पानी की बूंदे बनेंगी ऊर्जा का विकल्प
पानी की कुछ बूंदों पर चलने वाली एक डिवाइस , बिजली पैदा करने के क्षेत्र में एक क्रांति साबित हो सकती है , दिल्ली के राष्ट्रीय भौतिक प्रयोगशाला में वैज्ञानिकों की एक टीम ने हाइड्रोइलेक्ट्रिक सेल नाम के ऐसे ही उपकरण का आविष्कार किया है । एनपीएल के मुख्य वैज्ञानिक और उनकी सहयोगी डॉ ज्योति शाह ने कमरे के तापमान पर पानी से बिजली का उत्पादन करने का एक नया तरीका विकसित किया है , जो किसी भी बाहरी ऊर्जा स्रोत या रसायन का उपयोग किए बिना सिर्फ पानी की कुछ बूंदों उपयोग कर बिजली उत्पन्न करता है।
इस सेल में सिल्वर और जिंक को इलेक्ट्रोड्स के रूप में इस्तेमाल किया गया है और इस हाइड्रोइलेक्ट्रिक सेल में एक ख़ास नैनोपोरस मटेरियल मैग्नेशियम फेराइट का इस्तेमाल किया गया है जो जल की बूंदों को हाइड्रोनियम (H3O) और हाइड्रोक्साइड (OH) आयनों में सहज रूप से विभाजित कर सकता है ख़ास बात ये है की ये मटेरियल भारत में प्रचुर मात्रा में उपलब्ध है ।
ख़ास बात ये है की इस डिवाइस की लागत सौर पैनल की तुलना में काफी कम है, क्योंकि इसमें इस्तेमाल होने वाली कच्ची सामग्री मैग्नेशियम फेराइट भारत में प्रचुर मात्रा में उपलब्ध है।