आदि सम-सायमिक विषयों पर विचार व्यक्त किये। मुख्यमंत्री ने प्रेरणादायी व्यक्तियों का जिक्र करते हुये जीवन मूल्यों को स्पष्ट किया। श्री चौहान ने नारिकों से सीधा-संवाद करते हुये उनकी अपेक्षाएं और उनकी उपलब्धियों पर बातचीत की।
प्रेरक व्यक्तित्व का उल्लेख
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने देश की सीमाओं की रक्षा करते हुये प्राणों का उत्सर्ग करने वाले ग्वालियर के वीर सैनिक शहीद रामअवतार को दिल की गहराईयों से श्रद्धांजलि दी। उन्होंने कहा कि देश के लिये प्राणों का बलिदान करने वाले शहीद रामवतार प्रदेशवासियों के लिये प्रेरणा के स्रोत हैं। उन्होंने शहीद सैनिक की पत्नी, बेटे और बेटी को पूर्ण संरक्षण, एक करोड़ रुपये की श्रद्धा निधि, परिवार के एक सदस्य को अनुकंपा नियुक्ति और बच्चों की अच्छी शिक्षा-दीक्षा के लिये ग्वालियर में फ्लैट अथवा भूखंड देने, किसी एक संस्थान का नाम उनके नाम पर रखने और परिवार एवं समुदाय की सहमति से प्रतिमा लगाने की जानकारी दी। उन्होंने सरोजनी नायडू महाविद्यालय भोपाल की छात्रा शुभांगी जैन के प्रेरणादायी व्यक्तित्व का भी उल्लेख किया। उन्होंने बताया कि छात्रा पैर की गंभीर बीमारी के कारण चल-फिर नहीं सकती किन्तु बालिका की हिम्मत, जज्बा आश्चर्य चकित करने वाला है। बीमारी के बावजूद वह पूरा मन लगाकर पढ़ती है। प्रथम श्रेणी में परीक्षायें उत्तीर्ण करती है। उन्होंने चिकित्सकों की टीम बनाकर शुभांगी की बीमारी का परीक्षण और उपचार करवाने की जानकारी दी। महान मनीषी पं. दीनदयाल उपाध्याय का पुण्य स्मरण करते हुये कहा कि दुनिया को वैकल्पिक दर्शन दिया। मनुष्य, समाज और सरकार के उद्देश्य और संरचना कैसी होनी चाहिए बताया है। उनके विचारों से प्रेरणा लेकर प्रदेश की सरकार अंतिम व्यक्ति के उत्थान के लिये अन्त्योदय के पथ पर अग्रसर है। उनके जीवन की प्रमाणीकता के विभिन्न प्रसंगों का उल्लेख करते हुये कहा कि सरकार ने गरीब कल्याण एजेंडे के तहत 26 जनवरी से रहने लायक भूमि के पट्टे वितरण का अभियान शुरु किया है।
गरीब कल्याण के कार्य
मुख्यमंत्री ने गरीब कल्याण कार्यों का विवरण देते हुये बताया कि इस वर्ष 15 लाख पक्के मकान दिये जायेंगे। दीनदयाल रसोई में भरपेट भोजन की व्यवस्था की गई है। उज्जवला योजना, गैस कनेक्शन देकर गरीब की रसोई को धुंआ मुक्त किया है। उन्होंने प्रधानमंत्री माननीय श्री मोदी के साथ उनकी चर्चा के संदर्भ में बताया कि प्रधानमंत्री ने टॉस्क फोर्स बनाने की आवश्यकता बतायी है ताकि घरों में सूरज के प्रकाश से भोजन बने। केन्द्रीय बजट की सराहना करते हुये कहा कि वित्त मंत्री ने नर से नारायण की सेवा का कार्य, गरीबों के लिये पांच लाख रुपये तक के उपचार की नि:शुल्क व्यवस्था से किया है।
वनवासी कल्याण के कार्य
उमरिया में महुआ के फूल बीनने वाली बहनों के साथ चर्चा की घटना का जिक्र करते हुये बताया कि उनके लिये चरण पादुका योजना लागू की गई है जिसमें जूते-चप्पल, पीने के पानी की कुप्पी और बहनों को साड़ी देने का कार्य अगले माह से शुरु हो जायेगा। वन उपज का उचित मूल्य दिलवाने के लिये उनका मूल्य निर्धारित किया गया है। तेदूंपत्ता संग्राहकों का उचित मजदूरी की व्यवस्थाएं भी की है।
नि:शुल्क उपचार के कार्य
गरीबी को उपचार में बाधा नहीं आये, इसके लिये सरकार ने वल्लभ भाई नि:शुल्क औषधि वितरण योजना तथा राज्य बीमारी सहायता निधि में 2 लाख रुपये तक के उपचार की सहायता जिला स्तर पर देने के लिये कलेक्टर को अधिकृत किया है। इसी तरह मूक-बधिर बच्चों की शल्य क्रिया के लिये मुख्यमंत्री बाल श्रवण योजना और दिल में छेद के रोग पीड़ित बच्चों के ऑपरेशन के लिये मुख्यमंत्री बाल हृदय उपचार योजनाएं संचालित हैं। माताओं-बहनों के स्वास्थ्य परीक्षण के लिये स्वास्थ्य शिविर और निसंतान महिलाओं के उपचार के कार्य भी किये गये हैं।
शिक्षा के कार्य
गरीब परिवारों के बच्चों की पढ़ाई-लिखाई में दिक्कत नहीं आये, इसलिये नि:शुल्क पाठ्य पुस्तकें, गणवेश, साईकिल, छात्रवृत्ति के साथ ही मजदूर के बच्चों के लिये श्रमोदय, एकलव्य आदि शिक्षण संस्थानों की व्यवस्था की गई है ताकि गरीब बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मिल सके। उन्होंने कहा कि प्रदेश की बदहाल शिक्षा व्यवस्था को पटरी पर लाने का वे निरंतर कार्य कर रहे हैं। पूर्ववर्ती सरकार की अलग-अलग तरह के शिक्षकों की व्यवस्था ने पीढ़ी को बरबाद करने का अन्याय किया। इस ऐतिहासिक अन्याय को समाप्त करने के लिये शिक्षकों का केवल एक ही कैडर होगा ताकि शिक्षक समाज में इज्जत की जिंदगी जियें, उन्होंने ठीक से पढ़ा सके।
बच्चे परीक्षा में तनावमुक्त होकर शामिल हों
मुख्यमंत्री ने परीक्षा के दृष्टिगत बच्चों से बिना तनाव लिये परीक्षा में भाग लेने की बात कही। प्रेरणा संवाद का उल्लेख करते हुये कहा कि लक्ष्य तय कर परिश्रम करें। हड़बड़ाने और गड़बड़ाने की जरूरत नहीं है। आत्मविश्वास के साथ परीक्षा दें। सफलता अवश्य मिलेगी। उन्होंने परीक्षा के लिये शुभकामनाएं देते हुये कहा कि परिणामों में ऊंच-नीच होने पर हताश नहीं हों।
पालक मित्रवत करें व्यवहार
श्री चौहान ने पालकों से भी आग्रह किया कि वे बच्चों पर अनावश्यक दवाब नहीं बनाएं। ऐसा नहीं होना चाहिए कि पढ़ाई के बजाय बच्चों पर तनाव आ जाये। उन्होंने कहा कि बच्चों के साथ मित्र बनकर व्यवहार करें ताकि बच्चे जिन्दगी को बोझ नहीं समझें।
महाशिवरात्रि की दी बधाई
मुख्यमंत्री ने प्रदेशवासियों को महाशिवरात्रि की बधाई दी। उन्होंने कहा कि शिवरात्रि पर्व के माध्यम से दूसरों के लिये कष्ट सहन करने का संदेश भगवान शिव ने दिया है। सबको समान मानने, सबसे प्रेम करने की बात इस संदेश में समाहित है।
जरूरतमंद की करें मदद
श्री चौहान ने जरूरतमंदों की मदद के लिये नागरिकों का आव्हान किया। उन्होंने रेलवे स्टेशन, बस स्टेण्ड आदि स्थानों पर कचरा, पन्नी आदि बीनते दिखने वाले मासूम बच्चों के उचित पुर्नवास की जिला स्तर पर की गई व्यवस्थाओं का उल्लेख करते हुये नागरिकों से ऐसे बच्चों की जिन्दगी संवारने की चिंता करने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि यदि उन्हें ऐसे बच्चे मिलें, तो जिला प्रशासन से संपर्क करें ताकि उन्हें बेहतर जिन्दगी दी जा सके।
किसान कल्याण
मुख्यमंत्री ने भगवान शिव के समान ही किसानों को भोला भंडारी बताया। उन्होंने प्रदेश को लगातार 5 वर्षों से कृषि कर्मण पुरस्कार मिलने का श्रेय किसानों को दिया। श्री चौहान ने बताया कि आज प्रदेश के अन्न भंडार भरे हैं। सिंचाई का रकबा 7.5 लाख हेक्टर से बढ़कर 40 लाख हेक्टेयर हो गया है। बम्पर उत्पादन का उल्लेख करते हुये कहा कि बम्पर उत्पादन से भी किसान संकट मे आ जाता है क्योंकि फसलों की कीमत गिर जाती है। ऐसे समय में उनकी मदद के लिये सरकार ने भावांतर योजना लागू की है धान की खरीदी की है। शीघ्र ही समर्थन मूल्य पर गेहूं की खरीदी भ्री शुरु की जायेगी। भुगतान बाकी फसलों को भी भावांतर योजना में लाया जायेगा। उन्होंने किसानों को लागत पर 50 प्रतिशत मुनाफे को सुनिश्चित करने की प्रधानमंत्री की प्रतिबद्धता को दोहराते हुए कहा कि भंडारण का किराया सरकार देगी ताकि किसान को फसलों की उचित कीमत मिल सके।
स्वच्छता का संकल्प दिलाया
मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री के स्वच्छ भारत के स्वप्न को साकार करने में प्रदेश की प्रतिबद्धता के साथ बताया कि विगत स्वच्छ सर्वेक्षण में प्रदेश ने चमत्कार किया था। देश के 100 नगरों में मध्यप्रदेश के 22 नगर थे। इन्दौर और भोपाल प्रथम तथा द्वितीय स्थान पर थे। उन्होंने इस उपलब्धि के लिये नागरिकों को बधाई देते हुए कहा कि जनता के प्रयासों से ही यह संभव हुआ है। मुख्यमंत्री ने प्रदेशवासियों से घर, गली, मोहल्ले और शहर को स्वच्छ रखने में सर्वश्रेष्ठ योगदान देने का संकल्प लेने का आग्रह किया। उन्होंने जहां अस्वच्छता है, गंदगी है, बहीं बीमारी है। इसलिये स्वच्छता में ही ईश्वर का वास होता है।
आनंद से जीवन जियें
मुख्यमंत्री ने कहा कि आनंद की प्राप्ति धन-दौलत, पद-प्रतिष्ठा से नहीं होती। आनंद की प्राप्ति दूसरों को खुशियां देने से मिलती है। किसी के लिये अनुपयोगी छोटी-छोटी वस्तुयें भी जरूरतमंद की जिन्दगी में खुशी ला सकती है।
एकात्म यात्राएं
श्री चौहान ने कहा कि एकात्म यात्राओं को प्रदेश में अद्भुत जनसमर्थन मिला है। सामाजिक समरसता का संदेश आदिगुरु शंकराचार्य ने दिया है। उन्होंने बताया है कि मनुष्य मात्र में नहीं पशु-पक्षी, नदी-पहाड़ों, गृह-नक्षत्रों में एक ही चेतना निवास करती है। इसलिये सब एक हैं। उनके नाम पर अद्वैत वेदांत संस्थान बनाया जायेगा। ओकारेश्वर में ओंकार पर्वत पर 108 फीट की आदि गुरु भगवान शंकराचार्य की प्रतिमा लगाई जाएगी।
अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस
श्री चौहान ने अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर शुभकामनाएं देते हुए कहा कि महिलाओं ने अनेक क्षेत्रों में चमत्कार किया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि महिलाओं को हर क्षेत्र में बराबरी का स्थान दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि महिलाओं की क्षमताओं का भरपूर उपयोग किया जाएगा।
कैंसर दिवस
कैंसर दिवस का उल्लेख करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि जानलेवा कैंसर का कारण गलत खान-पान, अनियमित जिन्दगी, ध्रूमपान जैसी बुराई तम्बाकू जैसी चीजें है। श्री चौहान ने प्रदेशवासियों को तंबाकू जैसे नशे को समाप्त कर प्रदेश को कैंसर मुक्त बनाने का संकल्प लेने का आग्रह किया।
नर्मदा जंयती
नर्मदा जयंती मनाकर पर्यावरण और नदियों को बचाने का संकल्प दोहराते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि नर्मदा, ताप्ती, शिप्रा, बेतवा, केन आदि सभी पवित्र नदियाँ भारतीय सभ्यता का प्रवाह है। इन्हें स्वच्छ रखना सभी की नैतिक जिम्मेदारी है। उन्होंने कहा कि नदियों को स्वच्छ रखने का अभियान पूरे प्रदेश में निरंतर चलता रहेगा।
विभूतियों का स्मरण
मुख्यमंत्री ने छत्रपति शिवाजी, अमर शहीद चन्द्रशेखर आजाद, महर्षि दयानंद सरस्वती, सरोजनी नायडू के चरणों में प्रणाम कर उनका स्मरण किया। श्री चौहान ने कहा कि प्रदेशवासी इन व्यक्तित्वों से प्रेरणा लेकर जीवन को सफल एवं सार्थक बनाने का संकल्प लें।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने नागरिकों से प्रदेश के विकास में समर्पित भावना से योगदान देने का आव्हान किया। श्री चौहान ने पद्मश्री से सम्मानित हस्तियों को बधाई देते हुए पद्मश्री से विभूषित के लिये श्रीमती मालती जोशी, श्री केशवराव मूसलगांवकर और श्री भज्जूश्याम के अद्वितीय योगदान का उल्लेख भी किया।
मु्ख्यमंत्री से नागरिकों ने किया संवाद : मुख्यमंत्री को बतायीं अपेक्षाएं
कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने मायगांव एप पर सुझाव देने वालों से चर्चा की। मुख्यमंत्री को रमाकांत ने प्रदेश की प्रगति के लिये हो रहे कार्यों को कमाल का प्रदर्शन बताते हुए कहा कि पूर्ण विकसित राज्य बनने के लिये प्रदेश तेजी से अग्रसर है। उन्होंने सुझाव दिया कि प्रत्येक ग्राम में एक खेल का मैदान हो। माइक्रो बैंकिंग के तहत एक हजार से एक लाख रूपये तक का कर्जा देने की व्यवस्था हो। यह प्रयास गरीबी को पूर्णता: दूर कर देगा।
मुख्यमंत्री ने प्रदेश की प्रगति को प्रदेशवासियों के प्रयासों का सुपरिणाम बताया। उन्होंने माना कि हर गांव में खेल मैदान होना चाहिए। उन्होंने कहा कि सरकार का प्रयास है कि हर गांव में खेल का मैदान हो। खेल प्रतिभाओं को तैयार करने के लिये मिशन संचालित किया जा रहा है। खेल एकादमियां अच्छा कार्य कर रही हैं। महिला हॉकी की राष्ट्रीय टीम की आधी खिलाड़ी मध्यप्रदेश की हैं। खिलाड़ियों को प्रोत्साहित करने के लिये विभिन्न स्तरीय प्रतियोगताओं में मेडल लाने वाले खिलाड़ियों को शासकीय सेवा में रखकर उनकी आजीविका को सुरक्षित करने का प्रयास है। बेरोजगारी को छोटे-छोटे कर्ज देकर रोजगार में लगाने के लिये इस वर्ष 7.5 लाख बच्चों को मुख्यमंत्री स्वरोजगार, युवा उद्यमी और प्रधानमंत्री मुद्रा बैकिंग योजना में ऋण दिया जाएगा जिसकी गारंटी सरकार लेगी। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री और उद्यमी योजनाओं में 15 प्रतिशत सब्सिडी और 7 वर्ष तक 5 प्रतिशत ब्याज भी सरकार भरती है।
सुरेन्द्र कुमार पटेल ने भावांतर भुगतान योजना के लिये मुख्यमंत्री का आभार व्यक्ता किया। भावांतर में रबी फसल पंजीयन कब से होगा, इसकी जानकारी भी ली। मुख्यमंत्री ने बताया कि प्रधानमंत्री की मंशा के अनुरूप राज्य सरकार किसान को लागत पर 50 प्रतिशत मुनाफा दिलाने के लिये संकल्पित है। रबी फसलों में सरसों, चना, मसूर, को भी भावांतर में शामिल कर रहे हैं। आगामी 12 फरवरी से 12 मार्च में रबी फसलों का इस योजना में पंजीयन होगा। उन्होंने बताया कि फसल का न्यूनतम समर्थन मूल्य उसकी मेहनत और अन्य आदानों को मिलाकर तय होगा।
अजय सिंह ने 10 लाख से 1 करोड़ रूपये ऋण की योजना की जानकारी प्राप्त की। मुख्यमंत्री ने स्वरोजगार को बढ़ावा देने के लिये बताया कि युवा उद्यमी योजना में 10 लाख से दो करोड़ रुपये तक का लोन बैंक से दिलवाने जिसकी गारंटी सरकार लेगी। कर्ज में ब्याज और सब्सिडी में भी राहत मिलेगी। उन्होंने बताया कि एक लाख बच्चों को लाभान्वित करने का लक्ष्य मुख्यमंत्री स्वरोजगार और युवा उद्यमी का है। भावांतर योजना की दिसम्बर माह की राशि करीब 600 करोड़ रुपये 12 फरवरी 2018 को किसानों के बैंक खातों में जमा की जाएगी।
मुख्यमंत्री को बतायीं सफलताएं
धामनोद के अमित वर्मा ने नगर के 30 बच्चों द्वार पोस्ट कार्ड पर स्वच्छता का मंत्रमुग्ध संदेश लिखकर भेजने की बात बतायी। मुख्यमंत्री ने बच्चों को बधाई देते हुए कहा कि अद्भुत अनुकरणीय कार्य का प्रदेश के अन्य बच्चे अनुसरण करें। उन्होंने आशा व्यक्त की कि धामनोद स्वच्छता में बहुत अच्छा प्रदर्शन करेगा।
कीर्ति राजपूत ने बताया कि वे बैंक सखी का कार्य कर रही हैं। बैंक से 18 किलोमीटर दूर गांव होने के कारण बैंक पहुंच नहीं पाने वालों के घर-घर जाकर उनकी पेंशन आदि निकालकर 15 गांवों में पहुंचाती हैं। मुख्यमंत्री ने उनको बैंक वाली बहनजी संबोधित करते हुये बधाई दी।