बहुपक्षीय हथियार निर्यात नियंत्रण समूह, वासेनार अरेंजमेंट में भारत को मिली जगह
अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत की प्रतिष्ठा और अहमियत लगातार बढ़ रही है। इसकी एक और मिसाल है बहुपक्षीय हथियार निर्यात नियंत्रण समूह, वासेनार अरेंजमेंट में भारत को मिली जगह।
विएना में हुई एक दो दिवसीय बैठक में भारत को अरेंजमेंट के 42वें सदस्य के तौर पर शामिल जाने पर सहमति बन गई है। वासेनार व्यवस्था एक बहुपक्षीय निर्यात नियंत्रण व्यवस्था है जिसमें 41 राष्ट्र भागीदार हैं। इसका मकसद परंपरांगत हथियारों और दोहरे उपयोग वाले वस्तु और प्रौद्योगिकी के निर्यात पर नियंत्रण करना है। वासेनार में भारत को शामिल करने के लिए रूस, फ्रांस, जर्मनी और अमेरिका ने भारत का समर्थन किया। भारत को मिली इस सफलता से परमाणु अप्रसार को लेकर उसकी प्रतिबद्धता की प्रतिष्ठा और बढ़ गई है। इस फैसले से भारत की परमाणु आपूर्तिकर्ता समूह और आस्ट्रेलिया समूह में दावेदारी और मज़बूत हो गई है। भारत पहले से ही मिसाइल नियंत्रण प्रौद्योगिकी व्यवस्था (एम.टी.सी.आर) का सदस्य है। फ्रांस और अमेरिका ने भारत को इस उपलब्धि के लिए शुभकामनाएं दी हैं।