भारत की बढ़ती साख और आर्थिक ताक़त दुनिया के लिए एक उम्मीद का केंद्र: इवांका ट्रंप
अमेरिका बतौर सहयोगी देश तो इस सम्मेलन में हिस्सा ले ही रहा है। लेकिन वैश्विक उद्यमिता शिखर सम्मेलन में ख़ास है महिला प्रथम और सभी के लिए समृद्धि की थीम होना। ऐसे में इवांका ट्रंप ने दुनिया भर में महिला उद्यमियों के बढ़ते क़दमों साथ ही उनकी परेशानियों का भी ज़िक्र किया। उन्होने भारत की बढ़ती साख और आर्थिक ताक़त को दुनिया के लिए एक उम्मीद का केंद्र करार दिया।
उद्यमिता सम्मेलन में इवांका ट्रंप ने शिरकत की। सम्मेलन में 350 सदस्यों वाले अमेरिकी दल का प्रतिनिधितत्व करते हुए उन्होने भारत-अमेरिका के मज़बूत होते संबंधों के साथ ही पहली बार भारत में आयोजित इस ख़ास समिट के लिए पीएम मोदी को भी सराहा।
उन्होने कहा कि पीएम मोदी के नेतृत्व में भारत दुनिया के लिए उम्मीदों का केंद्र बन चुका है और इसकी बढ़ती आर्थिक ताक़त और उद्यमिता के लिए बनते अनुकूल माहौल एक अच्छे संकेत हैं।
इंवाका ने भारत की दुनिया में बढ़ती ताक़त और लोगों की मेहनत के ज़रिए ग़रीबी से आगे निकलने और आर्थिक क्षेत्र में तेज़ी बढ़ते क़दमों का भी ज़िक्र किया।
इवांका ने उद्यमिता सम्मेलन के उद्घाटन सत्र में महिलाओं की उद्यमिता और उनके ज़रिए पिछले एक दशक में आर्थिक क्षेत्र में अहम योगदान पर ज़ोर दिया। उन्होने अमेरिका की 11मिलियन महिला उद्यमियों का भी ज़िक्र किया जो 1 ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर के राजस्व में योगदान दे रही हैं।
वैश्विक उद्यमिता का ये पहला समिट भी है जिसकी थीम महिला प्रथम और सभी के लिए समृद्धि रखी गई है। महिला उद्यमियों के लिए देश दुनिया में स्टार्ट-अप शुरू करने के लिए अच्छे माहौल और उन्हे हर तरह की सहूलियत देने के मक़सद से सम्मेलन की थीम “महिला प्रथम, सभी के लिए समृद्धि” रखी गई है। दरअसल महिला उद्यमी अविष्कार को आगे बढ़ाने और रोज़गार के अवसर पैदा करने में काफी मददगार हैं साथ ही महिला उद्यमियों के साथ पेश आने वाली दिक़्क़तों भी इस सम्मेलन का विज़न है।
इस मौक़े पर भारतीय विदेश मंत्री ने सुषमा स्वराज ने सम्मेलन को आर्थिक क्षेत्र में महिला उद्यमियों के लिए उपयोगी होने की बात कही । साथ ही उन्होने अमेरिका के बतौर सहयोगी देश शिरकत करने पर आभार जताया।
वैश्विक रूप से महिला उद्यमियों के को सशक्त बनाने,नये उद्यमियों को बढ़ावा देने और अविष्कारों का उपयोग आर्थिक प्रगति के लिए करना ही सम्मेलन का मक़सद है। वजह यही है कि दुनिया के 10 देशों से महिला प्रतिनिधि मण्डल ही नेतृत्व कर रहा है जिसमें अफगानिस्तान, सऊदी अरब और इजरायल शामिल हैं। सम्मेलन के दौरान कई चर्चाओं में,कार्यशालाओं में और मास्टर क्लासेस में दुनिया की कई महिला उद्यमी ज़्यादा से ज़्यादा हिस्सा लेंगी।